दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में हुए बम ब्लास्ट की जांच अब संदिग्ध आतंकी हमला मानकर की जा रही है. मामले की जांच में जुटी एक एजेंसी के शीर्ष सूत्र ने इंडिया टुडे को जानकारी दी है कि 10 नवंबर की शाम लाल क़िले के पास सुभाष मार्ग ट्रैफ़िक सिग्नल पर जिस आई-20 ह्युंडई कार में ब्लास्ट हुआ, वह विस्फोटकों से भरी हुई थी और इसमें जानबूझकर मेट्रो स्टेशन के गेट नं. 1 पर ब्लास्ट किया गया.
इस ब्लास्ट में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं. वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक ऐसा लगता है कि यह आत्मघाती हमला था. सूत्रों के मुताबिक यह कार कथिततौर पर पुलवामा के निवासी तारिक से खरीदी गई थी. तारिक को यह कार गुरुग्राम के मोहम्मद सलमान ने बेची थी. सुरक्षा एजेंसियों ने इन लोगों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है.
एजेंसियां और पुलिस इस बात की भी जांच कर रही हैं कि इन दोनों के फरीदाबाद में पकड़े गए टेरर-मॉड्यूल से कोई संबंध तो नहीं था. दरअसल इस बात की संभावना जताई जा रही है कि इस कार ब्लास्ट के पीछे इसी मॉड्यूल का हाथ है. जिस कार में ब्लास्ट हुआ वह रॉयल कार जोन से खरीदी गई थी. सेकंड हैंड कार बेचने वाले इस डीलर का पता फरीदाबाद के सेक्टर-37 में दर्ज है.
सूत्रों के मुताबिक फरीदाबाद टेरर-मॉड्यूल से जुड़ा डॉ. उमर मोहम्मद फरार चल रहा था और हो सकता है कि वही ब्लास्ट के वक्त कार में रहा हो. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया है कि कार से बरामद लाश का डीएनए टेस्ट किया जाएगा और उसी के बाद इसकी पुष्टि हो सकती है.
कार में किस तरह का विस्फोटक था
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस बात की पुष्टि की है कि ब्लास्ट में हाई-ग्रेड एक्स्प्लोसिव का इस्तेमाल हुआ है. साथ ही कार में कोई मैकेनिकल खराबी की वजह से ब्लास्ट की संभावना को नकारा है.
हालांकि शुरुआती फॉरेंसिक जांच से यह भी पता चला है कि ब्लास्ट में ऐसी इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोजिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल नहीं किया गया था जिसमें छर्रे या धातु के नुकीले टुकड़े शामिल होते हैं. घटनास्थल से ऐसे छर्रे, धातु के टुकड़े या बॉल बीयरिंग बरामद नहीं किए गए हैं.
NSG और फॉरेंसिक जांच से जुड़े विशेषज्ञों ने घटनास्थल से कई सैंपल इकट्ठे किए हैं. इनकी जांच के बाद ही पता चलेगा कि ब्लास्ट में नाइट्रेट या TNT जैसे किस कैमिकल का इस्तेमाल हुआ था.
