भारतीय होने का क्या मतलब है? वैसे तो यह कोई रिवाजी सवाल नहीं है कि 15 अगस्त या 26 जनवरी के मौके पर ही इससे दो - चार हुआ जाए! लेकिन ये ऐतिहासिक मौके इस अहम सवाल को प्रासंगिक जरूर बना देते हैं. इंडिया टुडे के 20 अगस्त, 1997 के अंक में उस समय की दिग्गज हस्तियों ने 'भारतीय होने का क्या मतलब है', इसके जवाब में अपनी राय जाहिर की थी.
इनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी, बाल ठाकरे, सैम मॉनेकशॉ, सैयद शहाबुद्दीन, राहुल बजाज, कैफी आजमी और महाश्वेता देवी सहित अन्य हस्तियां शामिल थीं. इंडिया टुडे की मौजूदा वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने तब इन सभी का इंटरव्यू लिया था. इस बार देश अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है जिसकी थीम है, 'स्वर्णिम भारत - विरासत और विकास'. ऐसे में आइए एक बार फिर उन कुछ हस्तियों के बेबाक इजहार से अपने 'भारतीय होने का अर्थ' टटोलें.
भारतीय होने का मतलब : इंद्र कुमार गुजराल (तत्कालीन प्रधानमंत्री)
अपने मुल्क पर फख्र एक ऐसा जज्बा है जो रोज-रोज जाहिर नहीं किया जाता. यह भीतर कहीं मौजूद होता है. यह भावना कोई मंत्र नहीं है कि हर रोज सुबह उठकर पढ़ा जाए. मैं नहीं मानता कि नौजवानों में यह एहसास नहीं है. यह उनकी आंखों में चमकता है, अपने काम पर उनके गर्व में झलकता है.
यह एक हकीकत है कि 50 वर्ष पहले मेरे परिवार को रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोना पड़ा था और आज मैं प्रधानमंत्री हूं. यह भारी आशावादिता के पंजाबी स्वभाव और मेलजोल तथा तालमेल के भारतीय स्वभाव के संगम का फल है. मेरे लिए भारतीयता इस तथ्य में समाई हुई है कि 1947 में हम सुई भी बाहर से मंगाते थे और आज सुई से लेकर उपग्रह तक सब कुछ खुद बनाते हैं.
जो सोचा न था,
वो आज सोचा तो है
जो देखा न था,
वो आज देखा तो है.
भारतीय होने का मतलब : अटल बिहारी वाजपेयी (तत्कालीन विपक्ष के नेता)
हिंदुत्व को भारतीयता के बराबर नहीं माना जा सकता. हिंदू शब्द के बारे में इन दिनों काफी भ्रम फैला हुआ है. इसे एक धर्म के साथ जोड़ दिया गया है. कई सदियों तक ऐसा नहीं था. कोई मुसलमान भी जब यहां से कहीं बाहर जाता था तो उसे हिंदू ही कहा जाता था. हिंदूकुश पर्वत के इस तरफ रहने वाले हर व्यक्ति को हिंदू ही कहा जाता था.
विभाजन के बाद मुसलमानों को कुछ समस्या पैदा हो गई. उन्हें लगा कि खुद को वे भारतीय कहेंगे तो इस्लाम खतरे में पड़ जाएगा. यह उलझन कुछ दिनों तक रहेगी. आज हिंदुस्तान में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है कि मुसलमान भी अपने को खतरे में मानता है और आश्चर्य की बात है कि हिंदू भी सोचता है कि वह खतरे में है जबकि वास्तव में कोई खतरा नहीं है. मगर राजनेता इसका फायदा उठा रहे हैं. मैं खुद को इससे अलग नहीं कर रहा. यह खेल चल रहा है और कोई भी राजनैतिक दल इससे अलग नहीं है.
इसलिए मैं भारतीय शब्द का प्रयोग करता हूं. हर व्यक्ति खुद को भारतीय कहे यही काफी है. मैं खुद को भारतीय मानता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि इस देश का भविष्य बनाने में मैंने भी भूमिका निभाई है और आगे भी निभाऊंगा.
भारतीय होने का मतलब : बाल ठाकरे (शिवसेना प्रमुख, कट्टर हिंदू राष्ट्रवादी)
लोग सड़क पर थूकते हैं. उसी पर शौच करते हैं. और इसी को वे आजादी मानकर चलते हैं. क्या इसी तरह की आजादी चाहिए थी? उच्चवर्गीय समाज में अपने देश के लिए किसी तरह का गर्व और स्वाभिमान वाली बात रह ही नहीं गई है. उसके अंदर इस तरह की कोई भावना नहीं दिखती. उसका न कोई देश है, न धर्म और न ही और कुछ. उसका एक अलग ही समुदाय है. यह समुदाय देश के लिए वाकई बहुत भारी पड़ रहा है. सचमुच, इस देश को किसी की परवाह ही नहीं है. देश है तो है, वे क्या करें?
मैं बस यह देखूंगा कि हवा बह रही है या नहीं. हवा चलेगी तभी तो झंडा फहरेगा, और अगर हवा नहीं चलेगी तो कैसे फहराएगा? देश की हालत इतनी बदतर हो गई है कि अब तो झंडा तक नहीं हिल रहा. और जो लोग काफी बुढ़ा गए हैं और सीधे खड़े तक नहीं हो सकते वे झंडा फहराने जा रहे हैं. मैं तो देश के गद्दारों से कहता हूं: "ले लो, सारा जहां ले लो, जहन्नुम भी तुम्हारा; लेकिन हिंदुस्तान हमारा है."
भारतीय होने का मतलब : सैयद शहाबुद्दीन (पूर्व राजनयिक और सांसद, मुसलमानों के झंडाबरदार)
भारतीय मुसलमान वही है जो एक सच्चा मुसलमान है पर जो भारत में पैदा हुआ है. दरअसल, मुसलमान भारतीय वह है जो मूलतः भारतीय है और इस्लाम को मानता है. भारतीय मुसलमान उस मुकाम पर पहुंचने के संक्रमणकालीन दौर में हैं जिसे मैं बड़ी आशा के साथ मुसलमान भारत कहता हूं.
ऐसा पाकिस्तान से धीरे-धीरे मोहभंग होने के कारण हुआ है. बांग्लादेश के निर्माण ने यह साबित कर दिया कि पाकिस्तान इस उपमहाद्वीप के मुसलमानों के लिए तो नहीं ही बना है. हमारी दिक्कत तो अल्पसंख्यक इलाकों को लेकर ही थी जहां हम खुलकर अपनी हैसियत नहीं जता सकते थे, उन क्षेत्रों को लेकर नहीं जहां हम बहुमत में थे और ताकतवर थे. इसलिए पाकिस्तान एक तरह से बेमानी था.
अब भी हिंदुओं का एक वर्ग ऐसा है जो यहां मुसलमानों की मौजूदगी को स्वीकार नहीं कर पाया है. वे हमारा सफाया कर देना चाहते हैं. शुक्र है कि उनकी अभी चलती नहीं.
भारतीय होने का मतलब : राहुल बजाज (उद्योगपति)
कहीं-न-कहीं तो गड़बड़ हुई है. आखिर किस तरह हजारों मील दूर कोयला उत्पादक एक द्वीप से नाव पर चढ़कर यहां पहुंचे कुछ नामुराद अंग्रेजों ने देश पर कब्जा कर लिया? इसका उलटा क्यों नहीं हुआ? असलियत तो यह है कि हमारे ही पैर पीछे हट गए. हम विदेशी दासता में आ गए, इसके साथ ही हमारा स्वाभिमान भी नष्ट हो गया.
नेता कहते हैं कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां हमारी जमीन पर चल रही हैं, इसलिए वे भारतीय कर्मचारी रखें. सबसे महत्वपूर्ण तो है उपभोक्ता. इस कारण स्वामित्व की उतनी अहमियत नहीं. मैं कहता हूं, अच्छा यही ठीक. हमारे ज्यादातर नेता भ्रष्ट और अक्षम हैं. हमें चाहिए एक अच्छी सरकार. तो क्यों न हम पश्चिम से बेहतर मंत्रियों का "आयात" कर उनसे देश पर शासन करवाएं?
मैं हमेशा पूंजीवाद का हामी रहा हूं पर मेरी पसंद द्विध्रुवीय विश्व रहा है. बहुध्रुवीय विश्व तो दरअसल एकध्रुवीय विश्व का शिष्ट नाम है जिसमें खूंटा अमेरिका का ही गड़ा होता है. मुझे भारतीय होने पर गर्व है पर इस दुनिया में तो मुझे नौकर जैसा एहसास होता है और मुझे यह बिल्कुल पसंद नहीं.
भारतीय होने का मतलब : सैम मानेकशॉ (फील्ड मार्शल, 1971 के युद्ध के नायक, सैनिकों के सैनिक)
1971 की लड़ाई में जीत के बाद एक बार इंदिरा जी ने मुझसे कहा, "सैम! देश पर शासन करने की योजना बना रहे हो क्या?!" मैंने उनसे कहा,"इंदिरा जी मेरी नाक आपकी नाक से लंबी हो सकती है पर मैं दूसरों के कामकाज में नाक नहीं घुसाता." सेना को राजनीति से दूर ही रहना चाहिए.
यहां सबसे बड़ी मुसीबत तो हिंदू धर्म ही है. लोगों को देवता चाहिए ही. आपने अकबर को देवता बना दिया. बाद में गोरे मुगल आ गए. उसके बाद आपने गांधी जी, नेहरू, इंदिरा जी और यहां तक कि राजीव जी को भी देवता बना डाला. उनकी मूर्तियां लगाई और हर साल उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. आखिर किसलिए?
देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने की बात को मैं एकदम बेहूदा और बकवास मानता हूं. यह ठीक वैसे ही है जैसे नेता 'देश हित' में राजनीति करने उतरते हैं. सच तो यह है कि हम शुद्ध रूप से रोजी-रोटी के लिए सेना में जाते हैं. मेरा मतलब यह नहीं कि हमारे सैनिक वफादार नहीं होते पर उनकी वफादारी अपनी टुकड़ी और अफसर के प्रति होती है क्योंकि उन्हें पता होता है कि उन पर नजर रखी जा रही है. मैं नहीं समझता कि वे इतने जागरूक और शिक्षित होते हैं कि देश के लिहाज से सोच सकें.
भारतीय होने का मतलब : महाश्वेता देवी (लेखिका, आदिवासियों की अनन्य समर्थक)
मैं भारतीय हूं. मैं उसे परिभाषित क्यों करूं? मैं कई देशों में रही लेकिन हर बार वापस आने की इच्छा हुई, बावजूद यह जानते हुए कि 1947 के बाद यहां बहुत कुछ बदल गया है. मैं कहीं और नहीं रह सकती.
मैं भारत की हूं इस बात पर मुझे गर्व होता है. अगर मेरी मां गरीब, कृशकाय (दुबली-पतली) और भरण-पोषण में असमर्थ रहती तो भी मुझे उसको अपनी मां कहने में गर्व होता. भारत के प्रति मेरी भावना ऐसी ही है. यह मेरा देश है. यह मेरा भारत है.
भारतीय होने का मतलब : अमिताभ बच्चन (सुपरस्टार, बॉलीवुड)
मुझे यकीन है कि मौजूदा पीढ़ी भी कभी इस सोच से आगे बढ़ेगी कि हम तो युवा, आजाद और खुश हैं और यह कि "हम तो नई पीढ़ी के हैं!" इस पीढ़ी में भी अधिक जानने की ख्वाहिश पैदा होगी.
मेरा बेटा (अभिषेक बच्चन) बहुत कम उम्र में विदेश पढ़ने गया था. जब भी वह हमें पत्र लिखता तो अंग्रेजी में लिखता था पर हस्ताक्षर-अभिषेक-हिंदी में ही करता था. कुछ साल बाद वह वापस आ गया और बोला, "मुझे अपना झंडा चाहिए?" मैंने पूछा, "क्यों?" उसने कहा, "मैं उसे अपने कमरे में लगाना चाहता हूं." बात सिर्फ इतनी है कि कुछ समय बाद आप अपनी पहचान चाहते हैं.
भारतीय होने का मतलब : कैफ़ी आजमी (शायर, प्रतिबद्ध समाजवादी)
हमने अपनी आजादी के लिए इतनी कुर्बानियां दी हैं. आज हमें इसे बचाने के लिए और कुर्बानियां देने की जरूरत है क्योंकि आजादी की हिफाजत के मुकाबले इसे सही दिशा में रखना ज्यादा मुश्किल है.
कट्टरपंथ, चाहे हिंदुओं का हो या मुसलमानों का, हमारी राह का रोड़ा है. महज एक गाय या एक मस्जिद की वजह से सारी योजनाएं ठप हो जाती हैं. यही है आज का हिंदुस्तान.
मैं गुलाम हिंदुस्तान में पैदा हुआ, मैं आजाद हिंदुस्तान में जी रहा हूं और समाजवादी हिंदुस्तान में मरूंगा. यह कोई सपना नहीं है. मेरी जिंदगी और शायरी इससे जुड़ी हैं. मैं अब भी उसी राह पर चल रहा हूं और किसी दिन उसी पर मरूंगा.
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