लालफीताशाही: हजारों नियम कैसे तोड़ रहे भारतीय कंपनियों का दम!
देश को उद्योग जगत के गले का फंदा—नियम-कायदों के पालन के झंझट-झमेलों को घटाना होगा. इसके साथ ही सही मायने में कारोबारी सहूलियत का माहौल बनाना होगा, ताकि व्यापार में किसी तरह की उथल-पुथल को झेलने की खातिर हमारी कंपनियां अधिक प्रतिस्पर्धी और काबिल बन सकें