नई नस्ल 100 नुमाइंदे/वारिस
रोशनी नादर मल्होत्रा, 39 वर्ष
अध्यक्ष, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, और सीईओ, एचसीएल कॉर्पोरेशन, नोएडा
रोशनी नादर मल्होत्रा की चुनौती एचसीएल को उस पहचान से कुछ अलग बनाने की है जो कि उसे संस्थापक के रूप में शिव नादर ने दी थी. भारत की शीर्ष 20 पब्लिक ट्रेडिंग वाली कंपनियों और शीर्ष पांच आईटी सेवा फर्मों में शामिल एचसीएल टेक्नोलॉजीज का बाजार पूंजीकरण 3.14 लाख करोड़ रुपए (20 दिसंबर, 2021 तक) है.
शिव और किरण नादर की बेटी रोशनी भारत में किसी सूचीबद्ध आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं. इस साल एचसीएल के राजस्व में दो अंकों की वृद्धिदर संभावित है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण व्यापार करने के डिजिटल तरीकों को अपनाने में तेजी आई है.
रोशनी परोपकारी प्रकृति की भी हैं और शिव नादर फाउंडेशन और विद्याज्ञान लीडरशिप अकादमी के माध्यम से वंचित वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में सक्रियता से काम कर रही हैं.
रोशनी मात्र 28 साल की उम्र में एचसीएल कॉर्पोरेशन की सीईओ बनीं और तब से उन्होंने स्वास्थ्य और कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में व्यवसाय विविधीकरण का नेतृत्व किया है. शिक्षा संबंधी उनकी पृष्ठभूमि को देखते हुए विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी प्रतिभा और कौशल विकास के क्षेत्र में कामकाज को आगे बढ़ाएगी.
बाखबर
रोशनी नादर मल्होत्रा संचार में स्नातक हैं और उन्होंने सीएनबीसी और सीएनएन में इंटर्नशिप की है. उन्होंने पहली नौकरी स्काइ न्यूज, लंदन में की थी
''ग्रामीण-शहरी फासला आखिर पहुंच का ही तो मामला है. शहरी भारत में रहने वाले वंचित वर्गों के पास भी एक निश्चित सीमा तक जानकारी होती ही है जिससे उनकी पहुंच बढ़ जाती है...हमारी कोशिश है कि सभी को एक समान अवसर मिल सकें.’’

