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भारत ने हमले के लिए चकलाला और रहीमयार खान सहित पाकिस्तान के 6 एयरबेस को ही क्यों चुना?

भारत ने 9 और 10 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान के इन 6 एयरबेस पर हमला किया है

Screengrab of explosion at Rafiqui air base in Pakistan
पाकिस्तान के रफीकी एयरबेस पर धमाके का स्क्रीनग्रैब
अपडेटेड 10 मई , 2025

कर्नल सोफिया कुरैशी ने 10 मई को प्रेस ब्रीफिंग में जानकारी दी है कि भारत ने रात में छह प्रमुख पाकिस्तानी एयरबेसों पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिससे सैन्य प्रतिष्ठानों और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है. 

जिन एयरबेसों पर हमला किया गया है वे हैं - रावलपिंडी में चकलाला, चकवाल में मुरीद, शोरकोट में रफीकी, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियान. पाकिस्तान के लिए ये ठिकाने रणनीतिक रूप से काफी अहम हैं.

यही वजह है कि भारतीय सेना ने अपने हमले के लिए इन्हें चुना.

चकलाला एयर बेस

इस्लामाबाद से सिर्फ़ 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चकलाला एयर बेस पाकिस्तान के सबसे संवेदनशील सैन्य परिसरों में से एक है और यहां वायु सेना के संचालन और वीआईपी मूवमेंट दोनों की सुविधा है. इस एयर बेस ने 1965 और 1971 के युद्धों सहित पिछले संघर्षों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
यह बेस एयर फ्यूल भरने और परिवहन मिशनों के लिए मददगार है और यहां पांच से छह प्रमुख परिवहन स्क्वाड्रन हैं, जिनमें शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विमान शामिल हैं. यहां पाकिस्तान की वायु सेना के अधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण संस्थान-  पीएएफ कॉलेज भी है. चकलाला पर हमला करके भारत ने चेतावनी दी है कि उसकी जद में पाकिस्तान के सबसे सुरक्षित सैन्य प्रतिष्ठान भी हैं.  

मुरीद एयर बेस (चकवाल)

पाकिस्तान के चकवाल जिले में स्थित मुरीद एयरबेस से पिछले दो दिनों के भीतर भारत को निशाना बनाने के लिए कई ड्रोन छोड़े गए हैं. इसके अलावा यहां कई पाकिस्तानी वायु सेना के स्क्वाड्रन हैं जो शाहपार-1 और बेराकटर टीबी2 जैसे उन्नत यूएवी और यूसीएवी संचालित करते हैं.
यह बेस पाकिस्तान के ड्रोन युद्ध कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. साथ ही यह निगरानी, हमले और खुफिया जानकारी जुटाने में मदद करता है. भारतीय हमले को इस बेस से लॉन्च किए गए सैकड़ों ड्रोनों का सीधा जवाब माना जा रहा है.

रफीकी एयर बेस (शोरकोट)

पाकिस्तान में स्क्वाड्रन लीडर सरफराज अहमद रफीकी को 1965 के युद्ध का नायक माना जाता है. इस फौजी के नाम पर बने इस बेस में JF-17 और मिराज फाइटर जेट के कई स्क्वाड्रन के साथ-साथ यूटिलिटी हेलीकॉप्टर भी हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान ने भारत पर हालिया हमलों में JF-17 फाइटर जेट का भी इस्तेमाल किया था. यह एयर बेस पंजाब के बीचों-बीच स्थित है. जिससे पाकिस्तानी फौज को पूर्वी और पश्चिम सीमा पर तेजी से पहुंचने में मदद मिलती है. वहीं इसका बुनियादी ढांचा इसे पाकिस्तान के वायु रक्षा नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है.

रहीम यार खान एयर बेस (दक्षिणी पंजाब)

अपनी लोकेशन के कारण, यह बेस भी दक्षिणी और पूर्वी पाकिस्तान में सेना की तेजी से तैनाती और ऑपरेशन चलाने के लिहाज से रणनीतिक महत्व रखता है. यह राजस्थान में भारतीय सैन्य ठिकानों के लिहाज से पाकिस्तान का अग्रिम मोर्चे का सैन्य अड्डा है.

सुक्कुर एयर बेस / पीएएफ बेस भोलारी

कराची और हैदराबाद के बीच सिंध के जमशोरो जिले में स्थित, पीएएफ बेस भोलारी पाकिस्तानी वायुसेना की दक्षिणी कमान के अंतर्गत आता है. इसका हाल ही में उद्घाटन किया गया था. इसमें 19 स्क्वाड्रन और ऑपरेशनल कन्वर्जन यूनिट (OCU) तैनात हैं और यहां से पीएएफ के F-16 फाइटर जेट का भी संचालन होता है.

चुनियान एयर बेस

चुनियान एयरबेस पाकिस्तान वायु सेना के प्राथमिक परिचालन ठिकानों में से एक है. पंजाब के चुनियान शहर के पास स्थित यह लाहौर से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है.

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