जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस की एक संयुक्त टीम ने 10 नवंबर को एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है. इस टीम ने फरीदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज के पास से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक बरामद किए हैं.
इसके अलावा, असॉल्ट राइफल समेत हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी पुलिस के हाथ लगा है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोटक रसायन अल फलाह अस्पताल के पास एक डॉक्टर के घर से बरामद किए गए. इस मकान में वह किराए पर रह रहा था.
वहीं, असॉल्ट राइफल उसी अस्पताल में कार्यरत एक महिला डॉक्टर की कार में मिली. जांच से पता चला कि डॉ. शकील ने फरीदाबाद के धोज इलाके में एक कमरा किराए पर लिया था, जहां अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था. लगभग 15 दिन पहले उन्हें दिया गया यह कैमिकल आठ बड़े और चार छोटे सूटकेसों में छिपाकर रखा गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस ऑपरेशन के जरिए हरियाणा और कश्मीर पुलिस ने मिलकर दिल्ली समेत देश को दहलाने की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है.
विस्फोटक के अलावा और क्या-क्या बरामद हुए हैं?
फरीदाबाद में पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक के अलावा, एक असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन और 83 जिंदा कारतूस, एक पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस, दो खाली कारतूस, दो अतिरिक्त मैगजीन, 8 बड़े सूटकेस, 4 छोटे सूटकेस और संदिग्ध विस्फोटक कैमिकल जब्त किए हैं.
इसके अलावा, पुलिस ने बैटरियों वाले 20 टाइमर, 24 रिमोट कंट्रोल, लगभग पांच किलोग्राम भारी धातु, वॉकी-टॉकी सेट, बिजली के तार, बैटरियां और अन्य प्रतिबंधित सामग्री भी बरामद की है.
कैसे विस्फोटक तक पहुंची दो राज्यों की पुलिस?
पुलिस ने डॉ. मुज़म्मिल शकील और कश्मीर के एक अन्य डॉक्टर अदील अहमद राठेर को हथियार रखने के एक मामले में गिरफ्तार किया है. राठेर से पूछताछ के दौरान ही पुलिस को विस्फटक और हथियार से जुड़े अहम सुराग मिले, जिसके बाद यह छापेमारी की गई.
जिस महिला डॉक्टर की कार से राइफल जब्त की गई थी, उसे भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. महिला डॉक्टर की मारुति स्विफ्ट कार भी जब्त कर ली गई है.
फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने कहा, "हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच चल रहे इस संयुक्त अभियान के तहत डॉ. मुज़म्मिल को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह आरडीएक्स नहीं है, बल्कि अमोनियम नाइट्रेट है."
राठेर से पुलिस हथियारों और विस्फोटकों के बारे में पूछताछ कर रही है. इससे पहले, पुलिस ने कश्मीर घाटी में उसके एक लॉकर से एक एके-47 राइफल और अन्य गोला-बारूद जब्त किया था.
दोनों डॉक्टरों- राठेर और शकील को जम्मू-कश्मीर वापस लाया गया है और वे पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस अधिकारियों ने इस बरामदगी को हाल के सालों में घाटी से जुड़ी विस्फोटकों की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक बताया है.
इन आरोपियों के प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे- जैश-ए-मोहम्मद और गज़वत-उल-हिंद से संबंध होने का संदेह है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस केस में दूसरे राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में हथियारों व विस्फोटकों की और अधिक बरामदगी और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.
आरोपियों पर शस्त्र अधिनियम की धारा 7 और 25 तथा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धारा 13, 28, 38 और 39 के तहत मामला दर्ज किया गया.

