नई नस्ल 100 नुमाइंदे/राजनीति
दुष्यंत चौटाला, 33 वर्ष
उप मुख्यमंत्री, हरियाणा
मशहूर गांधी परिवार के अलावा, उनका एकमात्र राजनीतिक परिवार है जिसकी चार पीढ़ियां नेता निर्वाचित हुई हैं. फिर भी, हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री और जनता जननायक पार्टी (जेजेपी) के अध्यक्ष और सह-संस्थापक दुष्यंत चौटाला ने बार-बार यह दिखाया कि वे पारिवारिक विरासत की बैसाखी के बिना राजनीतिक मोर्चे पर मोल-भाव कर सकते हैं.
चुनाव लड़ने के योग्य होने से पहले ही, दुष्यंत ने 2013 में इंडिया टुडे से कहा था, ''लोगों का दिल जीतना आसान काम नहीं है.’’ वे महज आठ वर्ष की उम्र में अपने परदादा और पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल के साथ 1996 में रोहतक में प्रचार अभियान में गए थे. लिहाजा जनता की नब्ज पकड़ने का गुण स्वाभाविक रूप से उनमें मौजूद है.
2014 में, दुष्यंत 16वीं लोकसभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बने, तब जब उनके दादा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, पिता अजय सिंह चौटाला और चाचा अभय सिंह चौटाला जेल में थे. चार साल बाद, जैसे-जैसे दादा और चाचा के साथ उनके मतभेद बढ़े, दुष्यंत को इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) से निकाल दिया गया. दुष्यंत ने हार नहीं मानी और 31 साल की उम्र में अलग पार्टी बना ली.
उनकी पार्टी ने पहले ही चुनाव—साल 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव—में 10 सीटें जीतीं, जबकि इनेलो ने केवल एक सीट जीती. 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा बहुमत से छह सीटें दूर थी. दुष्यंत ने उससे हाथ मिलाया और बदले में उप-मुख्यमंत्री का पद और जेजेपी के लिए कई प्रमुख विभागों को हासिल कर लिया.
दुष्यंत तब से सत्ता में अपने कार्यकाल का इस्तेमाल उस जाट समुदाय के बीच अगले बड़े नेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कर रहे हैं, जो हरियाणा में अकसर चुनावी नतीजे निर्धारित करता है.
''अपनी पारिवारिक विरासत पर निर्भर रहने के बजाए, दुष्यंत ने लोगों का सच्चा प्रतिनिधि बनने के लिए कड़ी मेहनत की. रोज जनता से मिलने से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संवाद करने तक वे शांत बने रहते हैं और जनता की सभी शिकायतों या सरकारी फाइल को व्यक्तिगत रूप से देखते हैं"
डॉ. के.सी. बांगड़, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जेजेपी, पूर्व-चेयरमैन, हरियाणा लोक सेवा आयोग
डिग्री और विरासत: सीएसयू, बेकर्सफील्ड से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में बीएससी करने के बाद दुष्यंत ने 2018 में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली से एलएलएम (प्रोफे.) किया. अगले साल उन्होंने गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी, हिसार से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की.

