कवर स्टोरी

क्रिकेट विश्व कप जीतकर महिला खिलाड़ियों ने कैसे ध्वस्त कर दीं सारी धारणाएं?
कपिल देव की पीढ़ी के बाद जन्मीं इन युवा खिलाड़ियों ने न सिर्फ भारत को पहला महिला अंडर-19 विश्व कप जिताया, बल्कि देश में महिला सशक्तीकरण का भी एक बुलंद मुकाम स्थापित किया

भारतीय युवाओं में कमर दर्द की समस्या क्यों महामारी की तरह फैल रही है?
कभी बुढ़ापे की तकलीफ कहे जाने वाला कमर दर्द अब युवाओं की परेशानी बनने लगा, मगर इलाज की नई और कमतर दिक्कतों वाली विधि ने उम्मीद की लौ जगाई है

बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव कहां हैं मजबूत और कहां चूक सकते हैं?
पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार तेजस्वी यादव ज्यादा परिपक्व और आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं लेकिन उनकी कामयाबी का गणित कई सूत्रों में उलझा हुआ है

बिहार चुनाव : नीतीश, तेजस्वी और पीके की उन रणनीतियों का लेखा-जोखा जिनसे तय होगी हार-जीत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 बेहद ऊंचे दांव वाला महा मुकाबला होने जा रहा है, जिसका राष्ट्रीय राजनैतिक असर भी बड़ा होगा
क्या चिप मैन्युफैक्चरिंग में ग्लोबल हब बन पाएगा भारत?
निजी क्षेत्र के सहयोग से चिप निर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए मोदी सरकार का 76,000 करोड़ रुपये का निवेश अब रफ्तार पकड़ रहा है

इस साल उत्तर पश्चिमी राज्यों में बाढ़ ने क्यों मचाई इतनी तबाही?
इस बरसात में देश का उत्तर-पश्चिमी हिस्सा मौसम के भीषण रवैये से बुरी तरह हलकान रहा. इसने आम जनमानस और सरकारों के धैर्य का कड़ा इम्तिहान लिया.

भारत की जलवायु क्यों हुई अराजक?
मौसम के उग्र तेवरों के कारण बाढ़, सूखा और चक्रवात की बढ़ती घटनाओं ने देश में भारी तबाही मचाई है. इनसे निपटने के लिए आखिर हम खुद को कैसे तैयार करें?

नेपाल के Gen Z प्रोटेस्ट के भारत के लिए क्या मायने हैं?
भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और बेरोजगारी को लेकर उपजे आक्रोश ने नेपाल में सत्ता पलट दी. भारत के लिए आखिर इसके मायने क्या हैं?

ट्रंप के टैरिफ से कैसे डूबने के कगार पर पहुंचा भारतीय सी-फूड उद्योग?
अमेरिका भेजे जाने वाले सी-फूड यानी खाने योग्य जलीय जीवों की खेपों में भारी कमी आई है. इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि यह तो तूफान का आगाज भर है, कहर बरपाना अभी बाकी है.

अमेरिकी टैरिफ से किन सेक्टरों में छंटनी का डर, भारतीय उद्यमियों पर कितना असर पड़ेगा?
व्यापार की बाधाओं ने अमेरिका में भारतीय इंजीनियरिंग सामानों की पहुंच रोकी, जिससे अब निर्यातकों को नए बाजार खोजने होंगे

कैसे अमेरिकी टैरिफ भारत के लिए अवसर और चुनौतियों दोनों लेकर आया?
अमेरिकी टैरिफ से 4.2 लाख करोड़ रुपए का निर्यात और अनगिनत नौकरियां तथा रोजगार खतरे में है. भारत के लिए नए बाजारों में पहुंच और पैठ बनाने के मौके भी हैं और चुनौतियां भी.

देश में सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाले सेक्टर में क्यों आई छंटनी की बाढ़?
सिर्फ 2025 के कैलेंडर वर्ष में ही इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी बड़ी कंपनियों ने दुनियाभर में 60,000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल दिया है. इनमें बड़ी संख्या में भारतीय भी हैं

गिल की अगुआई में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को हराकर कैसे रचा इतिहास?
शुभमन गिल की अगुआई में जुझारू नौजवानों की करामाती जमात पूरी धमक के साथ नए जमाने की टीम के रूप में उभरी.

संकट के दौर में कैसे शेयर बाजार का सहारा बन रहे देश के छोटे निवेशक?
देश के लाखों हिम्मती और रुपए-पैसे के खेल में चतुर छोटे निवेशक शेयर बाजारों में तेजी ला रहे.

कैसे जंग के दौरान कम लागत में खतरनाक हथियार साबित हो रहा है 'साइबर अटैक'?
ऑपरेशन सिंदूर से पहले और उसके दौरान, पाकिस्तान सहित अन्य देशों के हैकरों ने देश के उच्च सुरक्षा क्षेत्र (हाई सिक्योरिटी जोन) के साइबर स्पेस में कई बार घुसपैठ करने का प्रयास किया

क्यों अदाणी के करियर का सबसे बड़ा दांव है धारावी?
दिग्गज कारोबारी गौतम अदाणी एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को नई शक्ल दे पाएंगे? इससे अदाणी को 84,000 करोड़ रुपए का मुनाफा हो सकता है

पायलटों की कमी, बुढ़ाता बेड़ा; आखिर कैसे सुधरेगा एयर इंडिया?
अहमदाबाद हादसे ने एयर इंडिया की सुरक्षा, स्टाफिंग और सिस्टम में मौजूद खामियां उजागर कर दी है. टाटा समूह की इस एयरलाइन को दोबारा लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए अब आखिर क्या करना होगा?

शुभांशु शुक्ल के अंतरिक्ष दौरे से भारत के स्पेस मिशन को कैसे मिली ताकत?
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ल के सफर का साफ संकेत है कि अंतरिक्ष की संभावनाओं को खंगालने के लिए अग्रणी देशों की कतार में शामिल होने की भारत की महत्वाकांक्षाएं बढ़ीं है
क्या सच में रुक गया है इज्राएल-ईरान वाॅर?
24 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इज्राएल जंग के सीजफायर की घोषणा कर दी. लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी ट्रंप की वाहवाही करना जल्दबाजी होगा. क्योंकि खतरा पूरी तरह नहीं टला और ये भारत के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

इज्राएल-ईरान युद्ध : संघर्ष विराम कितना मजबूत?
बंकर बस्टर बम बरसाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति पश्चिम एशिया में एटमी तनाव कम न कर सकेगी. आखिर क्यों?
