शमशेर का अर्थ
ज्योतिष जोशी
वाणी प्रकाशन, दरियागंज,
नई दिल्ली-2,
कीमतः 295 रु.
जन्मशताब्दियों के सिलसिले में जिन कवियों पर इधर कुछ योजनाबद्ध काम हुआ है, उनमें शमशेर भी हैं. और इधर जिन लोगों ने शमशेर पर डूबकर लिखा है, उनमें हाल ही आई ज्योतिष जोशी की पुस्तक शमशेर का अर्थ महत्वपूर्ण है.
वैसे दूधनाथ सिंह संपादित एक शमशेर भी है में उनके समेत श्रीराम वर्मा, मलयज, प्रेमलता वर्मा, नीलिमा ठाकुर, अजय सिंह, शोभा सिंह और भाषा सिंह ने शमशेर के जीवन, शख्सियत और उनके कृतित्व के तमाम पहलुओं को निकट से छूने का यत्न किया है तथा शमशेर की चित्तवृत्ति की बारीकियों को भी निष्पृहता से उधेड़ा गया है फिर भी एकल प्रयत्नों में शमशेर का अर्थ जटिलताओं, अमूर्तन और चुनौतीपूर्ण मानकर छोड़ दिए जाने वाले शमशेर के न्यायिक मू्ल्यांकन का पथ ग्रहण करती है.
ज्योतिष के शब्दों में, उनके इस प्रयत्न में समझने की चिंता अधिक है, समझने का प्रयास कम. लिहाजा एक काव्यरसिक के समर्पण भाव से उन्होंने शमशेर की कथित जटिलता में रमने का यत्न किया है.
'बात बोलेगी हम नहीं' खंड में शमशेर के काव्य सौंदर्य का अवगाहन किया गया है तो 'यह विवशता मौन में भी है अथाह...' में उनकी काव्य संवेदना को समझ्ने का प्रयास किया गया है. ऐंद्रीय प्रेम के सर्वाधिक सटीक कवि कहे जाने वाले शमशेर के इस पक्ष को 'एक ठोस बदन अष्टधातु का-सा' में विवेचित किया गया है तो उनकी सामाजिक चेतना के सरोकारों को 'ढीली इस जीवन की कमान कसनी है' में दर्ज किया गया है.
'पूरा आसमान का आसमान' में शमशेर की काव्यानुभूति को उनके कथित मौन, खाली छूट गए अंतरालों और कविता में व्यक्त कवि के स्पंदनों, धड़कनों से गुजरते हुए जोशी ने यह माना है कि 'उनकी कविता पूरा आसमान का आसमान है, जिसमें एक इंद्रधनुषी ताल है, नीला सांवला, हल्का गुलाबी, बादलों का धुलापीला धुआं...'
मैं समझता हूं, शमशेर को समझने के लिए आलोचक का हठ नहीं, एक कवि-मन सरीखी सहृदयता चाहिए, जिसकी बानगी यहां पग-पग पर दृष्टव्य है.