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केंद्रीय बलों में यूपी के पुलिस अधिकारियों का कैसे बढ़ रहा दबदबा?

यूपी कैडर के आईपीएस अफसर संजय सिंघल सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के नए महानिदेशक बने. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के साथ अब बीएसफ की कमान भी यूपी कैडर के आईपीएस अफसरों के हाथ में हैं

UP IPS Transfer News
सांकेतिक फोटो
अपडेटेड 30 जुलाई , 2025

केंद्र सरकार ने 29 जुलाई को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के विशेष महानिदेशक संजय सिंघल को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का नया महानिदेशक नियुक्त किया है. एसएसबी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन एक सशस्त्र बल है, जो भारत की नेपाल और भूटान के साथ लगी सीमा की सुरक्षा करता है. संजय सिंघल वर्ष 1993 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. 

सिंघल 1 सितंबर 2025 से एसएसबी के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभालेंगे. उनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2028 तक या अगले आदेश तक जारी रहेगी. संजय सिंघल, एसएसबी के वर्तमान महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद की जगह लेंगे. वे 31 अगस्त 2025 को रिटायर हो रहे हैं. यह नियुक्ति गृह मंत्रालय के प्रस्ताव के बाद की गई है और इसे औपचारिक रूप से कैबिनेट समिति द्वारा अनुमोदित किया गया है. 

संजय सिंघल मूल रूप से यूपी के गाजियाबाद के रहने वाले है. वे यूपी में कई अहम पदों पर तैनात रहे हैं. योगी सरकार ने अक्टूबर 2020 में उनको अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) स्थापना की जिम्मेदारी दी थी. उस वक्त वे एडीजी रेलवे थे. चार वर्षों तक एडीजी स्थापना की कमान संभालने वाले संजय सिंघल ने यूपी के पुलिस महकमे में ट्रांसफर पोस्टिंग में जुगाड प्रथा को पूरी तरह से खत्म कर दिया था. 

उन्होंने ऑनलाइन और डिजिटल माध्यमों का प्रयोग करके पुलिस महकमे के तबादलों को पारदर्शी और विवादरहित बनाने में बड़ा योगदान दिया था. जून 2024 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर इनपैनल हुए संजय सिंघल को योगी सरकार ने एनओसी दी थी जिसके बाद वे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के विशेष महानिदेशक पर पर तैनात हुए थे. संजय सिंघल ने ईमानदारी, प्रशासनिक कौशल और परिचालन विशेषज्ञता के लिए ख्याति अर्जित की है. उन्हें पुलिस नियमों और राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे की गहरी समझ के लिए जाना जाता है. 

साल 2008 से 2015 के बीच, उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में उप महानिरीक्षक और बाद में महानिरीक्षक के रूप में विशिष्टता के साथ सेवा की - वह बल जिसे चीन के साथ भारत की सीमा की रक्षा का काम सौंपा गया था. उत्तर प्रदेश में, सिंघल ने 2015 से 2024 तक महानिरीक्षक, पुलिस महानिदेशक (जीएसओ से डीजीपी), अपर महानिदेशक (एडीजी) अपराध, एडीजी रेलवे और एडीजी स्थापना जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया. उन्होंने कई जिलों में पुलिस अधीक्षक के रूप में भी कार्य किया और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की कई बटालियनों की कमान संभाली. सिंघल को पुलिस पदक और राष्ट्रपति पुलिस पदक, दोनों से सम्मानित किया जा चुका है.

उत्तर प्रदेश कैडर के 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय सिंघल की सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के नए महानिदेशक के रूप में नियुक्ति के साथ, यूपी आईपीएस कैडर ने अपने पांच अधिकारियों को प्रमुख केंद्रीय बलों का नेतृत्व करने का गौरव भी हासिल किया है. यह पहला मौका है कि यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारियों ने एक  साथ इतनी बड़ी संख्या में केंद्रीय बलों की कमान संभाली है.

इस विशिष्ट समूह में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के महानिदेशक के रूप में शफी अहसान रिजवी, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के रूप में दलजीत चौधरी, विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के महानिदेशक के रूप में आलोक शर्मा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में पीयूष आनंद और एसएसबी के महानिदेशक-पदनाम के रूप में संजय सिंघल शामिल हैं. 

केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने 29 जुलाई को सिंघल की पदोन्नति को मंजूरी दे दी. यूपी के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी ए. के. चतुर्वेदी बताते हैं, “एसएसबी के महानिदेशक पद पर सिंघल की नियुक्ति न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि राष्ट्रीय पुलिस व्यवस्था में उत्तर प्रदेश के योगदान के लिए एक व्यापक संस्थागत मान्यता भी है. यह केवल यूपी के लिए ही नहीं बल्कि भारतीय पुलिस सेवा के लिए भी अत्यधिक गर्व का क्षण है.” कई वर्षों के बाद एक ही कैडर के पांच आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय अर्धसैनिक और विशिष्ट बलों का नेतृत्व सौंपा गया है - यह यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारियों में प्रतिभा की गहराई और व्यावसायिकता दोनों को दर्शाता है.  

केंद्र सरकार ने जून 2023 में शफी अहसान रिजवी को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के महानिदेशक के रूप में तैनात किया था. वर्ष 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी शफी अहसान रिजवी को पहले यूपी कैडर ही एलॉट हुआ था पर बाद में वे उत्तराखंड चले गए थे. इस तरह इनका मूल कैडर यूपी ही है. 

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के रूप में तैनात दलजीत चौधरी 1990 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अफसर हैं. चौधरी बहुआयामी सेवा वाले अधिकारी हैं. उन्होंने कानून-व्यवस्था, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी, और बीएसफ सहित कई महत्वपूर्ण संस्थागत भूमिकाओं में नेतृत्व किया है. उनका रिकॉर्ड न केवल ऑपरेशनल कार्यों में बल्कि इंटर-एजेंसी कोऑर्डिनेशन और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रयासों में भी उल्लेखनीय रहा है. वर्ष 2005 में इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पद पर तैनाती के दौरान दलजीत चौधरी ने निर्भय गुर्जर समेत एक साल में कुल 32 डकैतों पर सख्त कार्रवाई करके चर्चा बटोरी थी. 

पिछले वर्ष 3 अगस्त को दलजीत चौधरी ने बीएसएफ के महानि‍देशक का कार्यभार ग्रहण किया था. दलजीत चौधरी आर्मी एयरबॉर्न ट्रेनिंग स्कूल, आगरा से एयरबॉर्न प्रशिक्षण पूरा करने वाले देश के चुनिंदा आईपीएस अफसरों में से हैं. चौधरी ने यह प्रशिक्षण वर्ष 2020 में पूरा किया था.

विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के महानिदेशक के रूप में तैनात आलोक शर्मा 1991 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. 17 नवंबर, 2023 को आलोक इस पद पर तैनात हुए थे. वर्ष 2014 से 2016 के दौरान मेरठ जोन की कमान संभालने के दौरान आलोक ने तीरगिरान दंगों के दौरान मेरठ शहर को आग से बचाने,  उपद्रवियों को नियंत्रित करने और दोनों समुदायों में सामूहिक सौहार्द स्थापित करने में बड़ी भूमिका अदा की थी. 

मुज़फ़्फरनगर दंगे के बाद शांतिपूर्ण स्थिति बनाने में भी इनकी सक्रिय भूमिका थी. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में तैनात पीयूष आनंद 1991 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अफसर हैं. पीयूष आनंद ने यूपी में 11 जिलों में पुलिस विभाग की कमान संभाली थी. मुरादाबाद और कानपुर में आइजी रेंज रहे. इन्होंने यूपी में एडीजी स्थापना और एडीजी रेलवे के पद पर भी कार्य किया है. इन्हें केंद्रीय सेवाओं का अच्छा अनुभव है. सीबीआइ में 7 वर्ष, सीआरपीएफ में 3 वर्ष और सीआइएसएफ में भी तैनात रह चुके है. 

यूपी से कई अन्य आईपीएस अफसर केंद्रीय बलों में प्रतिनियुक्ति‍ पर तैनाती के लिए कतार में हैं. गृह मंत्रालय  ने जनवरी 2025 में राज्यों को पत्र लिखकर 200 से ज्यादा केंद्रीय पदों को भरने हेतु तेजी से नाम भेजने का निर्देश दिया जिसमें सुपरिटेंडेट आफ पुलिस से लेकर स्पेशल डीजी के स्तर तक पद शामिल हैं.. यूपी कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी पी. दिनेश कुमार को केंद्र में नियुक्ति हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एनओसी जारी किया गया है. वे पुलिस उपमहानिरीक्षक पद से केंद्रीय प्रतिनियुक्त‍ि पर जाने वाले बताए गए हैं. साल 2013 बैच के आईपीएस अफसर रोहित सिंह साजवान ने भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए एनओसी प्राप्त किया है. 

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