स्टील सिटी से लेकर ऑयल सिटी तक भारत के वे पांच खूबसूरत शहर जिन्हें उद्योगपतियों ने बसाया

पिछले दिनों गुजरात का जामनगर शहर काफी चर्चा में रहा. वजह- यहां 1-3 मार्च तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के वारिसों में से एक अनंत अंबानी और उनके बचपन की दोस्त रहीं राधिका मर्चेंट की शादी का प्री-वेडिंग समारोह आयोजित किया गया था. समारोह के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के सर्वेसर्वा मुकेश अंबानी ने कहा, "जामनगर अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर है." दरअसल, इस शहर को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ही विकसित किया है. भारत में ऐसे कई शहर हैं जिन्हें देश के औद्योगिक घरानों ने बसाया. ये ऐसे शहर हैं जो अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, मनोरंजन और अन्य सुविधाएं प्रदान करते हैं. ये टाउनशिप न केवल कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) का उदाहरण हैं, बल्कि प्लानिंग, डिजाइन और इनोवेशन का भी उदाहरण हैं. आइए ऐसे ही पांच शहरों के बारे में जानते हैं जिन्हें भारत के प्रमुख उद्योगपतियों ने बसाया है.

1. जमशेदपुर (स्टील सिटी)
जमशेदपुर भारत का पहला ऐसा औद्योगिक शहर है जिसे 1907 में प्लानिंग के तहत बसाया गया. इस शहर का नामकरण टाटा समूह के संस्थापक जमशेद एन. टाटा के नाम पर हुआ. इस शहर में भारत का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र टाटा स्टील तो है ही, इसके अलावा जमशेदपुर में टाटा संस की दूसरी कंपनियां टाटा मोटर्स, टाटा पावर और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के भी ऑफिस हैं. चौड़ी सड़कों वाले इस शहर में घने पेड़-पौधे, बगीचे, स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्जिद, अस्पताल और चिड़ियाघर मौजूद हैं. यह भारत के उन कुछ शहरों में से है, जहां आज भी सीधे नल से पानी पिया जा सकता है. इस शहर के लोगों का जीवन स्तर उच्च गुणवत्ता वाला माना जाता है. यहां की जनसंख्या 13 लाख है और साक्षरता दर 75% है.

2. महिंद्रा वर्ल्ड सिटी (चेन्नई)
चेन्नई के पास 1,550 एकड़ में फैली महिंद्रा वर्ल्ड सिटी (MWC) एक इंटीग्रेटेड टाउनशिप है, जिसे साल 2002 में महिंद्रा ग्रुप की रियल एस्टेट विंग, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स ने विकसित किया था. इंटीग्रेटेड टाउनशिप से आशय आधुनिक तरीके से निर्मित होने वाली एक व्यापक रियल एस्टेट परियोजना से है. इसमें आवासीय और व्यावसायिक परिसर दोनों साथ ही मौजूद होते हैं. इसका उद्देश्य एक ही जगह पर सभी जरूरी सेवाएं और सुविधाएं प्रदान करना होता है ताकि इन कामों के लिए यात्रा में लगने वाले समय की ज्यादा से ज्यादा बचत हो सके. बहरहाल, इस MWC में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के लिए तीन विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) हैं. इस टाउनशिप में इन्फोसिस, विप्रो, बीएएसएफ, रेनॉ-निसान, बीएमडब्ल्यू, टीवीएस ग्रुप और कैपजेमिनी सहित 64 कंपनियां मौजूद हैं, जिनमें कुल 38,000 कर्मचारी काम करते हैं. इस टाउनशिप का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि साल 2014-15 में यहां से 7,062 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ. इस टाउनशिप में 285 एकड़ में फैला हुआ आवासीय, सामाजिक और रिटेल इंफ्रास्ट्रक्चर ढांचा है, जिनमें 8,000 परिवार रह सकते हैं. यह टाउनशिप सतत् विकास का एक उदाहरण है, जिसमें हरित भवन, वर्षा जल संचयन और सौर ऊर्जा सहित अन्य सुविधाएं भी हैं.

3. जामनगर (ऑयल सिटी)
गुजरात का जामनगर शहर ऑयल सिटी के नाम से दुनिया भर में मशहूर है. यहां भारत के सबसे अमीर नागरिक मुकेश अंबानी की रिलायंस रिफाइनरी है. इसके अलावा यह शहर पीतल इंडस्ट्री के लिए भी जाना जाता है. इस शहर में रिलायंस ग्रीन्स नाम से एक टाउनशिप भी है, जिसे रिलायंस इंडस्ट्रीज ने विकसित किया है. यह टाउनशिप 750 एकड़ में फैली है, जिसमें 6,500 परिवार रहते हैं. ये सभी रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए काम करते हैं. इस टाउनशिप में स्कूल, अस्पताल, पार्क, मंदिर जैसी अन्य सुविधाएं मौजूद हैं.

4. मोदीनगर (गाजियाबाद, यूपी)
मोदीनगर, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का एक शहर है. यह गाजियाबाद से 24 किलोमीटर और नई दिल्ली से 48 किलोमीटर दूर है. इस शहर की स्थापना 1933 में उद्योगपति गुजरमल मोदी ने की थी. वे मोदी ग्रुप के संस्थापक थे. 1945 तक मोदीनगर टाउन एरिया हुआ करता था, मगर 1963 में इसे नोटीफाइड एरिया बना दिया गया. बहरहाल, इसी शहर में मोदी इंडस्ट्रीज का मुख्यालय है. अगर इस इंडस्ट्री के बारे में बात करें तो इसका कारोबार पेपर, चीनी, केमिकल्स, रबर से लेकर कपड़ों तक फैला हुआ है. मोदीनगर एक टाउनशिप के रूप में भी मशहूर है, जहां मोदी इंडस्ट्रीज के कामगार रहते हैं. इनकी आबादी 1.8 लाख है और साक्षरता दर 80% है. इस टाउनशिप में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और एक रेलवे स्टेशन है. मोदीनगर अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों, जैसे खेल, संगीत, नाटक और त्योहारों के लिए भी जाना जाता है.

5. शांतिग्राम (अदाणी हब)
शांतिग्राम, गुजरात में अहमदाबाद के पास 600 से ज्यादा एकड़ में फैली एक इंटीग्रेटेड टाउनशिप है जो अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच एसजी रोड पर स्थित है. इस टाउनशिप को 2010 में अदाणी समूह की रियल एस्टेट शाखा, अदाणी रियल्टी ने विकसित किया था. इस टाउनशिप को तीन हिस्सों में बांटकर देखा जा सकता है : आवासीय, वाणिज्यिक और मनोरंजक. इस शहर में आवासों की संख्या 22000 है, जिनमें अपार्टमेंट, विला और सीनियर-फ्रेंडली आवास शामिल हैं. यहां की जनसंख्या 1 लाख से अधिक है. इसमें 9-होल गोल्फ कोर्स, एक क्रिकेट मैदान, एक फुटबॉल मैदान, एक म्यूजिकल फाउंटेन, एक शॉपिंग प्लाजा सहित एक स्कूल, एक अस्पताल और एक मंदिर भी है. यह टाउनशिप एक विश्वस्तरीय सुख-सुविधाओं वाली जीवनशैली का नमूना कही जा सकती है.