सरयू तट पर सैंड आर्ट, दीवारों पर पेंटिंग्स... राममय होती अयोध्या, देखें तस्वीरें

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले पूरी अयोध्या में अलग-अलग वॉल पेंटिंग्स , कलाकृतियां और सैंड आर्ट देखने को मिल रहे हैं. इनके जरिए रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को त्रेतायुग का अहसास कराने की कोशिश है. वॉल पेंटिंग के अलावा सैंड आर्ट, राम बाल लीला, कलाकृतियों की प्रदर्शनी, मेहंदी एवं फूलों की वाटिका और फोटोग्राफी जैसे कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं.
इस तस्वीर में एक आर्टिस्ट दीवार पर पेंटिंग बना रहा है, जिसमें भगवान राम सीता का हाथ पकड़ नदी पार कराते हुए दिखाई दे रहे हैं. ललित कला एकेडमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला के अनुसार, अयोध्या एयरपोर्ट के पास CRPF की दीवार पर लगभग तीन हजार स्कायर फीट, कलेक्ट्रेट भवन की दीवार पर लगभग 1500 स्कायर फीट और राम की पैड़ी मार्ग पर स्थित सिंचाई विभाग के भवन की दीवार पर लगभग 1200 स्कायर फीट क्षेत्र में वॉल पेंटिंग की जा रही है, जिसमें लगभग 40 कलाकार लगे हैं.

अयोध्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से सैंड आर्टिस्ट अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. सैंड आर्टिस्ट रुपेश सिंह ने अयोध्या में राम की पैड़ी के पास लता चौक पर भगवान राम और गिलहरी का मॉडल बनाया है. गुप्तारघाट पर उड़ीसा से आए सैंड आर्टिस्ट ने 4 दिन में राम मंदिर का मॉडल तैयार किया है. उड़ीसा के सैंड आर्टिस्ट नारायण साहु का कहना है कि गुप्तारघाट का इतिहास बहुत ही पुराना है, बताया जाता है कि इसी घाट के सरयू नदी में भगवान राम ने जल समाधि ली थी, इसीलिए इस घाट को सैंड आर्ट्स के लिए चुना गया.
ओडिशा के मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक अपने सात सहयोगी कलाकारों के साथ भगवान राम और रामचरित आधारित सैंड आर्ट सैंटर का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसे विश्व रिकार्ड में दर्ज कराया जाएगा. अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार के मुताबिक राम की पैड़ी के पास सैंड आर्ट म्यूजीयम का भी निर्माण किया जाएगा.

अयोध्या में अलग-अलग स्थानों पर मूर्तियां बनाई जा रही हैं. इस तस्वीर में सूर्यकुंड पर भगवान सूर्य की प्रतिमा है. इसके अलावा एयरपोर्ट पर महर्षि वाल्मीकि की कांसे की प्रतिमा और गणेश कुंड पर भगवान गणेश की ओडिशा सैंड स्टोन की प्रतिमा स्थापित की जा रही है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की भव्यता बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी तैयारी है. अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार के मुताबिक राम की पैड़ी के पास सैंड आर्ट म्यूजीयम का भी निर्माण किया जाएगा.

इस पेंटिंग में उस प्रसंग का जिक्र है जब हनुमान भगवान राम का प्रस्ताव लेकर लंका में रावण के दरबार में गए थे और उन्हें बांध दिया गया था. 18 से 26 जनवरी तक चित्रकला के साथ मूर्तिकला प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है. इसमें राम की गुरुकुल लीला, बाललीला, हनुमान लीला, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, राम-जटायु मिलन, हनुमान सीता मिलन जैसे प्रसंगों को दिखाया जाएगा. इसमें 50 कलाकार मिलकर 40 तस्वीरें और 10 मूर्तियां बनाएंगे. इसके साथ ही 10 जनपदों (गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, बरेली और लखनऊ) में भगवान श्रीराम और उनके जीवन चरित्र पर आधारित होम स्टूडियो कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यशाला 1 फरवरी से 29 फरवरी के बीच होगी. खास बात ये है कि इसमें चयनित कलाकृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन अयोध्या धाम में भी किया जाएगा.

अयोध्या को इस कदर सजाया जा रहा है कि फ्लाईओवर के नीचे पिलर पर भी पेंटिंग्स बनाई गई हैं. इसके अलावा 'एशिया डेलफिक काउसिंल' महिलाओं और बालिकाओं के लिए मेहंदी और फूलों की वाटिका कार्यशाला का आयोजन करेगा, जिसमें एक हजार कलाकार हिस्सा लेंगे. इसके अलावा रामोत्सव के कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए फोटोग्राफी कलाकारों के लिए 20 से 23 जनवरी तक तीन दिवसीय स्वतंत्र फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसमें चयनित कृतियों की प्रदर्शनी रामकथा पार्क में लगाई जाएगी. वहीं विजेता कलाकारों को पुरस्कार भी मिलेगा.