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राजस्थान : पाक सरहद पर सेना के साथ बीएसएफ की महिला जवानों ने भी संभाला मोर्चा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान से सटी राजस्थान की 1070 किलोमीटर सरहद पर 7 मई की रात से ही सेना और बीएसएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है

BSF women soldiers at India Pakistan border in Rajasthan after operation sindoor
राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ की महिला जवान (फोटो - आनंद चौधरी))
अपडेटेड 8 मई , 2025

पहलगाम हमले के जवाब में भारत की ओर से 7 मई की देर रात पाकिस्तान के 9 आंतकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद थार के सरहदी इलाकों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. पाक की किसी भी हरकत से निपटने के लिए थार पूरी तरह तैयार है. 

पाक से सटी राजस्थान की 1070 किलोमीटर सरहद पर बीती रात से ही सेना और बीएसएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है. पाक बॉर्डर पर राजस्थान में 600 से ज्यादा बीएसएफ की चौकियां हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं. 

बीएसएफ के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि सीमा पर चौकसी तो पहलगाम हमले के बाद से ही बढ़ा दी गई थी, मगर ऑपरेशन सिंदूर के बाद जवानों को हर परिस्थिति से मुकाबले के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. राजस्थान की कैलनोर, तामलोर, मुनाबाव, रोहिड़ी, सुन्दरा, तनोट और लौंगेवाला चौकियों पर उच्च सतर्कता बरती जा रही है. सुरक्षा दृष्टि के मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों में शाम 6 बजे के बाद आवागमन पर रोक लगा दी गई है. 

एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की किसी भी हरकत से निपटने के लिए जोधपुर और बीकानेर एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं वहीं बाड़मेर, जैसलमेर के बॉर्डर इलाकों में भारतीय वायुसेना के विमानों की पेट्रोलिंग चल रही है. बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर और श्रीगंगानगर जिलों में 7 मई से कॉलेज और स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. 

राजस्थान में अगले एक-दो दिन में होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. बीकानेर, बाड़मेर और गंगानगर जिलों के सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर उन्हें मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. जैसलमेर और गंगानगर के सरहदी इलाकों में  रात से ही बिजली बंद कर ब्लैक आउट घोषित किया गया है. 

7 मई की देर रात 2 बजे जैसलमेर-बाड़मेर, बीकानेर का सरहदी इलाका फाइटर जेट्स की आवाजों से गूंज उठा. कुछ समय तक तो इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग किसी अनिष्ट की आशंका से सहम गए थे, मगर उन्हें जैसे ही भारत की एयर स्ट्राइक की खबर मिली, लोग घरों से बाहर आकर नाच-गाकर और पटाखे फोड़कर जश्न मनाने लगे.  

साहस के साथ जुटी हैं महिला जवान

थार के रेगिस्तान में तैनात बीएसएफ की महिला जवान साहस, समर्पण और देशभक्ति की हर दिन नई कहानी लिख रही हैं. थार की यह नारी शक्ति पाक की हर नापाक हरकत से निपटने के लिए तैयार है. थार में तैनात महिला जवानों को सामरिक सुरक्षा के लिए विश्वस्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया है. साहस और शौर्य के साथ बीएसएफ की नारी शक्ति ने रेगिस्तान में युद्ध रणनीति, युद्ध स्नाइपर, राइफल, पिस्टल, लाइट मशीनगन, वेपन व टैक्टिस, आत्मरक्षा, ड्रोन, नाइट विजन डिवाइस, रडार व अन्य उपकरणों को संचालित करने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है. 

सीमा पर गश्त, निगरानी और घुसपैठ रोकने जैसे कार्यों में ये महिला जवान पूरी तरह पारंगत हैं. पुरुष सहयोगियों के साथ ये महिला जवान कंधे से कंधा मिलाकर ये महिला जवान रेगिस्तान के रेतीले धोरों पर अपनी ड्यूटी निभा रही हैं. हाल ही में श्रीगंगानगर जिले में एक पाकिस्तानी रेंजर को सीमा पार करने की कोशिश करते हुए इन्हीं महिला जवानों ने गिरफ्तार किया था. 

स्थानीय समुदायों के साथ भी बेहतर तालमेल बनाकर सामाजिक जिम्मेदारियों को निभा रही हैं. थार की सीमा पर ड्यूटी करना कोई आसान काम नहीं. 50 डिग्री तक तापमान, रेत के तूफान, और पानी की कमी हर जवान की परीक्षा लेते हैं मगर बीएसएफ और सेना के जवान इन चुनौतियों को अवसर मानते हैं.

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