अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच कभी मजबूत व्यक्तिगत संबंध थे, जो अब खत्म हो गए हैं. बोल्टन ने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच तनाव जारी है.
ब्रिटिश मीडिया पोर्टल 'एलबीसी' को दिए इंटरव्यू में बोल्टन ने कहा, "ट्रंप के मोदी के साथ व्यक्तिगत रूप से बहुत अच्छे रिश्ते थे. मुझे लगता है कि अब वह रिश्ता खत्म हो गया है, और यह सबके लिए एक सबक है."
उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर को सचेत करते हुए कहा, "उदाहरण के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर के ट्रंप के साथ मजबूत व्यक्तिगत संबंध हैं. इससे उन्हें अस्थायी लाभ मिलेगा, लेकिन अंतत: स्टार्मर को ट्रंप के बुरे फैसले से कोई नहीं बचा पाएगा."
बोल्टन ने ये बयान ऐसे वक्त में दिया है, जब ट्रंप 17 से 19 सितंबर तक ब्रिटेन के दौरा पर जाने वाले हैं. इसके अलावा दुनिया के अन्य दूसरे नेताओं को चेतावनी देते हुए बोल्टन ने कहा कि रिपब्लिकन नेता (ट्रंप) के साथ घनिष्ठ संबंध किसी नेता को सबसे बुरे दौर से कभी नहीं बचा पाएगा.
ट्रंप के पूर्व सहयोगी बोल्टन कुछ समय से लगातार उनकी आलोचना कर रहे हैं. बोल्टन ने कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप विदेश नीति को व्यक्तिगत तालमेल के संकीर्ण नजरिए से देखते हैं."
बोल्टन ने कहा, "मुझे लगता है कि ट्रंप अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नेताओं के साथ अपने निजी रिश्तों के चश्मे से देखते हैं. इसलिए, उनको लगता है कि अगर व्लादिमीर पुतिन के साथ उनके अच्छे रिश्ते हैं, तो रूस के साथ अमेरिका के भी अच्छे रिश्ते होंगे. जाहिर है, ऐसा नहीं है."
बोल्टन अप्रैल 2018 से सितंबर 2019 तक ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे थे. बोल्टन अक्सर पूर्व राष्ट्रपतियों की विदेश नीति के बारे में अपने विचार व्यक्त करते रहे हैं. अगस्त में ट्रंप सरकार के जरिए नियुक्त किए गए FBI निदेशक काश पटेल के आदेश पर FBI एजेंटों ने बोल्टन के घर पर छापा मारा था.