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गैंग्स ऑफ राजस्थान : जिनका आपराधिक नेटवर्क जेल से भी चलता है

उन 10 गैंग्स का कच्चा-चिट्ठा जिनके आतंक से राजस्थान की शांत और सुरक्षित राज्य वाली छवि बदलने लगी है

जेल में रहकर अपनी दहशत फैला रहे गैंगस्टर
जेल में रहकर अपनी दहशत फैला रहे गैंगस्टर
अपडेटेड 18 सितंबर , 2023

राजस्थान में पिछले पांच दिन में लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम पर रंगदारी वसूलने के लिए फोन पर धमकी देने के तीन मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस ने 13 सितंबर को जयपुर के दो नामी डॉक्टरों को रंगदारी के लिए धमकाने के मामले में लॉरेंस गैंग के तीन शूटर्स सहित जयपुर की एक फैशन डिजाइनर को गिरफ्तार किया. फैशन डिजाइनर खुशी चेलानी भारतीय जनता युवा मोर्चा में सक्रिय थी और फिरौती के जरिए पैसा कमाकर नगर निगम और विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहती थी.

चिकित्सकों से रंगदारी वसूलने के लिए खुशी ने मोहाली जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई गैंग के रविंद्र उर्फ काली शूटर से संपर्क किया. काली शूटर ने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में अपने साथी से दोनों डॉक्टरों से 50-50 लाख रुपए की रंगदारी के लिए धमकी दिलाई. पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. चिकित्सकों की ओर से एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस मोहाली जेल में बंद लॉरेंस गैंग से जुड़े काली शूटर तक पहुंची.

इस दौरान सामने आया कि वह इंस्टाग्राम पर जयपुर की खुशी चेलानी के साथ जुड़ा है. खुशी ने ही उसे दोनों डॉक्टरों के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस ने काली शूटर को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया और जयपुर लाकर पूछताछ की. पूछताछ में खुलासा हुआ कि धमकी देने के बाद भी जब डॉक्टरों ने रुपए नहीं दिए तो काली शूटर ने संगरिया (हनुमानगढ़) के शूटर राहुल उर्फ मिनी पेट्रोल और हर्ष भादू को डॉक्टरों पर फायरिंग करने के लिए जयपुर भेजा. ये लोग काली शूटर के आदेश का इंतजार कर रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. 

यह बस हालिया घटना है लेकिन इसके अलावा ऐसे और भी मामले सामने आए हैं जिनसे पता चलता है कि शांत और सुरक्षित समझा जाने वाला राजस्थान अब कई गैंगस्टरों का नया ठिकाना बन गया है. पिछले एक दशक से एक दर्जन से ज्यादा गैंगस्टर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में आतंक का पर्याय बने हुए हैं. जेलें भी इनकी काली करतूतों को नहीं रोक पाई हैं. कुछ गैंगस्टर तो जेलों से ही अपने जुर्म का कारोबार चला रहे हैं. जेलों में इनके लिए ऐशो-आराम की तमाम सुविधाओं के साथ मोबाइल फोन तक उपलब्ध रहते हैं. तो आज आपको बताते हैं ऐसे ही 10 गैंगस्टरों और उनके गिरोह की कहानी जो जेल से जरायम की दुनिया की लगाम थामे हुए हैं.

आनंदपाल के बाद हर जगह फैली लॉरेंस विश्नोई गैंग

जेल के सीखचों के पीछे से राजस्थान में रंगदारी और जमीनों पर कब्जे जैसी वारदातों को अंजाम देने में इस समय सबसे बड़ा नाम लॉरेंस विश्नोई का है. हर महीने राजस्थान के किसी न किसी हिस्से में लॉरेंस विश्नोई के नाम पर रंगदारी वसूलने का कोई न कोई मामला सामने आ रहा है. उस पर 26 बड़े कारोबारियों को फोन करके करोड़ों रुपए की फिरौती वसूलने और 100 से ज्यादा लोगों को धमकाने के मामले दर्ज हैं.  

2017 में अपने शूटर काली के जरिए सीकर जिले के पूर्व सरपंच सरदार राव की हत्या करवाने, 28 जनवरी 2023 को जयपुर के जी क्लब पर फायरिंग करने, 7 सितंबर 2021 को जयपुर के जवाहर नगर के बिल्डर निश्चल भंडारी को तिहाड़ जेल से वॉट्सएप कॉल के जरिए दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगने, 6 सितंबर 2017 को जोधपुर के कारोबारी वासुदेव इसरानी की हत्या, दिसंबर 2022 में जयपुर के सांगानेर इलाके में प्रॉपर्टी डीलर हरजेश नरानिया से 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने जैसे अनगिनत मामलों में लॉरेंस विश्नोई का नाम सामने आया.

NIA ने लॉरेन्स बिश्नोई को अंडमान जेल शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा है
NIA ने लॉरेन्स बिश्नोई को अंडमान जेल शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा है

अभिनेता सलमान खान को काले हिरण शिकार प्रकरण में जान से मारने की धमकी देकर उसने राजस्थान के विश्नोई समुदाय में पैठ जमाने की कोशिश की थी. लॉरेंस को अप्रैल 2023 में पंजाब की बठिंडा जेल से गुजरात की साबरमती जेल में भेजा गया. वहां से मई 2023 में उसे दिल्ली की मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया था. एनआईए ने अब उसे अंडमान निकोबार की सेल्यूलर जेल में शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा है. अंग्रेजों के शासन में इस जेल को काला पानी की सजा के तौर पर जाना जाता था.

रविंदर उर्फ काली शूटर गैंग

रविंदर उर्फ काली राजपूत उर्फ काली शूटर अपने नाम से ही गैंग चलाता है. यह गैंग लॉरेंस विश्लोई गैंग की छत्रछाया में काम करती है. रविंदर 2018 से जेल में बंद है. जनवरी 2015 में लॉरेंस बिश्नोई को पुलिस कस्टडी से छुड़वाने और भगाने में काली शूटर की मुख्य भूमिका थी. लॉरेंस बिश्नोई को अबोहर से लाते समय पुलिस टीम मोहाली के पास ढाबे पर खाना खाने रुकी थी तभी काली शूटर ने अपनी गैंग के साथ पुलिस पर हमला कर दिया और लॉरेंस को छुड़ाकर ले गया.

काली शूटर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में फिरौती, अपहरण और हत्या के दर्जनों मामलों में लिप्त रहा है. उसका नाम दिसंबर 2017 में बुड़ैल के एक होटल व्यवसायी के अपहरण के बाद जबरन वसूली के मामले में भी सामने आया था. 18 जनवरी 2018 को फिरोजाबाद में पुलिस से मुठभेड़ में काली शूटर पकड़ा गया था. पहले उसे दिल्ली और बाद में मोहाली जेल में भेज दिया गया.  

राजस्थान में जुर्म का सबसे बड़ा चेहरा संपत नेहरा 

पंजाब की भटिंडा जेल में बंद संपत नेहरा कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड है. वह राजस्थान के चूरू जिले के राजगढ़ कस्बे का रहने वाला है और चंडीगढ़ पुलिस से रिटायर्ड एएसआई रामचंदर का बेटा है. पंजाब यूनिवर्सिटी में वह लॉरेंस विश्नोई के संपर्क में आया. खेल और पढ़ाई छोड़कर जुर्म की दुनिया में दाखिल हुआ.

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड है संपत नेहरा
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड है संपत नेहरा

संपत पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में 12 मर्डर सहित करीब 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. लॉरेंस विश्नोई गैंग के लिए राजस्थान में फिरौती वसूलने की ज्यादातर वारदातों को संपत्त नेहरा ही अंजाम देता है. 17 जनवरी 2018 को कोर्ट रूम में चूरू के अजय जैतपुरा को गोलियों से भून देने, 5 फरवरी 2021 को चूरू के प्रदीप स्वामी की हत्या, चूरू जिले के सादुलपुर खाद्य व्यापार संघ के अध्यक्ष राधेश्याम डोकवे और जयपुर के बिल्डर निश्चल भंडारी और 19 जनवरी 2022 को चूरू शहर में पंखा रोड पर एक सैनेट्री और टाइल्स के शोरूम मालिक साजिद से वॉट्सएप कॉल के जरिए एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने जैसे कई मामलों में संपत्त नेहरा का नाम सामने आया. लॉरेंस के कहने पर फिल्म अभिनेता सलमान खान को मारने के लिए संपत्त नेहरा पिस्तौल लेकर मुंबई पहुंच गया था. 

आनंदपाल का एनकाउंटर, गैंग सक्रिय

पांच साल पहले तक राजस्थान में जुर्म की दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी रहे आनंदपाल सिंह के लिए जेल घर से भी सुरक्षित जगह थी. जेल में उसे एशो-आराम की हर चीज उपलब्ध थी. 7 हत्या सहित कुल 40 से ज्यादा आपराधिक मामलों में वांछित रहा आनंदपाल जब अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था तो जेल प्रशासन उसकी आवभगत में जुटा रहता था.

जेल के सामने चाय की दुकान चलाने वाले रविकुमार रील ने पुलिस को दिए गए बयान में यह कबूल किया था कि आनंदपाल के लिए उसकी दुकान से रोज 11 लीटर दूध और पांच लीटर छाछ जेल के भीतर जाती थी. इतना ही नहीं आनंदपाल के लिए खाना भी बाहर से आता था. जेल में जिस बैरक में आनंदपाल रहता था उसकी तलाशी में 5 मोबाइल फोन और 8 सिम भी बरामद हुए थे.

24 जून 2017 को पुलिस एनकाउंटर में आनंद पाल सिंह मारा गया
24 जून 2017 को पुलिस एनकाउंटर में आनंद पाल सिंह मारा गया

जीवनराम गोदारा की हत्या आनंदपाल द्वारा किया गया पहला कत्ल था. 24 जून 2017 को पुलिस ने एक एनकाउंटर में आनंदपाल सिंह को मार गिराया, लेकिन उसकी गैंग के कई सदस्य आज भी फिरौती वसूलने और जमीनों पर कब्जा करने के मामलो में लिप्त हैं.  

राजू ठेहठ हत्या से जुड़ा आनंदपाल की बेटी का नाम

राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहठ पर हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे. शुरूआती दिनों में राजू ठेहठ आनंदपाल के खास गुर्गे बलबीर बानूडा का दोस्त हुआ करता था, लेकिन 2005 में राजू ने बलबीर के साले विजयपाल की हत्या कर दी. इसके बाद दोनों एक दूसरे के दुश्मन बन गए.

ठेहट से अलग होकर बलबीर ने अपनी अलग गैंग बना ली जिसमें राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल भी शामिल था. आनंदपाल और बलबीर ने मिलकर राजू ठेहठ के करीबी गोपाल फोगाट की हत्या कर दी. इनकी दुश्मनी का खेल ऐसा चला कि 2005 से लेकर 2015 तक शेखावाटी में एक के बाद एक कई गैंगवार हुए जिनमें 15 से ज्यादा लोगों की हत्याएं हुईं.

सीकर में राजू ठेहट की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई
सीकर में राजू ठेहट की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई

जनवरी 2014 में सीकर जेल में राजू ठेहठ पर हमला हुआ. लेकिन इस हमले में राजू बच गया. इसके 6 महीने बाद राजू ठेहठ ने बीकानेर जेल में बंद आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा पर अपने गुर्गे भेजकर हमला कराया जिसमें आनंदपाल तो बच गया पर बलबीर बानूड़ा मारा गया. इसी हत्या का बदला लेने के लिए आनंदपाल पुलिस से एके-47 छीनकर फरार हो गया. फरारी के दौरान भी आनंदपाल और राजू ठेहठ गैंग के बीच कई बार हिंसक भिड़ंत हुई. 3 दिसंबर 2022 को सीकर में चार हमलावरों ने घर के दरवाजे पर राजू ठेहट की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. इस हत्या में आनंदपाल की बेटी चिन्नू का नाम भी सामने आया.  

रिवॉल्वर रानी उर्फ लेडी डॉन अनुराधा 

अनुराधा राजस्थान में अपराध की दुनिया के सरगना आनंदपाल गैंग की सबसे शातिर सदस्य मानी जाती थी. बलबीर बानूड़ा के जरिए आनंदपाल के संपर्क में आई अनुराधा ने आनंदपाल गैंग से जुड़े रहने के लिए अपने पति को भी छोड़ दिया. 2017 में आनंदपाल के एनकाउंटर में मारे जाने तक वह इस गिरोह से जुड़ी रही.

अनुराधा पर राजस्थान में लूट, अपहरण और रंगदारी मांगने समेत करीब एक दर्जन गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा अपहरण के ही मामले हैं. अनुराधा अंग्रेजी इतनी फर्राटेदार बोलती है कि बड़े से बड़ा व्यक्ति उसके चंगुल में फंसता चला जाता है. आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद अनुराधा लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ गई. लॉरेंस विश्नोई ने उसे काला जठेड़ी से मिलवाया.

आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ी अनुराधा
आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ी अनुराधा

जुलाई 2021 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैंगस्टर काला जठेड़ी को गिरफ्तार किया. इसके अगले ही दिन काला जठेड़ी की सहयोगी अनुराधा चौधरी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गई. शेखावाटी की मैडम मिंज, आनंदपाल की रिवॉल्वर रानी अब काला जठेड़ी का साथ पाकर पूजा भल्ला बन चुकी थी. वह जठेड़ी के साथ पति-पत्नी की तरह रह रही थी. 2021 में पुलिस ने काला जठेड़ी के साथ अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया था. 

डॉक्टर उर्फ कुलदीप गैंग 

कुलदीप उर्फ डॉक्टर गैंग राजस्थान के मेवात में सक्रिय है. इस गैंग पर फिरौती वसूलने के कई मामले दर्ज हैं. इस गैंग का सरगना खुद कुलदीप कई महीनों से जेल में बंद हैं लेकिन जेल से ही उसकी करतूतें जारी हैं. हरियाणा मेडिकल प्रवेश परीक्षा में टॉप 100 में पॉजिशन हासिल करने वाला कुलदीप यादव रोहतक मेडिकल कॉलेज (पीजीआई) का टॉपर रहा है.

जब वह एमबीबीएस फाइनल में था तभी उसके परिवार का उनके गांव खायरा महेंद्रगढ़ में जमीन को लेकर विवाद हो गया. पारिवारिक रंजिश इतनी बढ़ गई कि कुलदीप डॉक्टरी छोड़कर जुर्म की दुनिया में कूद गया. इसके बाद उसने डॉक्टर गैंग के नाम से एक गैंग खड़ी कर ली.

कुलदीप उर्फ डॉक्टर गैंग राजस्थान के मेवात में सक्रिय
राजस्थान के मेवात में सक्रिय है कुलदीप उर्फ डॉक्टर गैंग

कुलदीप उर्फ डॉक्टर अब हरियाणा के धारूहेड़ा, गुडगांव, दिल्ली और राजस्थान के भिवाड़ी, टपूकड़ा और मेवात सहित कई इलाकों में अपने जुर्म का साम्राज्य चला रहा है. कुलदीप को राजस्थान एटीएस ने उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था और फिलहाल जेल में बंद है. इससे पहले वह अलवर में एक पेशी के दौरान पुलिस चंगुल से भाग निकला था. अलवर की किशनगढ़बास जेल में वह आनंदपाल के दुश्मन राजू ठेहठ के साथ बंद था. 

अलवर की लादेन गैंग  

अलवर जिले के बहरोड़ पुलिस थाना क्षेत्र के पहाड़ी गांव का रहने वाला कुख्यात बदमाश विक्रम गुर्जर खुद को ओसामा बिन लादेन मानता है. ओसामा से वह इतना प्रभावित है कि खुद के नाम के आगे लादेन सरनेम लगा लिया. विक्रम उर्फ लादेन और उसकी गैंग के खिलाफ हरियाणा और राजस्थान में हत्या, लूट, चोरी, फायरिंग और रंगदारी जैसे करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में बहरोड़ से बसपा प्रत्याशी जसराम पटेल की हत्या के मामले भी लादेन गैंग का हाथ बताया जाता है. कुछ समय पहले ही लादेन गैंग ने बहरोड़ के गोकुलपुर स्थित डेयरी में 2 बार ताबड़तोड़ फायरिंग की और बहरोड़ डीएसपी अतुल साहू को जान से मारने की धमकी दी.

राजस्थान के टॉप टेन बदमाशों में शामिल है विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन
राजस्थान के टॉप टेन बदमाशों में शामिल है विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन

अलवर जिले के बहरोड क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका कुख्यात बदमाश विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन कई महीने से जेल में बंद हैं लेकिन उसके गुर्गे अब भी सक्रिय है. बहरोड पुलिस ने 27 जनवरी 2020 को हैदराबाद से लादेन को गिरफ्तार किया था. लादेन वही बदमाश है जिसे मारने के लिए हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर अलवर आया था. हालांकि, पपला अपने मकसद में कामयाब हो पाता इससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया लेकिन उसके गुर्गे 3 घंटे में ही जेल तोड़कर उसे भगा ले गए.

लादेन राजस्थान के टॉप टेन बदमाशों में शामिल है और बहरोड़ के जसराम हत्याकांड में वॉन्टेड था. लादेन के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें लूट, हत्या, वसूली, अपहरण और पुलिस के साथ मारपीट के जैसे प्रकरण शामिल हैं. 

मारवाड़ की 007 गैंग  

मारवाड़ की कुख्यात 007 गैंग का सरगना श्याम पूनिया फिलहाल जेल में बंद है. लेकिन उसकी गैंग के सदस्य अब भी उसके नाम पर फिरौती, जमीनों पर कब्जे और धमकाने जैसे अपराधों में सक्रिय हैं. आनंदपाल सिंह गैंग के एनकाउंटर और लॉरेंस विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद 007 ही वह गैंग है जिसने जोधपुर, नागौर समेत पूरे पश्चिमी राजस्थान में अपनी दहशत फैला रखी है.

2020 में इस गैंग के तीन लोगों की महाराष्ट्र पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी. इस गैंग का सरगना राजू मांजू है जो लॉरेंस विश्नोई का साथी रह चुका है. यह गैंग फरारी के दौरान सोशल मीडिया पर पिस्तौल लहराते हुए डांस का वीडियो जारी कर पुलिस को चैलेंज दे चुकी है. पिछले दिनों जोधपुर के एक गांव में शादी समारोह के दौरान भंवरी देवी हत्याकांड में जेल में रहकर आए विशनाराम और 007 गैंग के बीच खूनी संघर्ष हुआ था जिसमें कई लोग घायल हुए. इस घटना के बाद पुलिस ने 007 गैंग के अपराधी मनीष शेखानी को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने खत्म की झुंझुनूं की गब्बर गैंग  

झुंझुनूं जिले में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश झाझड़िया की हत्या और अन्य कई आपराधिक मामलों में गब्बर गैंग का नाम सामने आया था. पुलिस ने गब्बर गैंग से जुड़े अधिकांश आरोपियों को जेल के सीखचों में भेजने के बाद गब्बर गैंग के अड्डे लाल कोठा पर कब्जा कर वहां पुलिस चौकी बना दी.

लाल कोठी में सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद दो ट्रकों में सामान जब्त किया गया और लाल कोठी का कोई भी मालिक ना होने के कारण इसे अपने अधिकार में ले लिया था. पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि शहर के कुछ बदमाशों ने लाल कोठी को अपना अड्डा बना रखा है.

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