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विशेषांकः उभरता युवा दलित नेतृत्व 

बसपा संस्थापक कांशीराम के जन्म दिन 15 मार्च, 2020 को उन्होंने नए सियासी दल आजाद समाज पार्टी का गठन कर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. 

चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर आजाद
अपडेटेड 2 जनवरी , 2022

नई नस्ल 100 नुमाइंदे/राजनीति

चंद्रशेखर आजाद, 35 वर्ष
संस्थापक भीम आर्मी, राष्ट्रीय अध्क्षक्ष, आजाद समाज पार्टी

पश्चिमी यूपी के सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर गांव में 9 मई, 2017 को दलितों और सवर्णों के बीच हिंसा की घटना सुर्खियां बनी थी. इस दौरान पहली बार भीम आर्मी नाम का संगठन चर्चा में आया था.

भीम आर्मी भारत एकता मिशन नाम के इस संगठन की स्थापना 2011 में दलित नेता चंद्रशेखर ने शब्बीरपुर के कुछ दलित युवाओं को साथ लेकर की थी. भीम आर्मी सहारनपुर और आसपास के जिलों में दलितों के उत्थान के लिए काम कर रही थी.

दलितों के मुद्दों को लगातार आक्रामक ढंग से उठाकर चंद्रशेखर और उनकी आर्मी दलित युवाओं को अपनी ओर खींच रही थी. पंजाब और हरियाणा में भी इससे जुड़े युवा दलितों की खासी तादाद है. शब्बीरपुर कांड के बाद दलितों के मुद्दे लेकर चंद्रशेखर यूपी की योगी सरकार के खिलाफ मुखर हो गए.

प्रदेश में कहीं भी दलितों पर अत्याचार की खबर मिलने पर चंद्रशेखर सबसे पहले मौके पर पहुंचकर पीड़ित को हरसंभव मदद की कोशिश करते हैं. बसपा संस्थापक कांशीराम के जन्म दिन 15 मार्च, 2020 को उन्होंने नए सियासी दल आजाद समाज पार्टी का गठन कर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. 

कानूनी मदद पेशे से वकील चंद्रशेखर ने ऐसे युवाओं की एक टीम तैयार की है जो किसी दलित पर अत्याचार होने पर उसे नि:शुल्क मदद करती है

'' चंद्रशेखर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की निष्क्रियता के चलते दलितों के बीच उत्पन्न खाली जगह को भरने की कोशिश कर रहे हैं’’
—स्नेहवीर पुंडीर, विभागाध्यक्ष, राजनीतिशास्त्र विभाग, डीएनपीजी कॉलेज, मेरठ

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