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अपने सेक्सी होने का मुझे कोई पछतावा नहीं: विद्या

द डर्टी पिक्चर की साल भर नॉन-स्टॉप चली शूटिंग के बाद अब वे राहत की सांस ले रही हैं. सारी कवायद 2 दिसंबर की डेडलाइन पूरी करने के लिए थी. राहत की सांस इसलिए भी क्योंकि फिल्म में उन्हें अपना काफी समय उभरे हुए वक्ष स्थल (वे जोर देकर कहती हैं कि सब असली था) को खास अंदाज में पेश करने में जो गुजारना पड़ा.

द डर्टी पिक्चर में विद्या बालन
द डर्टी पिक्चर में विद्या बालन
अपडेटेड 16 दिसंबर , 2011

द डर्टी पिक्चर की साल भर नॉन-स्टॉप चली शूटिंग के बाद अब वे राहत की सांस ले रही हैं. सारी कवायद 2 दिसंबर की डेडलाइन पूरी करने के लिए थी. राहत की सांस इसलिए भी क्योंकि फिल्म में उन्हें अपना काफी समय उभरे हुए वक्ष स्थल (वे जोर देकर कहती हैं कि सब असली था) को खास अंदाज में पेश करने में जो गुजारना पड़ा. विद्या बालन 1 जनवरी को 33 वर्ष की हो रही हैं. बॉलीवुड की यह सबसे दिलेर और प्रतिभाशाली अभिनेत्री अपने सयानेपन के लिए जानी जाती है.

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जहां इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों को अपने साथी अभिनेताओं के बॉक्स ऑफिस के आंकड़े भुनाने के लिए जाना जाता है, वहीं विद्या हैं कि रूढ़ियों को तोड़ रही हैं. वे दमदार चरित्रों को पेश करने की कोशिश करती हैं. वे सिर्फ प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने की बजाय असल फिल्म निर्माण में यकीन करती हैं. उन्होंने परिणीता (2005) से एक चमकदार सितारे के रूप में स्क्रीन पर धमाकेदार आगाज किया था.

30 नवंबर 2011: तस्‍वीरों में देखें इंडिया टुडे

हालांकि थोड़े समय के लिए वे फिल्मों के चयन के मामले में कुछ आत्मविश्वास खोती नजर आईं. लेकिन अब वे फिर उस खेल में वापसी कर चुकी हैं, जिसमें उन्हें महारत हासिल है-औरत का देसी रूप. फिर वे चाहे इश्किया की गालियां देने वाली चालाक कृष्णा हो या द डर्टी पिक्चर की हिला कर रख देने वाली सिल्क. उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पहले वीकेंड में 36 करोड़ रु. का कारोबार कर चुकी है, उन्होंने अपने कुछ डर्टी सीक्रेट्स पर संपादक कावेरी बामज़ई से बात की.

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16 नवंबर 2011: तस्‍वीरों में देखें इंडिया टुडे

- द डर्टी पिक्चर की सबसे ज्‍यादा रोमांच पैदा करने वाली बात कौन-सी थी?

बतौर कलाकार और औरत होने के नाते, यह अनुभव आजादी के एहसास से लबरेज था. मुझे अपनी सेक्सुअलिटी को लेकर पहले कोई खेद नहीं रहा, अब मुझे हदें लांघने की ताकत पर भी कोई मलाल नहीं है.

- क्या आपको अपने पेट को जींस के ऊपर से लटकता दिखाने में कोई आपत्ति नहीं थी? या अपनी आंखों के चारों ओर काले घेरे आने देने को लेकर?

नहीं. मुझे याद है, जब हम एक दिन शूटिंग पूरी करने में लगे थे और मैं अपनी बेल्ट को इस हद तक कस रही थी कि मेरा पेट बड़ा नजर आए. मिलन (लूथरिया, फिल्म के निर्देशक) एक दम भौंचक्के दिखे. उन्होंने कहा, ''क्या कर रही हो? यूनिट यहां मौजूद है.'' उन्होंने मुझे बाद में बताया कि अब वे मुझे किसी भी चीज के बारे में कुछ भी कहने से डरने लगे हैं क्योंकि मैं हर बात को तैयार जो रहती थी.

- ऐसा इसलिए क्योंकि जो पहला दृश्य उन्होंने आपको करने को कहा था वह ऑर्गेज्‍म (चरम आनंद) का एहसास दिखाने का था?

हां. उन्होंने कहा, अगर आप यह कर लेती हैं, तो सब कुछ कर लेंगी. वे एकदम सही थे.

- और आपने ऐसा दो बार किया. क्या सोच रही थीं आप उस वक्त?

इसको इस तरह से कंगी कि मुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड सिद्धार्थ (रॉय कपूर, यूटीवी मोशन पिक्चर्स के सीईओ) से मिले काफी समय गुजर गया था.

9 नवंबर 2011: तस्‍वीरों में देखें इंडिया टुडे
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- फिल्म को देखने के बाद आपके परिवार के सदस्यों की क्या राय थी?

मेरे जीजाजी मेरी ही तरह शॉन पेन के बहुत बड़े फैन हैं. वे फिल्म देख कर बाहर निकले और उन्होंने मुझसे कहा कि अगर वे कभी लॉस एंजिलिस गए और पेन से मिले तो उनसे कहेंगे, ''अगर तुम्हारे पास मिल्क है, तो हमारे पास सिल्क है.''

- क्या आप के परिवार में सभी दो-टूक बात करते हैं?

देखिए, मेरी बहन और जीजाजी विज्ञापन इंडस्ट्री में हैं. मैं सिर्फ उनकी नकल करने की कोशिश करती हूं.

- क्या किसी ने फिल्म को लेकर आपको चेताने की कोशिश की? जैसे इस तरह की 'बोल्ड' फिल्म से आपके करियर को नुक्सान भी पहुंच सकता है?

कुछ लोगों ने डर दिखाया था. लेकिन मैं इन बातों की परवाह नहीं करती. जब मैंने इश्किया की थी, लोगों ने कहा था कि मैं पागल हूं जो विशाल भारद्वाज की बजाय उनके असिस्टेंट के साथ काम कर रही हूं. पर आप खुद देखिए, अभिषेक चौबे ने सबको गलत साबित कर दिया.

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- क्या कृष्णा काफी कुछ सिल्क जैसी नहीं थी?

सवाल ही नहीं. कृष्णा में मौज-मस्ती जैसी बात कहां थी? वह बहुत शार्प और सयानी थी. हां, अपनी सेक्सुअलिटी को लेकर वह जरूर सिल्क की तरह ही आक्रामक थी लेकिन उसमें सिल्क जैसी बाल सुलभता नहीं थी. वह चौंकाने में यकीन करती थी.

- उन डर्टी डायलॉग्स के बारे में क्या कहेंगी, जो आपको फिल्म में बोलने पड़े?

देखिए, अपने दोस्तों के साथ हम डर्टी टॉक्स करते ही हैं ना! कि नहीं? फर्क इतना ही था कि ये डायलॉग्स हिंदी में थे. जैसे कि सिल्क अपनी उम्रदराज दोस्त से कहती है ना कि तेरी इमारत बताती है यहां कितने मजदूरों ने काम किया है. यह निहायत ही भदेस है. पर उसकी पृष्ठभूमि ही ऐसी है.

- आप शूटिंग के दौरान बीमार हो गई थीं?

हां, मेरा हीमोग्लोबिन 6.6 पर आ गया था. मैं मुंबई में घर नाश्ता कर रही थी कि अचानक बेहोश हो गई. मुझे छह हफ्ते के लिए आराम करने को कहा गया. पर मेरे लिए यह नामुमकिन था. 10 दिन बाद ही मैं काम पर लौट आई. यह बहुत ही मुश्किल शूट था. लुक भी अपने आप में काफी मुश्किल था. मुझे 12 किलो वजन बढ़ाना था. फिटिंग के लिए मुझे 100 कॉस्ट्यूम्स को कम से कम पांच बार पहन कर देखना था. कई बार मैं बहुत ज्‍यादा काम करती और शरीर उसकी भरपाई नहीं कर पाता. कई बार रात ढाई बजे तक कॉस्ट्यूम पर काम चलता. लेकिन यह सब उतना ही जरूरी था. मिलन एक साहसिक कहानी कहने जा रहे थे और हम सब इसमें पूरी तरह से शामिल थे, कैमरामैन से लेकर असिस्टेंट तक.

- क्या आपको नहीं लगता कि आपकी बीमारी साइकोसोमेटिक (मनोदैहिक) थी? जिसने चिंता के कारण आपको घेरा था?

मुझे अपने पर कभी शुबहा नहीं रहा. पर हां, मैं रोल को लेकर थोड़ी चिंतित थी. क्या वक्त के माफिक मेरी त्वचा का रंग गहरा था? जब वह कामयाब थी तो उसका रंग ज्‍यादा साफ था और तब वह मेक-अप का इस्तेमाल शुरू कर देती थी? खासकर आखिरी दिनों में, सूजा हुआ चेहरा दिखाने के लिए डेंटल ब्रेसेज पहनने पड़े और मैं खा-पी भी नहीं सकती थी. मुझे पानी पीकर गुजारा करना पड़ा. बेशक यह उतना कष्टकारी नहीं था, जितना कि बच्चन साब को पा फिल्म के प्रोस्थेटिक्स मेकप में होता था. लेकिन मुश्किल था. ऐसा किसी की भी जिंदगी में होता है लेकिन बतौर एक कलाकार हमारे पास इसे सिलसिलेवार ढंग से जीने की आजादी नहीं होती.

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- नसीरुद्दीन शाह के साथ आपने दूसरी बार इश्कियाना रोल किया. कैसा रहा?

पूछिए मत. हमारे लिए ये कमाल का वक्त था. उनका रोल एक निहायत ही लीचड़ किस्म के कामुक व्यक्ति वाला था, जबकि मुझे पता है कि वे एक महान शख्सियत हैं. उन्होंने जमकर मेरा साथ दिया, खासकर जब मैं बीमार थी. बीमारी के वक्त मैंने उनका संवेदनशील पहलू भी देखा. उन्होंने मुझसे कहा कि 'तुमने रोल को सचमुच में जीना शुरू कर दिया है. यह तोड़कर रख देता है. तुमको एक दूरी बनाकर रखनी होगी. इतना भी घुसने का कोई फायदा नहीं.'

- आपने यह जोक सुना होगा कि सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का अवार्ड विद्या बालन की ब्रा को जाना चाहिए?

जी! मैं इतना ही कहना चांगी कि अगर मेरे अंग बढ़ जाते हैं तो मैं इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन फिगर वाली अभिनेत्री को काम से बाहर कर दूंगी.

- और विक्टोरियाज़ सीक्रेट का क्या? उन्होंने आपको मॉडल बनने की पेशकश की थी?

बात सिर्फ इतनी-सी है कि उन्होंने फिल्म का म्यु.जिक एक फैशन शो में इस्तेमाल किया. मुझे कोई पेशकश नहीं की, वरना उन्हें इसको विद्याज़ सीक्रेट कहना चाहिए था.

- कभी सिल्क जैसे शोषण का शिकार हुई हैं?

नहीं. पर मुझे याद है, मैं मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में अटेंडेंस का मामला सुलटाने में लगी थी, तभी मैंने टीवी एक्टिंग का आया हुआ एक ऑफर सहेली को दे दिया. वह लौटी तो कास्टिंग काउच की खौफनाक कहानी के साथ. सिल्क के उलट, मेरे पास हमेशा चॉइसेज़ रही हैं. ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी चीज के लिए ना कहना मेरे लिए नामुमकिन हो गया हो.

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