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विशेषांकः पाटीदारों की आवाज़

अक्तूबर में हार्दिक ने कोविड-19 पीड़ितों के परिवारों के साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए 'न्याय यात्रा’ शुरू की. उनका दावा है कि महामारी संभालने में सरकार की नाकामी की वजह से करीब दो लाख लोग मारे गए.

हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल
अपडेटेड 2 जनवरी , 2022

नई नस्ल 100 नुमाइंदे/राजनीति

हार्दिक पटेल, 28 वर्ष
कार्यकारी अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी

हार्दिक पटेल ने अपने युवा कंधों पर पूरे आंदोलन भार उठाया जिसने उन्हें पाटीदार नेता बना दिया. उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए और इसने यही साबित किया कि वे मायने रखते हैं.

राज्यों में अगली पीढ़ी के नेताओं को तैयार करने के अभियान में उन्हें शामिल करने के लिए यह पर्याप्त था. यह और बात है कि हार्दिक पार्टी की राज्य इकाई में अलग-थलग महसूस करने लगे और शिकायत की कि ''कांग्रेस ने उनकी क्षमता का इस्तेमाल नहीं किया.’’ करीब एक साल तक नाराज रहने के बाद लगता है हार्दिक ने अब एक योजना तैयार की है.

अपने जनसंचार के कौशल का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने लोगों तक पहुंचने के लिए दो कार्यक्रम शुरू किए—नवंबर में जनचेतना महासम्मेलन, जिसका मकसद राज्य सरकार की 'गरीब विरोधी नीतियों’ को 'उजागर’ करना है. हार्दिक ने 2022 में पूरे गुजरात में लगभग 300 रैलियां आयोजित करने की योजना बनाई है. उसी साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं.

अक्तूबर में हार्दिक ने कोविड-19 पीड़ितों के परिवारों के साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए 'न्याय यात्रा’ शुरू की. उनका दावा है कि महामारी संभालने में सरकार की नाकामी की वजह से करीब दो लाख लोग मारे गए.

वे हर उस परिवार से मिलने की योजना बना रहे हैं जिसने वायरस की वजह से अपने कम-से-कम एक सदस्य को खो दिया. उन्होंने अब तक 16,000 गांवों में 31,000 परिवारों से संपर्क किया है.

राज्य के 6 करोड़ की आबादी में से पाटीदार समुदाय की 1.25 करोड़ की अच्छी-खासी आबादी है. इस मजबूत समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए हार्दिक पटेल ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए दावा ठोका है. लेकिन कांग्रेस ने यह जिम्मेदारी ओबीसी नेता जगदीश ठाकोर को दी और आदिवासी नेता सुखराम राठवा को विपक्ष का नेता नियुक्त कर दिया.

ऐसे में उम्मीद है कि हार्दिक अपने मूल समर्थन आधार, पाटीदारों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जिनकी इकलौती मजबूत आवाज होने का दावा वे करते हैं. तब तक भाजपा ने एक पाटीदार, भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाकर जो बढ़त हासिल की है, हार्दिक उसे बेअसर करना चाहते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पटेल को दिल्ली की कठपुतली बताकर और खुद को एकमात्र पाटीदार योद्धा के रूप में पेश करके शुरूआत की है. 

योद्धा की छवि: भगवान राम के परम भक्त हार्दिक को तलवार, राइफल या पिस्तौल लेकर तस्वीर के लिए पोज देना पसंद है

''हार्दिक फाइटर हैं और उन्होंने लोगों का ध्यान खींचा है. उन्हें इस क्षेत्र के गुर आते हैं. वे गुजरात में अपना आधार पाटीदार समुदाय से बाहर भी फैला रहे हैं. वे बहुत आगे जाएंगे.’’
—जिग्नेश मेवाणी, गुजरात के विधायक

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