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नए मकान में गृह प्रवेश के लिए होगा लंबा इंतजार

2020 में अगर आपने नए मकान में गृह प्रवेश की योजना बना रहे थे जो शायद आपको अब लंबा इंतजार करना पड़ेगा.

नए मकान में गृह प्रवेश के लिए होगा लंबा इंतजार
नए मकान में गृह प्रवेश के लिए होगा लंबा इंतजार
अपडेटेड 24 जून , 2020

2020 में अगर आपने नए मकान में गृह प्रवेश की योजना बना रहे थे जो शायद आपको अब लंबा इंतजार करना पड़ेगा. एनारॉक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के चलते 2020 में करीब 4.66 लाख आवासों पर समय से कब्जा देने में देरी हो सकती है. अधिकतर राज्यों ने परियोजनाओं को पूरा करने की समयसीमा छह महीने तक बढ़ा दी है. कोविड-19 के कारण प्रभावित हुई आर्थिक गतिविधियों के चलते केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों की अथॉरिटी (रेरा) से बिल्डर्स के परियोजना की समयसीमा बढ़ाने की सिफारिश की थी.

कहां मिलने थे कितने मकान?

रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरू में करीब एक-एक लाख से अधिक मकानों की डिलविरी 2020 में मिलना तय था. जबकि पुणे में 68,800, कोलकाता में 33,850, हैदराबाद में 30,500 और चेन्नई में 24,650 महानों की डिलिवरी 2020 में करनी थी.

एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी कहते हैं, ‘’घर खरीदारों को नयी वास्तविकता को स्वीकारना पड़ेगा. वर्ष 2020 में करीब 4.66 लाख मकानों की डिलिवरी की जानी थी जिनमें अब देरी होने की संभावना है. पिछले कुछ महीनों में लॉकडाउन के चलते कोई भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है. ऐसे में इन परियोजनाओं के पूरा होने की अंतिम समयसीमा को आगे बढ़ा दिया गया है. पुरी ने यह भी कहा कि अधिकतर बढ़े शहरों में श्रमिकों की कमी से निपटने के लिए सरकार को हस्तक्षेप करने की जरूरत है।

दिक्कतें और भी हैं

पहले से मंदी की मार झेल रहे रियल एस्टेट सेक्टर के लिए कोविड-19 का झटका गहरा है. महानगरों से बड़ी संख्या में हुए पलायन के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए मजदूरों की किल्लत है. इसके अलावा मांग घटने की आशंका और एबीएफसी क्षेत्र में नकदी के संकट का भी गहरा असर रियल एस्टेट क्षेत्र पर पड़ने की आशंका है. ये कारण भी घरों की डिलीवरी में देरी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं.

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