कौन हैं राहुल गांधी की टीम में | पढ़ें: जिम्मेदारी से बचते राहुल

दिग्विजय सिंह 66 वर्ष
राजनीतिक रणनीति सलाहकार
अकसर राहुल की सार्वजनिक आवाज़ और राजनैतिक गुरु कहलाते हैं. सिंह ने ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे पहले सत्ता का विकेंद्रीकरण किया था.

जयराम रमेश 59 वर्ष
जमीनी प्रशासन सलाहकार
वैसे तो वे ग्रामीण विकास मंत्री हैं, लेकिन सत्ता के विकेंद्रीकरण और समावेशी विकास के प्रिय विषयों पर राहुल उनसे सलाह लेते हैं. वे राहुल के खास भाषण लेखक हैं.

नंदन नीलेकणि 57 वर्ष
शिक्षा और कल्याणकारी योजना सलाहकार
इन्फोसिस के पूर्व बॉस और यूआइडीएआइ के अध्यक्ष के साथ समय-समय पर शिक्षा, कल्याणकारी योजनाओं और युवाओं को प्रशिक्षण और बेहतर तालीम देने पर चर्चा होती है.

सैम पित्रोदा 70 वर्ष
टैक्नोलॉजी और इनोवेशन सलाहकार
राजीव गांधी के प्रमुख सहायक और 1980 के दशक की दूरसंचार क्रांति के सूत्रधार. पेशेवर और व्यावहारिक दोनों तरह की सलाह समान रूप से देने में पारंगत.

मोहन गोपाल 60 वर्ष
प्रशासन और लोकनीति
सलाहकार
राजीव गांधी समकालीन अध्ययन संस्थान के निदेशक. राहुल के भाषणों की सामग्री जुटाते हैं. सामाजिक अधिकार केंद्रित प्रशासन के बारे में राहुल उनसे ज्यादा से ज्यादा सलाह लेते हैं.