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Opinion

अर्थातः भविष्य का भविष्य

8 नवंबर 2021

नए भारत को गर्व से कंधे पर लेकर चलने वाले मध्य वर्ग को सिकोड़ने से रोकना होगा.

अर्थातः कभी कमी न आई

19 अक्टूबर 2021

भारत चिरंतन महंगाई वाला देश है. यहां महंगाई की आधी-अधूरी सरकारी दर भी हमेशा आर्थिक विकास दर या बहुसंख्य आबादी की आय बढ़ने से ज्यादा रहती है.

अर्थातः सब बिन सब अधूरा

8 अक्टूबर 2021

दुनिया में तो मंदी है, मांग का कोई विस्फोट नहीं हुआ है फिर भी यह महंगाई कहां से आ रही?

अर्थातः कसौटियों की कसौटी

1 अक्टूबर 2021

भारत का अल्पविकसित बॉन्ड बाजार इस सुधार का इंतजार लंबे वक्त से कर रहा था. फायदों की सूची छोटी नहीं है.

अर्थातः बुरा न मानो बैंक है

25 सितंबर 2021

बैड बैंक मसीहा नहीं है. भारत के बैंकों के अधिकांश डूबे कर्ज वसूल होने की संभावना भी नहीं है. यह सरकारी बैंकों की सफाई की व्यवस्था है.

अर्थातः ये दाग़ दाग़ उजाला

11 सितंबर 2021

मंदी आंकड़ों की समझ सिकोड़ देती है. सो, प्रतिशत ग्रोथ के बजाए उत्पादन की ठोस कीमत को पढ़ना चाहिए.

अर्थातः ना होता ये तो क्या होता...

4 सितंबर 2021

यह चुनाव अच्छे और बुरे के बीच है ही नहीं, हमें तो कम और ज्यादा नुक्सान के बीच एक को चुनना है.

अर्थातः बाज़ी, बिसात और बेबसी    

28 अगस्त 2021

विनिवेश की खोखली सुर्खियों की हांक लग रही है, निजीकरण का टट्टू वहीं अड़ा है, बढ़ नहीं रहा.

अर्थातः मंदी की हवेलियां

22 अगस्त 2021

रियल एस्टेट कारोबार मंदी के प्रेत की सबसे बड़ी ताकत है. यह संकट एक दूसरे संकट की मदद से ही दूर होगा.

अर्थातः आएगा आने वाला

17 अगस्त 2021

बैंकों का निजीकरण हो न हो लेकिन भारत की बैंकिंग पूरी तरह बदल चुकी है

अर्थातः गए रोजगार बनाम नए रोजगार

7 अगस्त 2021

कोविड के बाद करीब आधी नौकरियां ऑटोमेशन और तकनीक उठा-पटक का शिकार होंगी.

अर्थातः पाखंड के आर-पार

2 अगस्त 2021

शायद पाखंड ही भारतीय राजनीति की सबसे मजबूत अदृश्य बहुदलीय शपथ है

अर्थातः पर्दा जो उठ गया तो...

25 जुलाई 2021

एक तरफ लोगों की निजता है, दूसरी ओर निजता का व्यापार. दोनों में से क्या बचेगा?

शर्म अल-शेख के चार बड़े सबक

29 नवंबर 2022

जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने की दिशा में अब चीन और भारत जैसे देशों को अपनी जिम्मेदारियां टालना मुश्किल होगा. इन देशों के ऊपर दबाव होगा कि वे जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए ज्यादा से ज्यादा योगदान दें

‘‘ऐसी चीजें सीखीं जो किताबों में नहीं मिलतीं’’

20 नवंबर 2022

गुरुग्राम के एमडीआइ संस्थान में जिंदगी न केवल बौद्धिक रूप से उत्तेजक बल्कि नए अनुभवों की खिड़की भी है.

‘‘वहां सीखी व्यापक हित में काम करने...

20 नवंबर 2022

एक्सएलआरआइ बतौर संस्थान और वहां के विश्वस्तरीय शिक्षकों ने छात्रों के जीवन में अमिट छाप छोड़ी.

‘‘यहां की पढ़ाई ने पोस्ट-ट्रूथ के दौर में...

20 नवंबर 2022

जमशेदपुर में 1949 में स्थापित इस मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट से पढ़कर निकले कई लोग वैश्विक करियर की तलाश में निकल पड़े.

‘‘आइआइएम-ए में मैंने जो कुछ भी सीखा,...

20 नवंबर 2022

नवाचारों में सबक, लीक से हटकर सोच और तर्कसंगत रणनीति बनाने से छात्र विविध क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनते हैं.

‘‘आइआइएम-ए में ही मैं पहली बार...

20 नवंबर 2022

पहले साल के खराब ग्रेड से लेकर प्रोडक्शन डिजाइन में टॉप पर आने तक. साथ ही, थोड़ा धरना प्रदर्शन भी तो किया था. 

‘‘आइआइएम-बैंगलोर अपने छात्रों को वैश्विक...

20 नवंबर 2022

संकाय और पूर्व छात्रों की कामयाबी की कहानियां दिखाती हैं कि संस्थान किस तरह देश की सेवा में सर्वांगीण मिशन से जुटा है.

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