दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत को यशोदा मेडिसिटी के रूप में निजी क्षेत्र का एक और अत्याधुनिक अस्पताल मिल गया है. 26 अक्टूबर को दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इसके शुभारंभ के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “यशोदा अस्पताल ने राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को पूरी तरह से अपनाया है. टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अस्पताल रोगियों की देखभाल करता है. यह संस्थान सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के बारे में गंभीरता से सोचता है. डॉ. पी. एन. अरोड़ा ने मेडिसिटी के बारे में जो जानकारी दी उससे पता चलता है कि संस्थान कितना आधुनिक है. संस्थान के नेतृत्व ने समाजसेवा और राष्ट्रसेवा को प्राथमिकता देता है.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में आगे कहा, “मेडिसिटी के स्वदेशी संस्कार की प्रशंसा की जानी चाहिए. स्वदेशी के साथ मेडिकल रिसर्च पर जोर देकर चिकित्सा के क्षेत्र में प्रभावी प्रयास किए जाएंगे. जिंदगी में पहली बार ऐसा अत्याधुनिक संस्थान देखने को मिला जहां एक छत के नीचे इतनी सुविधाएं दी गई हैं. हम सब जानते हैं जान है तो जहान है. इस तरह की मेडिसिटी देश के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उम्मीद है कि संस्थान पिछड़े क्षेत्रों में भी कैंसर के इलाज पर काम करेगा.” इसके साथ राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि यह संस्थान अफोर्डेबल इलाज की दिशा में और काम करेगा.
यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ. पी. एन. अरोड़ा ने इस मौके पर कहा, "राष्ट्रपति के हाथों इस अस्पताल का उद्घाटन होना हमारे लिए गर्व का पल है. यहां का हर सिस्टम और हर प्रयास हमारे हेल्थकेयर को सबकी पहुंच में लाने के संकल्प को दर्शाता है. य़शोदा मेडिसिटी इंदिरापुरम 1200 बिस्तरों का एक क्वार्टरनरी केयर अस्पताल है. क्वार्टर्नरी केयर चिकित्सा का उच्चतम स्तर है, यह टर्शरी केयर से भी एक कदम आगे की देखभाल है. आठ एकड़ क्षेत्र में फैले इस अस्पताल में 22 मॉड्युलर ऑपरेशन थिएटर और 252 हाईटेक मॉड्युलर आइसीयू हैं.”
छठ की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारे लिए यह अस्पताल इन्वेस्टमेंट और रोजगार का भी माध्यम बना है. डॉ. अरोड़ा ने यूपी के साथ एक एमओयू किया था जिसमें कहा गया था कि गाजियाबाद में एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण करेंगे जिसमें विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. और उन्होंने यह काम तीन साल में यह कर दिखाया. यह अस्पताल 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देने जा रहा है. जिसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ आदि सभी शामिल हैं. पिछले साढ़े आठ साल में यूपी सरकार ने 42 ने मेडिकल कॉलेज बनाए हैं. सुपर स्पेशलिटी के अनेक संस्थान प्रदेश में खुले हैं. धर्म के जितने भी साधन हैं वे स्वस्थ शरीर से ही संभव हैं और स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं जरूरी हैं.”
इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “यशोदा मेडिसिटी के लिए यह बड़े गौरव की बात है कि इसे दक्षिण एशिया के रोबोटिक सर्जरी प्रशिक्षण केंद्र के रूप में मान्यता मिली है. यह मेडिकल ट्रेनिंग और रिसर्च को नई दिशा देगी. भारत का हर नागरिक जब स्वस्थ होगा तब भारत सशक्त होगा.”
यशोदा मेडिसिटी के शुभारंभ के मौके पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्मंत्री ब्रजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं.

