गोवा विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है, लेकिन यहां आने वाले यात्रियों को लंबे समय से कैब सर्विस को लेकर एक बड़ी बाधा का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, ओला और उबर की तर्ज पर यहां ऐप आधारित टैक्सी सर्विस नहीं है. यहां चलने वाली कैब में डिजिटल मीटर भी नहीं लगे होते हैं. ऐसे में कैब चालक अपने मन-मुताबिक पर्यटकों से किराया वसूलते हैं.
लंबे समय से गोवा में 'टैक्सी माफिया' पर भारी और मनमाने किराए वसूलने के आरोप लग रहे हैं. अब गोवा सरकार ने पर्यटकों की इस समस्या को खत्म करने के लिए ओला-उबर की तर्ज पर कैब सर्विस शुरू करने का फैसला लिया है.
हालांकि, स्थानीय टैक्सी यूनियनों ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है. लेकिन, यह सच है कि यहां आने वाले पर्यटकों की परेशानी और आवास की बढ़ती लागत के कारण यह सवाल उठने लगा है कि क्या गोवा लंबे समय तक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रह सकेगा.
ऐसा भी नहीं है कि खराब टैक्सी सर्विस की वजह से सिर्फ बाहर से आने वालों को ही मुश्किलों का सामना उठाना पड़ता है. स्थानीय लोगों को भी टैक्सी के ऊंचे किराए और कमजोर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के कारण परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है.
हालांकि, राज्य सरकार ने ‘गोवा माइल्स’ (2018) और ‘गोवा टैक्सी’ (2023) जैसे सरकारी ऐप के जरिए गोवा में कैब सर्विस शुरू की हैं, लेकिन सीमित सेवाओं की वजह से यह ज्यादा सफल नहीं हो सका. गोवा में करीब 16,675 पीले-काले रंग की टैक्सियां हैं, जिसके जरिए पर्यटक एक जगह से दूसरे जगह जाते हैं.
अब गोवा सरकार सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को बेहतर करने के लिए ऐप आधारित कैब सर्विस को संचालित करने की अनुमति देने की योजना बना रही है. इसके लिए गोवा सरकार नया कानून बना रही है. 'गोवा ट्रांसपोर्ट एग्रीगेटर गाइडलाइन्स, 2025' नाम के इस कानून के जरिए सरकार ने गोवा में कैब सेवाओं के संचालन, शिकायत निवारण और सजा के नियम को निर्धारित करना चाहती है.
इस कानून के मुताबिक, एग्रीगेटर्स को केवल उन्हीं ड्राइवरों को कैब चलाने की अनुमति होगी, जिनके पास वैध निजी सेवा वाहन (PSV) से जुड़े कागजात हैं. एक ड्राइवर एक साथ एक से ज्यादा एग्रीगेटर्स के साथ जुड़ सकेंगे. एग्रीगेटर्स ड्राइवरों के लिए कम से कम 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर सुनिश्चित करेंगे, जिसका आधार वर्ष 2025-26 होगा. हर साल इसमें 5 फीसद की वृद्धि होगी. महिला ड्राइवरों के स्वास्थ्य बीमा में उनके माता-पिता और बच्चों को भी लाभ मिलेगा.
हालांकि, इस कानून के खिलाफ टैक्सी संचालकों और ड्राइवरों ने विरोध प्रदर्शन किया है. इन लोगों का दावा है कि इससे उनकी आजीविका प्रभावित होगी और राज्य के बाहर से ऑपरेटरों को प्रवेश की अनुमति मिल जाएगी.
उत्तरी गोवा के कलंगुट से बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने टैक्सी यूनियनों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि टैक्सियों का किराया बाजार और मांग के हिसाब से तय होना चाहिए.
राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे ने ऑपरेटरों से अपना खुद का ऐप बनाने का आग्रह किया है और उनकी मदद करने की पेशकश की है. उन्होंने कहा, "मैं उन लोगों से सहमत नहीं हूं जो इस तरह की टेक्नोलॉजी का विरोध करते हैं और कहते हैं कि उन्हें ये बदलाव नहीं चाहिए."
गोवा के परिवहन मंत्री मौविन हेलियोडोरो गोडिन्हो ने कहा है, “नए कानून और उससे जुड़े दिशा-निर्देशों पर कैब चालकों के साथ बातचीत चल रही है. टैक्सी चालकों को विश्वास में लिया जाएगा.”
इसके आगे उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इससे गोवा के लोगों को मदद मिलेगी." जरूरत से ज्यादा किराया वसूलने के खिलाफ तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार टैक्सी ऑपरेटरों को अपना खुद का ऐप लॉन्च करने के लिए फंड देने को भी तैयार है.
पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ऐप-आधारित कैब गोवा में पर्यटन को बढ़ावा देंगी. पर्यटक जानते हैं कि स्थानीय टैक्सियां दो किराया वसूलती हैं वो ज्यादा होता है और यह एक जैसा भी नहीं रहता. एक टैक्सी एक निश्चित मार्ग के लिए 1,000 रुपये चार्ज करती है, जबकि दूसरी टैक्सी उसी दूरी के लिए 1,500 रुपये मांगती है. यह तरीका सही नहीं है.
कैब बुकिंग ऐप के आने से किराए में समानता सुनिश्चित होगी. खासकर तब जब पर्यटकों को लगता है कि गोवा दूसरे टूरिस्ट स्पॉट की तुलना में अधिक महंगा है. गोवा सरकार के परिवहन निदेशक पी. प्रविमल अभिषेक ने इंडिया टुडे को बताया, "सोच यह है कि सभी टैक्सी संचालन को डिजिटल किया जाना चाहिए और स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बनाया जाना चाहिए."
उन्होंने कहा है कि ये नियम अचानक तैयार नहीं किए गए हैं, बल्कि इसी साल फरवरी में टैक्सी यूनियनों के साथ व्यापक तौर पर चर्चा की गई थी. हालांकि, स्थानीय टैक्सी यूनियन सरकार के इस फैसले से नाराज हैं.
गोवा में पर्यटक टैक्सी ऑपरेटरों के नेता बप्पा कोरगांवकर ने दावा किया कि ऐप-आधारित टैक्सी सेवाएं गोवा में व्यवहारिक नहीं है क्योंकि यह एक महानगरीय शहर नहीं है. वे कहते हैं, “जब हम काम कर रहे हैं तो हम ड्राइवर ऐप को कमीशन क्यों दें? हमने गोवा में पर्यटन में उछाल सुनिश्चित किया है. ओला और उबर ड्राइवर राज्य के बाहर से आ सकते हैं और उन्हें राज्य के बारे में पता नहीं होगा. उदाहरण के लिए गोवा में कौन-सा समुद्र तट अच्छा है. पर्यटकों की पसंदीदा जगह कौन-सी है."
हालांकि अभिषेक कहते हैं कि ऐसी आशंकाएं पूरी तरह से निराधार हैं. दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि केवल राज्य परिवहन प्राधिकरण या क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा जारी वैध परमिट वाले वाहन और PSV बैज वाले ड्राइवर ही इस सेवा में शामिल किए जा सकते हैं. उनके मुताबिक, “इसका मतलब है कि स्थानीय ड्राइवरों को ज्यादा ग्राहक मिलेंगे और वे अपने लिए ज्यादा व्यावसायिक अवसर पैदा करेंगे.”
विधानसभा में विपक्ष के नेता यूरी एलेमाओ ने इस कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा, "गोवा के टैक्सी ऑपरेटर ग्राहकों को बेहतरीन आतिथ्य और सुरक्षित माहौल देने के लिए जाने जाते हैं. हमारे टैक्सी ड्राइवर पर्यटन के राजदूत बन गए हैं. इस बात की पूरी संभावना है कि एग्रीगेटर दूसरे राज्यों से ड्राइवर ला सकते हैं, जिससे गोवा की छवि खराब हो सकती है. हमारे लोग बेरोजगार हो सकते हैं."
वे आरोप लगाते हुए कहते हैं, "बीजेपी सरकार की प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा कमीशन लेना है और इसीलिए सरकार एग्रीगेटर सेवा शुरू कर रही है. यह उनके लिए पैसे कमाने का एक नया जरिया हो सकता है. इससे केवल बेरोजगारी बढ़ेगी. बेरोजगारी एक ऐसा मुद्दा जिसे यह सरकार कम करने में विफल रही है. एग्रीगेटर संभवतः गोवा के पारंपरिक व्यवसाय को खत्म कर देंगे, जिससे केवल निजी व्यवसायियों को लाभ होगा.”
2023 में गोवा में 81 लाख घरेलू और 4.53 लाख विदेशी पर्यटक आए. 2024 में गोवा में करीब 1 करोड़ घरेलू पर्यटक और लगभग 4.68 लाख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आए.
2024-25 के लिए गोवा के आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है, "राज्य में पर्यटन में 21 फीसद की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो गोवा में पर्यटन के लिए बहुत सकारात्मक रुझान का वादा करती है. जहां घरेलू पर्यटकों की संख्या में 22 फीसद की वृद्धि हुई. वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या में 3 फीसद की वृद्धि हुई. ये आंकड़े स्पष्ट रूप से गोवा के पर्यटन क्षेत्र में मजबूत वृद्धि का संकेत देते हैं, जो इसे सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में अपनी स्थिति की पुष्टि करता है."
पर्यटन विभाग ने कहा है कि 2025 की पहली तिमाही में पर्यटकों के आगमन में 2024 की इसी अवधि की तुलना में सालाना आधार पर 10.5 फीसद की वृद्धि हुई है. इस वर्ष के पहले तीन महीनों में गोवा में 28 लाख आगंतुक आए हैं, जबकि 2024 की पहली तिमाही में यह संख्या 25 लाख थी.