भाजपा के राष्ट्रवाद के अचूक हथियार से मुकाबिल होने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद पार्टी, देश के हर जिले में इसको लेकर कार्यक्रम आयोजित करेगी. कार्यक्रमों में यह बताया जाएगा कि किस तरह से इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाया गया और पाकिस्तान को तोड़कर बांग्लादेश का निर्माण हुआ.
बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ इस साल 16 दिसंबर को पूरा होगा. कार्यक्रम को देश भर में मनाने के लिए कांग्रेस ने पूर्व रक्षामंत्री ए.के. एंटनी के नेतृत्व में दस सदस्यीय कमेटी गठिन की है. कमेटी में एंटनी के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री पृथवीराज चव्हाण आदि शामिल हैं. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत हासिल करना ऐतिहासक है. इंदिरा गांधी के मजबूत नेतृत्व में भारत ने कूटनीतिक रूप से भी अपनी महता स्थापित की और दुनिया भर के लोग भारत की मजबूत छवि को स्वीकार करने लगे. भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. बांग्लादेश के निर्माण से भारत की सुरक्षा भी मजबूत हुई. कांग्रेस देश के हर जिले में पंचायत स्तर तक कार्यक्रम करेगी. इसमें सेमिनार का आयोजन, परिचर्चा, लघु फिल्मों का प्रदर्शन, लेखन प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 16 दिसंबर 2021 को दिल्ली में स्वर्ण वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
कांग्रेस यह कार्यक्रम ऐसे समय मनाने जा रही है जब देश भर में राष्ट्रवाद की चर्चा आम लोगों के बीच और सोशल मीडिया पर प्रमुखता से छाया हुआ है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर ही बड़ी सफलता हासिल की थी. भाजपा लगातार लोगों को यह कह कर बरगला रही है कि राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कांग्रेस के पास कहने के लिए कुछ नहीं है. ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को यह याद दिलाया जाए कि कांग्रेस ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जितने काम किए हैं भाजपा उसके करीब भी नहीं है. इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
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