जनसंख्या के हिसाब सबसे बड़ा राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश (यूपी) ने कोरोना संक्रमण को काफी हद रोके रखा है. देश में कोरोना संक्रमण के लिहाज से पहले पांच राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान की तुलना में यूपी में कोरोना पॉजिटिव मामले काफी कम हैं.
यूपी में इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राज्य सर्विलांस अफसर विकासेंदु अग्रवाल की देखरेख में अब तक 72 हजार टीमों ने 60 लाख घरों तक पहुंचकर करीब तीन करोड़ लोगों का हालचाल लिया है. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग की थी. इसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के लिए कड़े सर्विलांस सिस्टम को लागू करने की जानकारी दी थी. इसके बाद गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों ने यूपी के मुख्य सचिव कार्यालय में संपर्क करके स्वास्थ्य विभाग के सर्विलांस सिस्टम की जानकारी मांगी है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित प्राइमरी सर्विलांस टीम में तीन सदस्य होते हैं. इस टीम में एक आशा बहू, एक हेल्थ वर्कर और एक अन्य गांव में ग्राम प्रधान तथा शहर में पार्षद द्वारा नामित व्यक्ति होता है. इस सर्विलांस टीम की प्रमुख आशा बहू होती है. सर्विलांस करने के लिए करीब डेढ़ लाख आशा बहुओं को प्रशिक्षित किया गया है. पल्स पोलियो अभियान के तहत घर-घर जाने वाली टीम की तर्ज पर यह टीम उन कंटेन्मेंट क्षेत्रों में जाती है, जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलते हैं. किसी कन्टेनमेंट क्षेत्र में एक पॉजिटिव केस पाए जाने पर यह टीम एक किलोमीटर के क्षेत्र में आने वाले घरों में पहुंचती है. अगर एक से ज़्यादा केस मिलते हैं तोह यही सर्विलांस का क्षेत्र 3 किलोमीटर तक बढ़ा दिया जाता है.
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों को ढूंढ़ने में यह टीमें बड़ी कारगर साबित हो रही हैं. पहले चरण में जब 11 लाख श्रमिक जब बसों से अपने घरों तक पहुंचाए गए थे, उस समय छह हज़ार श्रमिकों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे. सर्विलांस टीम ने अपने-अपने जि़लों के सीएमओ को सूचना दी तब इन सभी 6,000 श्रमिकों की जांच की गई. इनमें 394 श्रमिक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. अभी दूसरे चरण में ट्रेनों से 91 हज़ार श्रमिकों के आने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास है. इन श्रमिकों के घर पहुंची सर्विलांस टीम ने पाया कि 91,000 श्रमिकों में 118 मज़दूरों में कोरोना वायरस की बीमारी के लक्षण पाए गए. इन मरीज़ों के भी नमूने ले लिए गए हैं. इन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है. अभी इनकी जांच की रिपोर्ट आना बाकी है.
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