दिसंबर की 12 तारीख को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आंतकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया. मारे गए तीनों आतंकी खालिस्तानी कमांडो फोर्स के एक्टिव मेंबर बताए जा रहे हैं. इन तीनों ही आतंकियों ने 19 दिसंबर को पंजाब में एक पुलिस थाने पर जानलेवा हमला किया था.
इस घटना को अंजाम देने के बाद से ही तीनों आंतकी फरार थे. यूपी में इन तीनों आतंकियों की लोकेशन मिलने के बाद पंजाब पुलिस एक्टिव हो गई. इसके बाद UP पुलिस और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाकर तीनों खतरनाक आतंकियों को मार गिराया.
पंजाब पुलिस के पीलीभीत पहुंचने के बाद एक्शन में आई UP पुलिस
पीलीभीत SP अविनाश पांडेय ने इस ऑपरेशन की जानकारी शेयर करते हुए कहा कि 23 दिसंबर की सुबह पंजाब की गुरदासपुर पुलिस की टीम थाना पूरनपुर पहुंची थी. उन्होंने बताया कि गुरदासपुर में बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला कर फरार तीन आतंकी इसी क्षेत्र में छिपे हुए हैं. उन्होंने तीनों आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए UP पुलिस से मदद मांगी. इसके तुरंत बाद UP पुलिस ने पूरे जिले में नाकेबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू की. जैसे ही आतंकियों को इसकी सूचना मिली वो यहां से भागने की कोशिश करने लगे.
कुछ देर बाद ही खमरिया चेकिंग पॉइंट से पुलिसकर्मियों ने पुलिस मुख्यालय को एक बाइक पर सवार तीन संदिग्ध की जानकारी दी. उनके पास कुछ संदिग्ध वस्तुएं होने की बात कही गई. इसके बाद पुलिस बाइक का पीछा करती हुई पीलीभीत की ओर चली.
पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली एरिया में तीनों आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद हुई जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकियों को UP पुलिस ने मार गिराया. गोली लगने के बाद उन्हें पूरनपुर के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया.
756 किमी. तक पीछा करने के बाद मार गिराए गए आतंकी
पंजाब के DGP गौरव यादव ने 22 दिसंबर की शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि 756 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद दो राज्यों की पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. उन्होंने मारे गए आतंकी के बारे में बताया कि वो लोग केजेडिएफ के प्रमुख रणजीत सिंह नीता द्वारा नियंत्रित किए जा रहे थे. इस संगठन को ग्रीस में रहने वाले जसविंदर सिंह मन्नू द्वारा संचालित किया जाता है, जो अगवान गांव का निवासी है.
डीजीपी ने आगे बताया कि आतंकियों के मॉड्यूल और उनके सभी कनेक्शन की जांच चल रही है. इस मामले में और अधिक बरामदगी और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. साथ ही, उन्होंने UP पुलिस को इस सफल ज्वाइंट ऑपरेशन के लिए धन्यवाद कहा है.
आतंकियों के पास से हथियार और कारतूस बरामद
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मारे गए आतंकियों की पहचान गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है. इन आतंकियों के पास से 2 एके-47 राइफल, 2 ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं. पंजाब पुलिस के मुताबिक इन सभी आतंकियों का विदेशी कनेक्शन भी सामने आया है.
योगी सरकार में 7 साल में 13 हजार एनकाउंटर्स हुए
कभी अपराधियों के छिपने के लिए सबसे सुरक्षित जगह माने जाने वाले उत्तर प्रदेश में अब आतंकियों के लिए थोड़ी देर के लिए पनाह लेना भी मुश्किल हो गया है. दरअसल, योगी सरकार ने एक डेटा जारी कर बताया है कि कैसे 20 मार्च 2017 से 5 सितंबर 2024 तक यूपी पुलिस और अपराधियों के बीच करीब 12,964 एनकाउंटर्स हुए.
यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि एनकाउंटर्स का मतलब दोनों ओर से एक्सचेंज ऑफ फायरिंग यानी एक-दूसरे पर गोलीबारी किए जाने से है. इन एनकाउंटर्स में करीब 207 आरोपी की मौत हुई है. वहीं 1,601 संदिग्ध आरोपी घायल हुए और 27,117 को गिरफ्तार किया गया है.