2 नवंबर 2011: देखें इंडिया टुडे का नया अंक | पढ़ें इंडिया टुडे

एशिया के सबसे ज्यादा चलने वाले कैसिनोज में चीनियों के बाद अब भारतीय ही दिखते हैं.

अर्थशास्त्र के बजाए खुशियों को तरजीह देने वाला भूटान हर्षोल्लास से सराबोर है. नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक ने पिछले 14 साल से उनकी प्रेयसी रही पेमा से शादी रचा ली.

भारी कुप्रबंध के कारण छह भाषाओं के प्रचार-प्रसार और विकास के लिए बनी अकादमियां महज वेतन बांटने का केंद्र बन गईं.

दरौंधा उपचुनाव नीतीश और लालू के बीच का संघर्ष था, जिसमें एक बार फिर जीत बिहार के मुख्यमंत्री की हुई.

डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ने आरटीआइ पर जान-बूझकर एक खुली बहस शुरू की है. हालांकि तमाम युक्तियों के जरिए उसका मकसद ऐसे संशोधन लाना है, जिनसे दस्तावेजों तक पहुंच उतनी आसान न रह जाए.

एशिया के सबसे ज्यादा चलने वाले कैसिनोज में चीनियों के बाद अब भारतीय ही दिखते हैं.

आर्थिक संपन्नता और अनिश्चितता के दौर में सुख-समृद्धि के लिए भगवान को खुश करते रहना जरूरी है. इसी जरूरत से देशभर में धार्मिक वस्तुओं का 7 करोड़ रु. से ज्यादा कारोबार खड़ा हो गया है.

राजस्थान में जादूगर के नाम से मशहूर गहलोत का जादू खत्म हो रहा है. मंत्रिमंडल में दर्जन भर मंत्री दागी छवि के. केंद्र चाहता है बदलाव, लेकिन विकल्प के अभाव में फिलहाल गहलोत को अभयदान.

कभी मजबूरी की आड़ लेकर तो कभी झूठ बोलकर, सूचना छिपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे सूचना अधिकारी.


अण्णा के आंदोलन में जितने लोग रामलीला मैदान में जुटे उतने लोग तो हर रोज मुझसे मिलने आते रहते हैं.

अगले साल पांच राज्यों में चुनाव के मद्देनजर हाल के उपचुनावों में चारों सीटों पर कांग्रेस की पराजय उसके लिए बुरी खबर है.

दिग्गज राजनैतिक कैदियों की संख्या बढ़ने के साथ बंगलुरू की परप्पना अग्रहारा जेल देश की प्रसिद्ध जेल से होड़ लगा रही है.


तेज रफ्तार की पर्याय 24 गाड़ियां, जिनमें हरेक का वजन 620 किलो है, 30 अक्टूबर को भारत के पहले फॉर्मूला वन रेस में एक-दूसरे से होड़ लगाएंगी.

तीस साल पुरानी अधिसूचना पर अब गया जंगलात महकमे का ध्यान. लागू होने की बारी आई तो बूंदी वालों के हाथ-पांव फूले.

पड़ताल बताती है कि दंगों के बारे में खुफिया खबर मिलने के बावजूद गहलोत सरकार बैठी रह गई. स्पष्ट खुफिया खबर पर ठीक ढंग से कार्रवाई न होने और भरतपुर में प्रशासन के ठप हो जाने का एक कारण था सरकार चलाने की गहलोत की भारी राजनैतिक और जातिवादी शैली.



अब पहाड़ों में भी अरहर की पैदावार होने लगी है और यह सब पहाड़ों के बदलते मौसम के साथ-साथ काफी हद तक अरहर के नए बीज की बदौलत हुआ है.

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था और अपराधों में हुई बेतहाशा वृद्धि से अब पुलिसवाले भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं. पिछले तीन हफ्तों के दौरान मथुरा, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में पांच पुलिसकर्मी बदमाशों के हाथों अपनी जान गंवा चुके हैं.

अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तराखंड में सियासी दलों की निगाह 16 प्रतिशत से अधिक दलित वोटों पर टिक गई है.

अपने प्रियजनों को गंवाने वाले परिवारों के लिए यह बात कोई मायने नहीं रखती कि अ, ब या स में से कौन जिम्मेदार है. असल बात यह है कि 'लाइसेंसशुदा' सिनेमा हॉल में गए उनके आत्मीय लाशों के बतौर लौटे.

इसे चाहे अण्णा आंदोलन का असर माना जाए या किसी दीर्घकालिक चिंतन का, लेकिन अभी तक व्यक्ति की बजाए राष्ट्र को महत्वपूर्ण मानने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब इस नतीजे पर पहुंचा है कि 'देश को ईमानदार और चरित्रवान नायकों की जरूरत है' और 'शाखाओं के जरिए ऐसे नायकों की खोज की जाएगी.'
