जहां सत्ता उड़ान भरती है, वहां विमानों की पसंद महज तकनीकी फैसला नहीं- बल्कि राजनीतिक स्टेटमेंट भी होती है. उत्तर प्रदेश में मायावती के दौर का प्रीमियर जेट हो या अखिलेश यादव की BELL-412 हेलीकॉप्टर पर मोहब्बत, हर विमान सत्ता की प्राथमिकताओं, शैली और सोच का आइना बनता गया है.
अब योगी आदित्यनाथ सरकार अपने विमानन बेड़े में एक अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर शामिल करने के लिए तैयार है, जो वर्ष 2016 के बाद पहली बार शामिल किया जाएगा. यह अगस्ता AW139 हेलीकॉप्टर है जिसे इटली की कंपनी लियोनार्डो हेलीकॉप्टर्स ने बनाया है.
वर्ष 2016 के बाद से यूपी सरकार के बेड़े में कोई नया विमान शामिल नहीं किया गया है. हालांकि, अब राज्य अगस्ता AW139 की खरीद के साथ अपने बेड़े को बढ़ाने के लिए तैयार है. इस निर्णय के साथ, उत्तर प्रदेश उन भारतीय राज्यों में शामिल हो गया है जो शासन, विकास और आपदा प्रतिरोधक क्षमता की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए अपने विमानन बेड़े को उन्नत कर रहे हैं.
वर्तमान में, राज्य के बेड़े में एक कार्पोरेट जेट - हॉकर 900XP जेट (VT-UPM), सरकार के VVIP लोगों के लिए दो टर्बोप्रॉप विमान किंग एयर B-200 (VT-UPR) और किंग एयर B-200GT (VT-UPJ) के साथ BELL, 412EP (VT-UPK और VT-UPO) तथा अगस्ता A109S (VT-UPL) हेलीकॉप्टर शामिल हैं, जिनकी क्षमता सात से नौ यात्रियों तक है.
ये विमान सिविल और एयरफोर्स, दोनों हवाई पट्टियों पर उतरने में सक्षम हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख हवाई पट्टियां भी शामिल हैं. इन विमानों और हेलीकॉप्टरों का उपयोग VIP मूवमेंट, आपातकालीन चिकित्सा सहायता, कोविड‑19 राहत सामग्री और प्रशासनिक कार्यों के लिए किया जाता रहा है.
वर्ष 2012 में यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार बनने के समय सरकार के विमानन बेड़े में पांच विमान थे. जिनमें दो हवाई जहाज और तीन हेलीकॉप्टर शामिल थे. इन हवाई जहाजों में हॉकर और B200 शामिल हैं जो पांच से 10 सीटर वाले थे. हेलिकॉप्टरों में अगस्ता, BELL 412 और BELL 230 शामिल हैं. इन हवाई जहाजों में केवल हॉकर जेट प्रोपेल्ड था जबकि B200 टर्बो-प्रोपेल्ड था जो अधिकतम 600 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ सकता है.
अखिलेश यादव सरकार में सार्वजनिक हित में समय की बचत के लिए एयरलिफ्ट का उपयोग बढ़ाया गया था. वर्ष 2012-13 की अवधि में राज्य सरकार ने विमानों और हेलीकॉप्टरों (ऑफिशल बेड़े) के ईंधन और रखरखाव पर लगभग 14 करोड़ रुपए खर्च किए थे जिसमें से 11.10 करोड़ रुपए रखरखाव पर और 3.35 करोड़ रुपए ईंधन पर खर्च हुए थे.
वर्ष 2013–14 के बजट में नया विमान खरीदने के लिए लगभग 40 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया था. उस समय बेड़े में पहले से 4 हेलीकॉप्टर (Chetak, Bell, Avesta) और 6 टर्बो-प्रॉप विमान (King Air C90A, Beech Bonanza A-36, Super King Air 300 LW) शामिल थे. यह बेड़ा कुल मिलाकर लगभग 10 एयरक्राफ्ट का था.
दिसंबर 2013 में तत्कालील अखिलेश यादव सरकार ने 7–10 VVIP यात्रियों के लिए एक आधुनिक प्रेसराइज़्ड विमान खरीदने की योजना बनायी थी, जिसकी अनुमानित लागत 80 करोड़ रुपए थी. इस विमान में ट्विन टर्बाइन इंजन, 7–10 यात्रियों की क्षमता, 800+ किमी/घंटा की क्रूजिंग स्पीड, और 1600 नॉटिकल माइल तक उड़ान क्षमता थी. अगस्त 2014 में सरकार ने VIP उपयोग के लिए एक विमान और एक हेलीकॉप्टर खरीदने हेतु ग्लोबल टेंडर जारी किया. प्रत्येक की अनुमानित कीमत लगभग 45 करोड़ रुपए थी, और उनमें ट्विन-टर्बाइन इंजन जैसी सुरक्षा सुविधाएं होनी थीं.
उस समय बेड़े में पहले से 3 हेलीकॉप्टर और 2 विमान मौजूद थे.. अखिलेश यादव के शासनकाल में कुछ पुराने एयरक्राफ्ट को बेचा भी गया, ताकि उसकी जगह नए, राज्य के एयरस्ट्रिप्स के अनुरूप मॉडल खरीदे जा सकें. वर्ष 2015 में सरकार ने Super King Air B‑250 (9 सीट वाला) विमान (लगभग ₹40 करोड़) और एक Bell हेलीकॉप्टर (लगभग ₹85 करोड़) खरीदा. यह बेड़े में नई जोड़ थी. साथ ही, कुछ पुराने मॉडल जैसे Super King Air और Bell हेलीकॉप्टर को बेचा भी गया था.
वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद पहली बार सरकार के विमानन बेडे में नए विमानों को जोड़ा जा रहा है. अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर की खरीद होने जा रही है. नागरिक उड्डयन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक वर्तमान बेड़ा, जिसमें वर्ष 2003 से 2016 तक के विमान शामिल हैं, प्रशासनिक और आपातकालीन गतिशीलता आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सक्षम है, लेकिन यह पुराना हो रहा है. बदलते विमानन मानकों और परिचालन संबंधी मांगों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए, बेड़े में एक और विमान जोड़ने की जरूरत थी.
जो नए विमान शामिल किए जा रहे हैं उनमें Agusta AW139 हेलीकॉप्टर – इटली की Leonardo Helicopters द्वारा निर्मित यह अत्याधुनिक मॉडल है. राज्य सरकार ने इसे बेड़े में शामिल करने के निर्णय को मंजूरी दी है, जो विश्व स्तर पर सराहा गया मॉडल है और VIP आवाजाही और आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्यों, दोनों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जाना जाता है. अत्याधुनिक तकनीक से लैस, AW139 चिकित्सा आपात स्थिति, प्राकृतिक आपदाओं या तत्काल सरकारी यात्रा जैसी गंभीर परिस्थितियों में कुशलतापूर्वक काम कर सकता है.
नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पायलटों को इटली में ट्रेनिंग दी जाएगी और प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इसे बेड़े में शामिल किया जाएगा. पायलटों का पहला बैच 13 अगस्त से 10 अक्टूबर तक और दूसरा बैच 9 अक्टूबर से 27 नवंबर तक प्रशिक्षण लेगा. इसके अलावा एक नया चार्टेड प्लेन की भी खरीद प्रक्रिया जारी है. इसका अनुमानित मूल्य लगभग 600 करोड़ रुपए है. इस विमान में 9 VVIP सीटें होंगी, साथ ही अत्याधुनिक तकनीक जैसे: उन्नत नेविगेशन और ऑटोपायलट सिस्टम, रियल‑टाइम ट्रैकिंग, घने कोहरे, बरसात में उड़ान क्षमता, साइलेंट केबिन टेक्नोलॉजी, इनबिल्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, इंटरनेट व सैटेलाइट फोन सुविधा इस हवाई जहाज को खास बनाएंगी. सरकारी बेडे में शामिल होने वाले नए विमान न केवल उच्च-स्तरीय सरकारी यात्रा को बेहतर बनाएंगे, बल्कि उत्तर प्रदेश के आपदा राहत बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेगा.