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यूपी के पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस जिले हुए कोरोना मुक्त

कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज और रोकथाम चलते यूपी के पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस जिलों को सरकार ने कोरोना मुक्त घोषित किया है. ये वे जिले हैं जहां कोरोना पाजिटव मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और नए मरीज सामने नहीं आ हैं.

फोटोः पीटीआइ
फोटोः पीटीआइ
अपडेटेड 17 अप्रैल , 2020

कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज और रोकथाम चलते यूपी के पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस जिलों को सरकार ने कोरोना मुक्त घोषित किया है. ये वे जिले हैं जहां कोरोना पाजिटव मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और नए मरीज सामने नहीं आ हैं.

आज लोकभवन में प्रेसकांफ्रेंस के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोरोना मुक्त हुए जिलों के प्रशासन को हर रोज सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है.

अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे यह देखें कि प्रदेश में कोई भूखा ना रहे, इसकी निगरानी करते रहें.

उन्होंने बताया कि पूरे देश में अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में खाद्यान्न का वितरण सबसे अधिक हुआ है. पहले चरण में 3 करोड़ 23 लाख 87 हजार 640 राशन कार्डों के माध्यम से 14 करोड़ लोगों को खाद्यान्न वितरित किया गया है. इस तरह से कुल 7 लाख 45 हजार 618 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरित किया जा चुका है.

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 15 अप्रैल से खाद्यान्न वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है. इस योजना के तहत 3 करोड़ 55 लाख राशन कार्ड बने हैं. इनमें से 1 करोड़ 78 लाख राशन कार्ड पर चावल वितरित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि 17 अप्रैल की दोपहर 1 बजे तक इस योजना के माध्यम से 3 लाख 38 हजार मीट्रिक टन चावल का वितरण करते हुए 44.7 प्रतिशत लोगों को लाभ पहुंचा दिया गया है. यह वितरण भी देश में रिकार्ड है.

मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अबतक 15 जिलों में हॉटस्पॉट बनाए गए हैं. अब इनकी संख्या बढ़ गई है. 15 जिलों के अलग-अलग थानों के अंतर्गत 179 हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है. इस एरिया में 1 लाख 81 हजार मकान और 11 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है. वहीं प्रदेश सरकार के अतिरिक्त प्रदेश के हर जिलाधिकारियों ने भी अपने जिलों में हॉटस्पॉट को चिन्हित करने का काम किया था, उसमें भी इजाफा हुआ है.

इस प्रकार से 25 जनपदों के अलग-अलग थाना क्षेत्र के अंतर्गत 93 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं. जिनमें 12 लाख 88 से अधिक लोग हैं। इतना ही नहीं तीसरे चरण में भी 4—5 जनपदों से 7 हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित किया गया हैं. जिनमें 20 हजार लोग हैं.

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