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बिहार में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर तनातनी हो गई. राज्यपाल ने राज्य के छह विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति की. दूसरी ओर बिहार के मानव संसाधन विकास मंत्री पी. के. शाही ने कुलपतियों की नियुक्ति को गैर-कानूनी बताया. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

सरकार के सबसे बड़े पदाधिकारी पर ए. राजा ने आरोप मढ़कर विपक्ष को हथियार थमा दिया है. भाजपा ने 1 अगस्त से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में इस मुद्दे को उठाया. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

इस पर किसी को संदेह नहीं है कि 2008 में यूपीए 1 सरकार बचाने के अभियान के केंद्र में अमर सिंह थे. 2011 में वह राजनैतिक तख्तापलट यूपीए 2 की बदकिस्मती बन सकता है, क्योंकि 2008 के मुख्य राजनैतिक लाभार्थी अब भी सत्ता में हैं. अमर सिंह का कहना है कि वे बेकसूर हैं. उनके हमलावरों को उनके कसूरवार होने का उतना ही भरोसा है. (विस्तार से पढ़ें रिपोर्ट)

लोकसभा सचिवालय के मुताबिक सोनिया-राहुल ने वर्ष 2004 के बाद से अपनी एक भी विदेश यात्रा की जानकारी उसे नहीं दी है. सोनिया और राहुल दोनों ही की यात्रा देश भर में सुर्खी बनी, पर संसद के जिस सदन के वे सदस्य हैं, उस लोकसभा के सचिवालय को इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

अमर सिंह, जिन्होंने 2008 के परमाणु विधेयक पर मतदान में यूपीए 1 को बचाया था, क्या वोट के बदले नोट मामले का हर ब्यौरा बताएंगे? सरकार ने मान लिया था कि उसने सारे तथ्य दफना दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 16 जुलाई को इसकी फिर से जांच करने का आदेश देकर सरकार को सकते में डाल दिया. (विस्तार से पढ़ें रिपोर्ट)




सतना में उस दिन पुलिस की किस्मत चमक गई. जिसे उसने छोटा-मोटा बदमाश समझकर पकड़ा था, वह मंजा हुआ अपराधी और शार्प शूटर निकला. पिछले हफ्ते सतना पुलिस के हाथ एक सर्राफा व्यवसायी को लूट कर भाग रहा बदमाश सरमन शिवहरे लगा. जिस शिवहरे को वह नौसिखिया बदमाश समझ रही थी, जब उसने अपने कारनामों का खुलासा किया तो खुद पुलिस भी सन्न रह गई. (विस्तार से पढ़ें रिपोर्ट)

नोएडा एक्सटेंशन में फ्लैट बुक करा चुके लोगों का कहना है कि उन्हें तो बस घर ही चाहिए, पैसा वापस नहीं चाहिए. इसी बात की ओर ध्यान दिलाने के लिए निवेशकों ने नोएडा में रैली निकाली. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को कई बड़ी परियोजनाओं के ठेके रद्द करने पड़े हैं और कइयों के बारे में फैसले टाल दिए गए हैं. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

भारतीय सेना की एक अंदरूनी जांच में खुलासा हुआ है कि उसके ही दो जनरलों ने मुंबई की उस भूमि पर कब्जे के बारे में झूठ बोला था जहां पर विवादास्पद आदर्श सोसायटी बनी है. यह जमीन थी तो महाराष्ट्र सरकार की, लेकिन इस पर कब्जा सेना का है, जिसने यहां 'खुखरी इको-पार्क' का निर्माण कराया था. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)



भाजपा के सांसदों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल 22 जुलाई, 2008 को लोकसभा में भारत-अमेरिका परमाणु करार पर महत्वपूर्ण अविश्वास मत के दौरान मनमोहन सिंह सरकार को बचाने के लिए तत्कालीन सपा नेता अमर सिंह के साथ मिलकर काम कर रहे थे. (विस्तार से पढ़ें रिपोर्ट)

नोएडा एक्सटेंशन में जिन लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे, उन्हें मोटे तौर पर 2,500 रु. वर्ग फुट की दर बताई गई थी, यानी 1,500 वर्गफुट का फ्लैट 37.50 लाख रु. का. जिस जमीन पर ये फ्लैट बने हैं वह ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने लगभग 800 रु. प्रति वर्ग मीटर पर किसानों से खरीदी थी और करीब 8,000 रु. प्रति वर्ग मीटर की दर से कुछ बड़े बिल्डरों को बेच दी थी.(पढ़ें पूरी रिपोर्ट)

इंडिया टुडे ने सूचनाधिकार कानून के जरिए कुछ प्राधिकरणों से उनके मकान-फ्लैट-भूखंडों की इस मांग और आपूर्ति का हिसाब निकाला हैः कमजोर गुणवत्ता और आर्थिक कुप्रबंधन के लिए जाने जाते गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने वर्ष 2006 से 2009 तक 61 बार भूखंडों-मकानों-फ्लैटों के लिए स्कीमें निकालीं. .(पढ़ें पूरी रिपोर्ट)


मरांडी अकेले ऐसे राजनीतिक नहीं हैं जिनकी माओवादियों के साथ नजदीकियां बढ़ रही हैं. पुलिस को मिली जानकारियों के मुताबिक देश की सभी पार्टियों के राजनीतिक मिलकर व्यवस्था को पंगु बनाते रहे हैं. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)



भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को कई बड़ी परियोजनाओं के ठेके रद्द करने पड़े हैं और कइयों के बारे में फैसले टाल दिए गए हैं. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)




एक व्यापारिक जहाज ने 26/11 के बाद मुंबई के तटीय इलाकों की सुरक्षा का दावा करने वाली समुद्री सुरक्षा एजेंसियों की कलई खोल दी है. 999 टन के पनामा के झंडे वाले ऑयल टैंकर एमटी पेविट को महीने पहले जहाज पर काम करने वाले कर्मचारियों ने ओमान में छोड़ दिया था. उसके बहते-बहते मुंबई के उत्तर-पश्चिमी समुद्र तट के जुहू तट पर पहुंचने से पहले नौसेना और समुद्री सुरक्षा गार्ड को उसकी हवा भी नहीं लगी. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)



आर्थिक शक्ति बनने की आकांक्षा रखने वाले किसी भी देश के लिए विश्वविद्यालयों का एक व्यापक, उच्चस्तरीय नेटवर्क बेहद जरूरी है. खुद को ज्ञानाधारित अर्थव्यवस्था बताने वाले भारत के लिए इस तरह का नेटवर्क तो और भी अधिक जरूरी है. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)




बरसात के मौसम में उत्तराखंड की यात्रा प्राकृतिक आपदाओं के चलते बड़ी कठिन हो जाती है. हाल ही में गौरी कुंड से केदारनाथ को जोड़ने वाला एकमात्र पैदल रास्ता भूस्खलन के कारण दब गया और मलबे की चपेट में आकर दिल्ली के एक यात्री की मौत हो गई. इस वजह से सावन के तीसरे हफ्ते में यात्रा पर अघोषित रोक लगी रही. (पढ़ें पूरी रिपोर्ट)