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क्या 'सीजफायर' के लिए ट्रंप ने भारत को दी थी ट्रेड खत्म करने धमकी?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान पर युद्ध विराम के लिए दबाव डाला था

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
अपडेटेड 13 मई , 2025

मई की 10 तारीख को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान हुआ था. अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर को लेकर बड़ा दावा किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने 12 तारीख को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सीजफायर करवाने के लिए उन्होंने व्यापार का इस्तेमाल किया. उनका दावा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान से  कहा था कि इस संघर्ष को रोकना होगा, अगर ऐसा नहीं करते हैं तो अमेरिका दोनों के साथ व्यापार नहीं करेगा.

अब भारत सरकार के सूत्रों ने ट्रंप के दावे पर इंडिया टुडे को बताया है कि दोनों देशों के तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच अलग-अलग समय बातचीत हुई थी. इन बातचीत के दौरान व्यापार पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई.

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होने के बाद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई जगहों पर आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया था. इस दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने 9 मई को प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अगले दिन जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बातचीत की थी.

हालांकि, इस दौरान दोनों अमेरिकी नेता ने भारतीय नेताओं के साथ हुई बातचीत में व्यापार को लेकर कुछ भी नहीं कहा था. अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार 2024 में कुल 12.9 हजार करोड़ अमरीकी डॉलर हो गया है. दूसरी ओर पिछले वर्ष पाकिस्तान के साथ अमेरिका का कुल व्यापार अनुमानित 730 करोड़ अमरीकी डॉलर था.

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सीजफायर की जानकारी देते हुए कहा था कि अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के साथ अपना व्यापार बढ़ाएगा. उन्होंने कहा था कि ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर नई दिल्ली के साथ बातचीत जारी है और इस्लामाबाद के साथ भी बातचीत जल्द ही शुरू होगी.

ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोकने का श्रेय लेते हुए कहा कि उनके प्रशासन ने दोनों देशों के बीच "पूर्ण और तत्काल युद्धविराम" करवाया है.

ट्रंप की यह टिप्पणी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की घोषणा के कुछ दिनों बाद आई है, जबकि दोनों देशों ने आधिकारिक तौर पर ट्रंप के इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, भारत ने 'युद्ध विराम' शब्द का इस्तेमाल करने से परहेज किया.  

मई की 10 तारीख को भारत सरकार ने एक प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की और कहा कि भारत और पाकिस्तान आज शाम 5 बजे से गोलीबारी बंद करने और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमत हो गए हैं. भारत ने जोर देकर कहा कि यह समझौता "दोनों देशों के बीच सीधे" किया गया था.

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के DGMO (सैन्य अभियान महानिदेशक) ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन किया और दोनों पक्ष शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र से सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हुए.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 12 मई को शाम 5 बजे दोनों देशों के बीच DGMO स्तर की वार्ता हुई और सीमा तथा अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने पर सहमति बनी.

बयान में कहा गया है कि उन्होंने इस प्रतिबद्धता पर चर्चा की कि दोनों पक्ष एक भी गोली नहीं चलाएंगे और एक दूसरे के खिलाफ कोई आक्रामक और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे.

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