
दिसंबर की 22 तारीख को तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन के जुबली हिल्स स्थित घर में तोड़फोड़ करने वाले छह आरोपियों को हैदराबाद की एक अदालत ने जमानत दे दी. 23 दिसंबर की सुबह आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, इसके बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी.
इस बीच, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के एक नेता ने चौंकाने वाला दावा किया कि इन छह आरोपियों में से एक रेड्डी श्रीनिवास तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का करीबी सहयोगी था. हालांकि, अभी तक न तो रेवंत रेड्डी और न ही किसी कांग्रेस नेता ने इस आरोप पर कोई सफाई दी है.
ये सभी आरोपी हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय की ज्वॉइंट एक्शन कमिटी (OUJAC) के सदस्य हैं. 22 दिसंबर को इन लोगों ने जुबली हिल्स स्थित अल्लू अर्जुन के घर में जबरन घुसने का प्रयास किया था. ये सभी आरोपी चार दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थियेटर में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाली 35 वर्षीय महिला रेवती के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. भगदड़ वाले दिन अभिनेता संध्या थिएटर में अपनी फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर शो में मौजूद थे.
23 दिसंबर को सुनवाई के दौरान पुलिस ने छह आरोपियों को जज के सामने पेश किया. फिर उन्हें जमानत दे दी गई और प्रत्येक को 10,000 रुपये और दो जमानती पेश करने को कहा गया. इसके लिए तीन दिन की मोहलत दी गई.
इधर, बीआरएस नेता कृष्णक ने आरोप लगाया है कि रेड्डी श्रीनिवास (छह आरोपियों में से एक) 2019 के जिला परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (जेडटीपीसी) चुनावों में रेवंत रेड्डी और कोडंगल कांग्रेस उम्मीदवार के "करीबी सहयोगी" थे. कृष्णक ने 22 दिसंबर को एक ट्वीट किया और आरोपी की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें से एक में वह मुख्यमंत्री के साथ पोज देते हुए दिखाई दे रहा था.

उन्होंने कहा, "ओयूजेएसी ने 2009 में महान तेलंगाना आंदोलन शुरू किया था. हिंसा और ब्लैकमेल के लिए इसका इस्तेमाल करना घृणित है. अल्लू अर्जुन के आवास पर हमला करने वाले रेड्डी श्रीनिवास उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्र नेता नहीं हैं. वह रेवंत के करीबी सहयोगी और 2019 जेडपीटीसी चुनाव में कोडंगल कांग्रेस के उम्मीदवार रहे हैं."
22 दिसंबर की घटना के एक वीडियो में कई लोग अल्लू अर्जुन के घर में घुसकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए दिखाई दे रहे हैं. उग्र समूह ने परिसर के अंदर रखे फूलों के गमलों को भी नष्ट कर दिया. घटना के समय अभिनेता अपने घर पर मौजूद नहीं थे.
पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने परिसर में तख्तियां लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने घर की ओर टमाटर भी फेंके. पुलिस ने बताया कि जब अल्लू अर्जुन के सुरक्षा कर्मचारियों ने विरोध किया और उन्हें दीवार से नीचे उतरने के लिए कहा तो इस पर बवाल शुरू हो गया.
सीएम रेवंत रेड्डी ने इस हमले की निंदा की और पुलिस को कानून व्यवस्था के संबंध में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इस घटना से कुछ घंटे पहले अल्लू अर्जुन ने अपने प्रशंसकों से ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरह से अपमानजनक भाषा या व्यवहार से बचने का आग्रह किया था.
संध्या थिएटर में मची भगदड़ में रेवती नामक महिला की मौत हो गई, जबकि उनका आठ वर्षीय बेटा घायल हो गया था. बेटे का हैदराबाद के एक निजी सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है. उस भगदड़ के बाद अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उसी दिन तेलंगाना हाई कोर्ट ने उन्हें चार हफ्ते की अंतरिम जमानत दे दी थी. अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.