अपराधः डर्टी पिक्चर
अश्लील फिल्म निर्माण के रैकेट में कथित तौर पर शामिल व्यवसायी राज कुंद्रा की गिरफ्तारी ने अश्लीलता पर भारतीय कानूनों को चर्चा में ला दिया है और अश्लीलता तथा कामोत्तेजकता की परिभाषाओं पर गरमा-गरम बहस छिड़ गई है

मुंबई पुलिस 4 फरवरी को शहर के उत्तरी छोर पर स्थित मड आइलैंड इलाके में एकांत में बने एक बंगले में पहुंची, जहां पांच लोगों की एक टीम, दो लोगों की अंतरंग मुद्रा फिल्मा रही थी. कलाकारों और शूटिंग दल को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. छह युवा अभिनेत्रियों ने फिल्म निर्माताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसकी जांच में जुटी पुलिस को इस शूटिंग की एक गुप्त सूचना मिली थी. अभिनेत्रियों ने निर्माताओं पर आरोप लगाया था कि वे उन पर अश्लील फिल्मों में काम करने के लिए दबाव डाल रहे थे. पुलिस ने पाया कि छह छोटे कमरों, एक किचन और एक बगीचे वाले इस बंगले में शूट हुए वीडियो कुछ वेबसाइटों और हॉटशॉट्स, हॉटहिट और न्यूफ्लिक्स जैसे मोबाइल ऐप पर भुगतान करके देखने के लिए अपलोड किए जा रहे थे.
इसके छह महीने बाद, विभिन्न कंपनियों के साथ-साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले करोड़पति व्यवसायी तथा बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति, राज कुंद्रा को गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने 19 जुलाई को कुंद्रा को एक पेड स्ट्रीमिंग ऐप 'हॉटशॉट्स' के मालिक ब्रिटेन स्थित केनरिन प्रोडक्शन हाउस के साथ कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया. 'हॉटशॉट्स' के ऐप स्टोर पर विवरण के अनुसार, यह ''हॉट फोटोशूट, शॉर्ट फिल्मों और दुनिया भर की मशहूर हस्तियों की जीवनशैली से जुड़ी निजी सामग्रियां दिखाने का वादा करता है.'' हालांकि इस घटना के बाद ऐप को ऐप स्टोर से हटा दिया गया है. केनरिन का स्वामित्व कुंद्रा के बिजनेस पार्टनर और बहनोई प्रदीप बख्शी के पास है, और हॉटशॉट्स ऐप को कुंद्रा की कंपनी आर्म्सप्राइम मीडिया ने बनाया है.
कुंद्रा के अलावा 10 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन पर आरोप है कि वे बॉलीवुड की फिल्मों में बड़े रोल दिलाने का लालच देकर युवतियों को इन वीडियो में काम करने के लिए तैयार करते थे. कुंद्रा और अन्य सभी पर भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 34 (अश्लील इरादा), 292 और 293 (अभद्र और अश्लील विज्ञापनों और प्रदर्शन से संबंधित) के अलावा आइटी अधिनियम और स्त्री अशिष्ट रूपण (निषेध) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कुंद्रा पर वियान इंडस्ट्रीज के दफ्तर का उपयोग करके केनरिन को इलेक्ट्रॉनिक रूप से अच्छी सामग्री भेजने के भी आरोप हैं. कुंद्रा ही वियान इंडस्ट्रीज के मालिक हैं, जिसका नाम उनके बेटे के नाम पर रखा गया है. 22 जुलाई को पुलिस को दिए एक बयान में, वियान इंडस्ट्रीज के सीईओ रयान थोर्पे ने कहा कि फरवरी में अभिनेत्रियों की शिकायतें सार्वजनिक होने के बाद उन्हें कंपनी के सर्वर से कई वीडियो क्लिप डिलिट करने के लिए कहा गया था.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारम्बे के अनुसार, कुंद्रा के साथ बख्शी और उमेश कामत के संबंध जगजाहिर हैं, जो कुंद्रा के पूर्व सहायक और मामले का एक अन्य आरोपी है. भारम्बे का कहना है कि कामत भारत में केनरिन के प्रतिनिधि के रूप में काम करता था. प्रोडक्शन कंपनी केनरिन, कथित तौर पर कई एजेंटों से अनुबंध के तहत वयस्क फिल्में बनवाती थी. पुलिस अधिकारी कहते हैं कि कामत और मॉडल-अभिनेत्री गहना वशिष्ठ वीडियो शूट करने के बाद उसे डिजिटल रूप में केनरिन को भेजा करते थे.
'अश्लील नहीं, कामोत्तेजक'
वैसे, राज कुंद्रा और गहना वशिष्ठ दोनों ने दावा किया है कि हॉटशॉट्स की सामग्री को 'अश्लील' की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है. वशिष्ठ कहती हैं, ''मैंने राज के साथ तीन फिल्मों में काम किया. हमने कामोत्तेजक, बोल्ड फिल्में बनाईं लेकिन उनमें से कोई भी फिल्म 'पोर्न या अश्लील' की श्रेणी में नहीं आती.'' वशिष्ठ ने अपने एक ट्वीट में लिखा, ''अगर आप देखें, तो नेटफ्लिक्स और अमेजन जैसे ऐप पर इससे कहीं अधिक बोल्ड सामग्री है... पुलिस ने गलत व्याख्या की है.'' कुंद्रा के वकील अबाद पोंडा कहते हैं, ''फिल्म के किसी भी दृश्य में दो व्यक्तियों को संभोग में लिप्त नहीं दर्शाया गया है.''
इससे इरोटिका (कामोत्तेजक) बनाम पोर्नोग्राफी (अश्लीलता) पर एक अदद बहस छिड़ गई है. दोनों के बीच फर्क क्या है और कुंद्रा की फिल्में इनमें से दरअसल किस श्रेणी में रखी जा सकती हैं?
निजी स्थलों पर अश्लील सामग्री देखना गैर-कानूनी नहीं है. हालांकि, यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम, 2012 (पोक्सो कानून) के अनुसार, ऐसी अश्लील फिल्में देखना, रखना या डाउनलोड करना अपराध है जिनमें बच्चों को फिल्माया गया हो. साथ ही, आइपीसी की धारा 354सी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66 ई में बलात्कार का वीडियो बनाने और प्रसारित करने के लिए सजा का प्रावधान है. आइटी अधिनियम की धारा 67 भी इलेक्ट्रॉनिक रूप में 'अश्लील सामग्री' के उत्पादन, वितरण, प्रसारण और प्रकाशन को प्रतिबंधित करती है. इस अपराध में तीन साल तक की कैद और/या 5 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है. विदेशों में पंजीकृत पोर्नहब जैसी वेबसाइट भारतीय कानून के दायरे में नहीं आती हैं.
तीन महिला कलाकार कुंद्रा के खिलाफ, खुलकर सामने आई हैं. मॉडल सागरिका सुमन का कहना है कि उन्हें नग्न ऑडिशन देने के लिए बुलाया गया था. सुमन कहती हैं, ''जब मैंने पूछा कि निर्माता कौन है, तो उन्होंने बताया कि यह राज कुंद्रा की कंपनी है.'' पूनम पांडे ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि 2019 में कुंद्रा के प्रोडक्शन हाउस के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इनकार के बाद उन्हें बहुत परेशान किया गया था. पांडे ने बताया, ''किसी ने मेरा फोन नंबर सोशल मीडिया पर यह बताते हुए डाल दिया कि अगर वे मुझे फोन करेंगे तो मैं उनके लिए कपड़े उतार दूंगी.'' अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा ने इस साल 21 जुलाई को एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कुंद्रा के आर्म्सप्राइम के खिलाफ सबसे पहले उन्होंने शिकायत की थी.
अदालत में मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए कुंद्रा की हिरासत की मांग की और दावा किया कि हॉटशॉट्स और हॉटहिट पर कई वीडियो में दो व्यक्ति रति-क्रिया में लिप्त हैं. इससे यह दलील खारिज होती है कि ये कामोत्तेजक हैं, अश्लील या पोर्न नहीं.
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, अन्य महिलाओं ने कहा कि निर्माता उनसे कहा करते थे कि अगर वे अनुबंध पर हस्ताक्षर करने और इन फिल्मों में अभिनय करने से इनकार करती हैं, तो उन्हें फिल्म उद्योग में काम का कभी मौका नहीं मिल पाएगा. छह महिला शिकायतकर्ताओं ने हस्ताक्षरित फॉर्म की प्रतियां पेश की थीं, जो उन्होंने वशिष्ठ और अन्य आरोपियों के लिए साइन की थीं. इन सहमति पत्रों में कहा गया है कि महिलाओं ने ''अंतरंग, कामुक, बोल्ड सीन, लिप लॉक, स्मूच सीन, टॉपलेस/न्यूड सीन'' करने के लिए ''अपनी इच्छा से और बिना प्रोडक्शन हाउस के किसी दबाव में'' सहमति जताई थी. महिलाओं के अनुसार, उन्हें कथित तौर पर 12 से 20 मिनट की अवधि के अंतरंग दृश्य करने के लिए 10,000 रुपए का भुगतान किया गया था. सहमति फॉर्म में प्रोडक्शन हाउस का नाम, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर, वेब सिरीज का नाम या सामग्री के रिलीज का विवरण वगैरह नहीं लिखा था.
महामारी के दौरान लोगों के अपने घरों तक सीमित रहने के कारण, आकर्षक पोर्न उद्योग आश्चर्यजनक रूप से फला-फूला है. दुनिया की सबसे अधिक देखी जाने वाली वयस्क फिल्म वेबसाइट पोर्नहब के अनुसार, मार्च 2020 में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से भारत में पोर्न की खपत में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें से ज्यादातर दर्शक 28-34 आयु वर्ग के बीच के हैं. उसी दौरान पूरी दुनिया में पोर्न की खपत में औसतन वृद्धि भारत के मुकाबले एक-तिहाई, मात्र 10.5 प्रतिशत ही रही. 2020 में, भारत ने सबसे अधिक पोर्न देखने वाले देशों की वैश्विक सूची में कनाडा को पछाड़कर तीसरा स्थान प्राप्त किया. इस सूची में अमेरिका सबसे ऊपर है, उसके बाद ब्रिटेन है. पोर्नहब डेटा देसी पोर्न की मांग में तेज वृद्धि के ट्रेंड की ओर भी इशारा करता है.
पैसा कैसे बनता है
पुलिस ने यह भी पाया है कि इन फिल्मों के निर्माण में अर्जित मुनाफा बहुत ज्यादा है. उदाहरण के लिए, 20 मिनट का वीडियो केवल 3 लाख रुपए में बनाया जा सकता है जिसमें शूटिंग की जगह की लागत और कलाकारों तथा कैमरामैन को किया गया भुगतान, सब शामिल है. लेकिन इसे बेचकर निर्माता एक महीने में 20 लाख रुपए तक कमा सकते हैं.
प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने दावा किया है कि हॉटशॉट्स के 20 लाख ग्राहक थे जो ऐप पर मौजूद वीडियो सामग्री देखने के लिए प्रति माह 100 रुपए के सदस्यता शुल्क का भुगतान कर रहे थे. पुलिस को कुंद्रा के मोबाइल फोन पर एक व्हाट्सऐप ग्रुप चैट भी मिली जिसमें वह कथित तौर पर इन फिल्मों के निर्माण के जरिए हो रही अपनी कमाई की चर्चा की है. एक जांच अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ''व्हाट्सऐप ग्रुप चैट से पता चलता है कि कुंद्रा ने किसी व्यक्ति को 12 लाख डॉलर में 119 वीडियो बेचने की योजना बनाई थी. यह सौदा हुआ या नहीं, हम इसका पता लगा रहे हैं.''
23 जुलाई को कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में कहा गया है कि कुंद्रा बॉलीफेम मीडिया लिमिटेड नाम से एक और कंपनी चलाता है. कुंद्रा ने हॉटशॉट के कंटेंट को इसी कंपनी में शिफ्ट करने की योजना बनाई थी. चार्जशीट में कुंद्रा का एक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन भी शामिल है जिसमें कहा गया है कि बॉलीफेम 2023-24 तक 30 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ के साथ 146 करोड़ रुपए की कमाई कर सकता है.
मुंबई पुलिस का दावा है कि कुंद्रा को 3 फरवरी को मोबाइल ऐप हॉटहिट से 2.7 लाख रु. मिले. यह ऐप गूगल प्लेस्टोर पर 'मैच्योर' श्रेणी के रूप में वर्गीकृत है. उन्हें इसी ऐप से 23 जनवरी को 95,000 रु., 20 जनवरी को 1 लाख रु., 13 जनवरी को 2 लाख रु. और 10 जनवरी को 3 लाख रु. मिले.
राज कुंद्रा की गिरफ्तारी से अश्लील सामग्री के धंधे पर सुर्खियां हैं. कुंद्रा मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं. पुलिस की जांच से लगता है कि कुंद्रा के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं लेकिन इसे अदालत में साबित करना होगा.