जिनकी खूबसूरती और गहनों की रही चर्चा

सितंबर-नवंबर 2014 के दौरान दुनियाभर में भारतीय शाही जेवरातों की प्रदर्शनी लगने वाली है. एक नजर उन छह शख्सियतों पर जिनके अंदाज और गहनों ने खूब सुर्खियां बटोरीं-
महारानी गायत्री देवी (1919-2009)
कूच बिहार की राजकुमारी के रूप में जन्मीं जयपुर की तीसरी महारानी गायत्री देवी की खूबसूरती और आकर्षण जादू कर जाता था. उन्हें 'वॉग' ने दुनिया की दस सबसे खूबसूरत महिलाओं की फेहरिस्त में रखा था. हीरे के वेडिंग झुमके और सोने की चेन में गढ़ा नवरत्न हार उनके सबसे बेशकीमती गहने थे, जो उनके पति महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय ने दिए थे.

बड़ौदा की इंदिरा राजे (1892-1968)
जयपुर की राजमाता गायत्री देवी की मां इंदिरा राजे पेरिस में शिफॉन को पहचानने वाली पहली शख्सियत थीं. उन्हें मोती के गहने पसंद थे. उन्होंने फेरागैमो से अपने लिए हीरे जड़े मखमली जूते बनवाए थे.

सीता देवी (1917-1989)
बड़ौदा के महाराजा प्रतापसिंह गायकवाड़ की दूसरी पत्नी भड़कीली जीवनशैली के लिए जानी जाती थीं. उन्हें 'भारतीय वालिस सिम्प्सन' का नाम मिला. उन्हें कमल के रूप में गढ़े मोती के आकार के कोलंबियन पन्नों और हीरों का मशहूर पुश्तैनी बड़ौदा हार मिला था.

कपूरथला की राजकुमारी करम (1916-1989)
1920-30 के दशक की सौंदर्य प्रतिमा कपूरथला की रानी सीता देवी को पेरिस, लंदन और न्यूयॉर्क फैशन पत्रिकाओं में 'प्रिंसेज करम', 'सेक्यूलर गॉडेस' या 'पर्ल ऑफ इंडिया' कहा जाता था. वे शिफॉन की साड़ी पर फर का कोट और कार्तिए, वान क्लीफ और आर्पेल्स के शानदार गहने पहनकर सभी को चकाचौंध कर देतीं.

नीलोफर फरहत बेगम साहिबा (1916-1989)
तुर्की की राजकुमारी की शादी हैदराबाद के अंतिम निजाम के बेटे से हुई थी. 'वॉग' ने उन्हें दुनिया की दस सबसे खूबसूरत महिलाओं में से एक बताया था. मोती और हीरे उनके ट्रेडमार्क गहने थे.

कपूरथला की राजकुमारी अनिता डेलगाडो (1890-1962)
स्पैनिश जिप्सी डांसर और कपूरथला के महाराजा जगजीत सिंह की पांचवीं पत्नी डेलगाडो बला की हसीन थीं. उनका खास जेवर चांद के आकार का पन्ने से बना मुकुट था, जो राजा ने पसंदीदा हाथी के लिए बनवाया था. इसी हाथी पर बैठकर वह दुल्हन बन कपूरथला आई थीं.