कवर स्टोरी

इस साल उत्तर पश्चिमी राज्यों में बाढ़ ने क्यों मचाई इतनी तबाही?
इस बरसात में देश का उत्तर-पश्चिमी हिस्सा मौसम के भीषण रवैये से बुरी तरह हलकान रहा. इसने आम जनमानस और सरकारों के धैर्य का कड़ा इम्तिहान लिया.

भारत की जलवायु क्यों हुई अराजक?
मौसम के उग्र तेवरों के कारण बाढ़, सूखा और चक्रवात की बढ़ती घटनाओं ने देश में भारी तबाही मचाई है. इनसे निपटने के लिए आखिर हम खुद को कैसे तैयार करें?

नेपाल के Gen Z प्रोटेस्ट के भारत के लिए क्या मायने हैं?
भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और बेरोजगारी को लेकर उपजे आक्रोश ने नेपाल में सत्ता पलट दी. भारत के लिए आखिर इसके मायने क्या हैं?

ट्रंप के टैरिफ से कैसे डूबने के कगार पर पहुंचा भारतीय सी-फूड उद्योग?
अमेरिका भेजे जाने वाले सी-फूड यानी खाने योग्य जलीय जीवों की खेपों में भारी कमी आई है. इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि यह तो तूफान का आगाज भर है, कहर बरपाना अभी बाकी है.

अमेरिकी टैरिफ से किन सेक्टरों में छंटनी का डर, भारतीय उद्यमियों पर कितना असर पड़ेगा?
व्यापार की बाधाओं ने अमेरिका में भारतीय इंजीनियरिंग सामानों की पहुंच रोकी, जिससे अब निर्यातकों को नए बाजार खोजने होंगे

कैसे अमेरिकी टैरिफ भारत के लिए अवसर और चुनौतियों दोनों लेकर आया?
अमेरिकी टैरिफ से 4.2 लाख करोड़ रुपए का निर्यात और अनगिनत नौकरियां तथा रोजगार खतरे में है. भारत के लिए नए बाजारों में पहुंच और पैठ बनाने के मौके भी हैं और चुनौतियां भी.

देश में सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाले सेक्टर में क्यों आई छंटनी की बाढ़?
सिर्फ 2025 के कैलेंडर वर्ष में ही इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी बड़ी कंपनियों ने दुनियाभर में 60,000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल दिया है. इनमें बड़ी संख्या में भारतीय भी हैं

गिल की अगुआई में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को हराकर कैसे रचा इतिहास?
शुभमन गिल की अगुआई में जुझारू नौजवानों की करामाती जमात पूरी धमक के साथ नए जमाने की टीम के रूप में उभरी.

संकट के दौर में कैसे शेयर बाजार का सहारा बन रहे देश के छोटे निवेशक?
देश के लाखों हिम्मती और रुपए-पैसे के खेल में चतुर छोटे निवेशक शेयर बाजारों में तेजी ला रहे.

कैसे जंग के दौरान कम लागत में खतरनाक हथियार साबित हो रहा है 'साइबर अटैक'?
ऑपरेशन सिंदूर से पहले और उसके दौरान, पाकिस्तान सहित अन्य देशों के हैकरों ने देश के उच्च सुरक्षा क्षेत्र (हाई सिक्योरिटी जोन) के साइबर स्पेस में कई बार घुसपैठ करने का प्रयास किया

क्यों अदाणी के करियर का सबसे बड़ा दांव है धारावी?
दिग्गज कारोबारी गौतम अदाणी एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को नई शक्ल दे पाएंगे? इससे अदाणी को 84,000 करोड़ रुपए का मुनाफा हो सकता है

पायलटों की कमी, बुढ़ाता बेड़ा; आखिर कैसे सुधरेगा एयर इंडिया?
अहमदाबाद हादसे ने एयर इंडिया की सुरक्षा, स्टाफिंग और सिस्टम में मौजूद खामियां उजागर कर दी है. टाटा समूह की इस एयरलाइन को दोबारा लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए अब आखिर क्या करना होगा?

शुभांशु शुक्ल के अंतरिक्ष दौरे से भारत के स्पेस मिशन को कैसे मिली ताकत?
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ल के सफर का साफ संकेत है कि अंतरिक्ष की संभावनाओं को खंगालने के लिए अग्रणी देशों की कतार में शामिल होने की भारत की महत्वाकांक्षाएं बढ़ीं है
क्या सच में रुक गया है इज्राएल-ईरान वाॅर?
24 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इज्राएल जंग के सीजफायर की घोषणा कर दी. लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी ट्रंप की वाहवाही करना जल्दबाजी होगा. क्योंकि खतरा पूरी तरह नहीं टला और ये भारत के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

इज्राएल-ईरान युद्ध : संघर्ष विराम कितना मजबूत?
बंकर बस्टर बम बरसाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति पश्चिम एशिया में एटमी तनाव कम न कर सकेगी. आखिर क्यों?

इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वे 2025: कौन हैं देश के बेस्ट कॉलेज?
इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वे 2025 बताता है कि देश के उच्च शिक्षा क्षेत्र में बदलाव की बयार हुई तेज, नए कॉलेज अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की चुनौती से निबटने के लिए पूरे दमखम से जुटे

प्लास्टिक का कचरा फैलाने में भारत अव्वल! सेहत के लिए यह कितना खतरनाक?
भारत प्लास्टिक से प्रदूषण फैलाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बना. हमारी सेहत के लिए इसके क्या हैं मायने; और फिर इसे दुरुस्त करने के उपाय क्या हैं

क्या ट्रंप सरकार की पाबंदियों ने भारतीय छात्रों के सपनों पर लगाया पूर्णविराम?
अमेरिकी पढ़ाई के इर्द-गिर्द अपने भविष्य की शिद्दत से योजना बनाने वाले भारतीय छात्रों का सपना अब ट्रंप सरकार की नीतियों में अपारदर्शी और अजीबोगरीब बदलाव के माहौल में टूटने-बिखरने लगा है.

व्यूज से लेकर सब्सक्राइबर्स तक, क्या है कंटेंट क्रिएटरों की कमाई की दुनिया?
डिजिटल किस्सागो और इन्फ्लूएंसरों की उछाल लेती दुनिया ने अपने शौक और जुनून को देश भर में ऑनलाइन कमाई का जरिया बनाया

एटमी जंग के कितने करीब हैं भारत-पाकिस्तान?
अगर कोई भी देश हिरोशिमा में इस्तेमाल किए गए 15-किलोटन सरीखा एटमी हथियार मुंबई या कराची पर दागता है, तो विशेषज्ञों का कहना है कि मरने वालों की तादाद दस लाख से ज्यादा हो सकती है
