01 अगस्त 2012: तस्वीरों में इंडिया टुडे | पढ़ें इंडिया टुडे

कब वार करेंगे मुलायम सिंह यादव?
सपा नेता ने कार्यकर्ताओं से 2013 में लोकसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा. कब तक खैर मनाएगी यूपीए सरकार?

कब वार करेंगे मुलायम सिंह यादव?
सपा नेता ने कार्यकर्ताओं से 2013 में लोकसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा. कब तक खैर मनाएगी यूपीए सरकार?

कब वार करेंगे मुलायम सिंह यादव?
सपा नेता ने कार्यकर्ताओं से 2013 में लोकसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा. कब तक खैर मनाएगी यूपीए सरकार?

असम छेड़छाड़: शर्म पर बेशर्म सियासत
गुवाहाटी में एक युवती से छेड़छाड़ ने कांग्रेस के सबसे स्थिर राज्यों में से एक में दरार उजागर की.

विवादों में बिहार के महामहिम
पीएजी की रिपोर्ट में राज्यपाल से जुड़ी 32 अनियमितताओं को सूचीबद्ध किया गया है.

बिहार: बीजेपी एमएलसी पर हत्या का आरोप
बीजेपी के एमएलसी पर अपने ही कर्मचारी की हत्या का आरोप. पुलिस अपना रही लचर रवैया.

महिला लेखक: लिख रहीं तकदीर परदे पर
किस्सागोई के जरिये बॉलीवुड में पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र में सेंध लगा रही महिला ब्रिगेड.

सिक्का खोज: कीचड़ में सिक्के तलाशती जिंदगी
छह दशक से भी पुराने भारतीय लोकतंत्र की सत्ता पीठ-संसद-से बमुश्किल 10 किमी दूर देश के बचपन से लेकर देश के बुढ़ापे तक को कीचड़ बन गई यमुना में सिक्के तलाशते देखा जा सकता है. इनमें से हर किसी की अपनी दास्तां है जो दरअसल भारत के हाशिए की दास्तां है.

शब्दशः: ओलंपिक के दौर में पॉलिटिक्स खेलें
गांधी टोपी कांग्रेस के लिए एकजुटता बनाए रखने का अपना गुण खो चुकी है. जब उसके नेता औपचारिकता में उसे पहनने के लिए मजबूर होते हैं, तो वे नितांत हास्यास्पद लगते हैं. इससे भी बढ़कर यह कि अण्णा हजारे ने इस टोपी को ब्रांड छवि में शामिल कर लिया है.

'दीवानों का कोई बाजार नहीं होता'
मैं इस महान राष्ट्र के छोटे से शहर की लड़की बहन के आक्रोश में चीख पड़ी थी. मां पर दुखों का सैलाब टूट पड़ा था, भाई ने नौकरी छोड़ दी. 9 मई, 2003 के बाद से हमारे परिवार ने कोई त्योहार नहीं मनाया. हमारी जिंदगी का बस एक ही मकसद रह गया था कि किसी भी कीमत पर मधुमिता को न्याय मिलना चाहिए.

महिलाओं का सियासी आयोग
असम की घटना ने इंसानियत को तो शर्मसार किया ही, यह सवाल भी उठाया है कि क्या हमारी सरकारें वाकई महिलाओं की हिफाजत को लेकर गंभीर हैं? सन् 1990 में संसद ने एक अधिनियम बनाकर देश में इसीलिए अलग से महिला आयोग का गठन किया था कि औरतों के हक की लड़ाई को और बल मिले.


असारा में औरतों के लिए जीना भी सजा
पंचायत ने सुनाया गांव की युवतियों को मोबाइल फोन न रखने, घर के किसी मर्द के साथ के बगैर साप्ताहिक बाजार में न जाने और घर से बाहर निकलते समय सिर ढककर रखने का फरमान.

बांध पर बवाल: जमीन ली-जमीन दो
ओंकारेश्वर बांध में जलस्तर बढ़ने पर डूब में आने वाले 11 गांवों के विस्थापित जमीन के बदले जमीन की मांग पर अड़े.

जहरीला कचरा जैसे सिर पर सवार जहर
जहरीले कचरे को जर्मनी लाने का वहां की जनता में विरोध, निबटान में हो सकती है देरी.

राजनीति में चल रहा है तेरा धरना-मेरा धरना
आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति को सांसदों ने निजी लड़ाई का मुद्दा बनाया. एक-दूसरे के घर पर धरना, झूठी माफी के दावे से उठे सवाल.

पूजास्थल पर हक के लिए बढ़ता विवाद
राजस्थान सरकार के लचर रवैए के चलते अलवर के सदियों पुराने एक धर्मनिरपेक्ष धर्मस्थल पर बढ़ने लगा तनाव. कट्टरपंथी होने लगे हावी.

गुजरात में सियासी फंडिंग का पारदर्शी फंडा
मोदी ने बनाई अमेरिकी तर्ज पर पारदर्शी राजनैतिक फंडिंग की नई रणनीति जिससे हल होता है राजनीतिक तंत्र में काले धन के इस्तेमाल का मसला.

ठाकरे बंधु: सीने में दर्द ने मिलाए दो दिल
अस्पताल में भर्ती बेटे उद्धव को देखने के लिए बाल ठाकरे ने राज को बुलाया, सुलह की उम्मीदें जगीं.

नहर के नाम पर करोड़ों के वारे न्यारे
भाजपा सांसद और विधायक की कंपनियों ने 13,000 करोड़ रु. की सिंचाई परियोजना का बंटाधार किया.


लंदन में फिर आया ओलंपिक
2012 का ओलंपिक स्थल, लंदन का ईस्ट एंड, जहां कला, संगीत और नृत्य का मनोहारी संगम है.

सस्ते राशन के बदले नकदी की योजना
शहरी क्षेत्र में गरीबों को सब्सिडी वाले अनाज के बदले सीधे नकदी देने के पहले प्रयास से कुछ सबक.

बिजली संकट: किसने की बत्ती गुल
मानसून के रूठने और उमस भरी गर्मी ने देश में बिजली की बदहाली को जगजाहिर कर दिया है. आए दिन बिजली गुल हो रही है और कहीं कोई राहत मिलती नहीं दिख रही.

...और पांचवीं पीढ़ी ने पहनी देश सेवा की वर्दी
इसे कहते हैं खानदानी परंपरा. राजस्थान का एक रणबांका राठौड़ परिवार चार पीढ़ियों से यूनिफॉर्म सर्विसेज में रहते हुए सेवा कर रहा है. अब पांचवीं पीढ़ी ने उसी जज्बे को कायम रखते हुए नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) के लिए आवेदन किया है.

माटी की पुकार सुनकर लौटे देशप्रेमी
विदेश में पढ़े लेकिन अब अपने देश लौट चुके कुछ होनहार भारतीयों की कहानी.

बंद कमरे से 'खोल दो' का शोर
अमेरिकी राष्ट्रपति सीधे या उलटे मुंह भारत को उपदेश नहीं दे सकते. ऐसे उपदेश दरअसल उनकी अमेरिकी जनता के लिए बेहतर एजेंडा साबित हो सकते हैं.

प्राइवेट कॉलेज: पहाड़ में अकाल, मैदान में सैलाब
कोई भी नया विश्वविद्यालय ऊंचे पहाड़ चढ़ने के लिए तैयार नहीं है. सीमांत पहाड़ी क्षेत्रों के छात्रों का भविष्य अधर में.

राजेश खन्ना: हमारा पहला सुपरस्टार | अनदेखी तस्वीरें
वे खांटी मिडिल क्लास हीरो थेः सुघड़ चेहरा-मोहरा और आजमाई अदाएं. लड़कियां इसी पर मर मिटीं.