21 नवंबर 2012: तस्वीरों में इंडिया टुडे | पढ़ें इंडिया टुडे

बराक हुसैन का विभाजित अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति को चार साल कार्यकाल और मिल गया है, उन्हें विरासत में ऐसा देश मिला है जो वर्ग, नस्ल और लिंग के आधार पर बुरी तरह बंट गया है.

द. एशियाई प्यादों में फेरबदल का मौका
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के मद्देनजर भारत के साथ अमेरिकी रिश्ते बदलेंगे.

खंड-खंड समाज: महिलाओं की रहनुमाई
गर्भपात पर मिट रोमनी के रूढि़वादी विचारों के चलते भी महिलाएं बराक ओबामा की समर्थक बनीं.

बिहार: नीतीश का भी अपना ‘जंगल राज्य
नीतीश कुमार की अधिकार रैली ने बाहुबलियों को अपने हाथ दिखाने के लिए मुहैया कराई सरकारी ऑक्सीजन.

पार्टी में बढ़ रहा है राहुल का इकबाल
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने आखिर यह तय कर ही लिया कि संगठन में अब बड़ी भूमिका निभाने का सही वक्त आ गया है.

आरएसएस: बदलती हकीकत से कदमताल
बीजेपी से रिश्तों को नई दिशा देने में संघ ने बदलाव किया है, लेकिन गडकरी प्रकरण से बना ऊहापोह.

सेक्स रैकेट: गल्फ में नौकरी के नाम पर देह का धंधा
रुबीना के बच जाने से केरल पुलिस का ध्यान केरल से खाड़ी देशों को देह व्यापार के लिए भेजी जाने वाली असहाय युवतियों की ओर गया है.

दयामनी बारला: प्रतिरोध की नायिका
मजलूमों के हितों के लिए लडऩा उनकी फितरत है और हक की खातिर टकराना उनकी आदत.

कहानी संकलन: अति के विरुद्ध आवाजें
दमित, शोषित, पीडि़त स्त्री के हक में आवाज उठाने की कोशिश करता है यह संकलन.

बराक हुसैन का विभाजित अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति को चार साल कार्यकाल और मिल गया है, उन्हें विरासत में ऐसा देश मिला है जो वर्ग, नस्ल और लिंग के आधार पर बुरी तरह बंट गया है.


हरियाणा: स्कूल के बंद हुए दरवाजे!
एक तेरह वर्षीया किशोरी और उसकी दो छोटी बहनों को सरकारी स्कूल से निकाल दिया गया क्योंकि वह बलात्कार का शिकार हुई थी. मर्दवादी हिंसा ने उसका आत्मसम्मान छीना तो सरकारी स्कूल ने पढ़ाई का हक.

रियल एस्टेट: बुनियादी चुनौती से मुकाबला
मध्य प्रदेश के सिर से बीमारू राज्य का ठप्पा पूरी तरह से भले ही नहीं हट पाया हो लेकिन यह राज्य अपनी हालत में बदलाव के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है. उत्तर और मध्य भारत की शहरी महत्वाकांक्षाओं का बोझ ढो रही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विकल्प के तौर पर यह प्रदेश इंदौर और ग्वालियर को विकसित करेगा.

अस्पताल में इनवर्टर नहीं, 2 मरीजों की मौत
अपने परिजनों को लोग अस्पताल इस उम्मीद में लाते हैं कि वहां वे चंगे हो जाएंगे, लेकिन जब खुद अस्पताल ही अव्यवस्था के गंभीर रोग से ग्रस्त हो तो? ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर की हालत कुछ ऐसी ही है, जहां 21 अक्तूबर को बुनियादी सुविधाओं के अभाव में दो मरीजों ने दम तोड़ दिया.

गडकरी पर संघ का वरदहस्त
बीजेपी अपना खुद का अध्यक्ष चुनना चाहती है लेकिन आरएसएस है कि मानने को तैयार नहीं. वह इस अंदरूनी लड़ाई में अपनी जीत के लिए जनता के सामने अपनी छवि को चोट पहुंचाने को भी तैयार है.


मिसाल बेमिसाल: अंधेरे से लड़ता प्रोफेसर
सौर ऊर्जा की मदद से ग्रामीणों की जिंदगी से अंधेरा दूर करने के मिशन में जुटा आइआइटी-बंबई का एक शिक्षक.

टूरिज्म: रेत पर अब सुरीली रात का समां
जैसलमेर के सम इलाके में फाइव स्टार सुविधाओं वाले एक हजार से ज्यादा टेंट रेसॉर्ट्स ने बड़े पैमाने पर विदेशी सैलानियों को आकर्षित किया. सुविधाओं के लिए नित नए प्रयोग जारी.

मुसलमान अपना नजरिया बदलें
भारत में हम सांप्रदायिकता और भेदभाव से आक्रामकता से नहीं बल्कि ज्यादा शिक्षा, संवाद, शालीनता से लड़ सकते हैं. तंग सोच से कुछ हासिल नहीं किया जा सकता.

सोनिया को मिलने वाली है दलित चुनौती!
केंद्र में कांग्रेस से सीधी टक्कर लेने की बजाए मायावती ने सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में मोर्चा खोला. सोनिया के खिलाफ बीएसपी के उम्मीदवार रामलखन पासी कड़ी टक्कर देने की तैयारी में.