scorecardresearch

क्या आपको कोई पछतावा है? जब इंडिया टुडे के एडिटर-इन-चीफ ने पुतिन से यह सवाल पूछा!

इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी तथा वाइस चेयरपर्सन और एग्जीक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा से एक दिन पहले मॉस्को में उनसे मुलाकात की थी

Vladimir Putin India Visit
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ इंडिया टुडे के एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी
अपडेटेड 4 दिसंबर , 2025

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ऐसे राष्ट्राध्यक्ष हैं जिनकी एक-एक हरकत पर दुनिया बारीकी से नजर रखती है. इसी शख्सियत की एक झलक इंडिया टुडे को तब मिली जब ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी तथा वाइस चेयरपर्सन और एग्जीक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने भारत यात्रा से पहले मॉस्को में उनसे मुलाकात की. 

रूसी राष्ट्रपति चार साल के बाद भारत आ रहे हैं. इससे पहले पुतिन से अपनी मुलाकात के बारे में अरुण पुरी ने कहा कि उन्होंने रूसी नेता से पूछा था कि क्या उन्हें अपने 25 साल के राष्ट्रपति कार्यकाल में कोई पछतावा है. “पुतिन ने एक पल सोचा और कहा, ‘मैं कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता’. वे ऐसे व्यक्ति लगे जो गलतियां स्वीकार करना पसंद नहीं करते.” 

इंडिया टुडे ने रूसी राष्ट्रपति की भारत यात्रा से पहले मॉस्को में उनके साथ एक इंटरव्यू किया है. इसका प्रसारण 4 नवंबर यानी आज रात नौ बजे 'आजतक' और 'इंडिया टुडे' पर होगा.

इंडिया टुडे की टीम के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
इंडिया टुडे की टीम के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर आ रहे राष्ट्रपति पुतिन की मेजबानी करेंगे.  भारत और रूस पश्चिमी दबाव के बावजूद अपने मजबूत रिश्तों को और आगे बढ़ाना चाहते हैं. इन दबावों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नई दिल्ली पर लगाया गया भारी-भरकम टैरिफ भी शामिल है. अमेरिका ने रूसी तेल खरीदने की वजह से भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाया गया है, जिससे कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया है.

रूसी राष्ट्रपति को पश्चिमी मीडिया अक्सर सख्त छवि वाला नेता बताता है. अरुण पुरी ने उनसे मुलाकात के हवाले से रूसी राष्ट्रपति की निजी छवि की एक दुर्लभ झलक भी दी. इंडिया टुडे के एडिटर इन चीफ बताते हैं,“ आपका इतिहास देखने का अपना नजरिया हो सकता है लेकिन वे दुनिया को अपनी तरह से देखते हैं.” उन्होंने आगे कहा कि पुतिन बहुत स्पष्ट थे कि वे क्या संदेश देना चाहते हैं. 

'दोस्ताना, मिलनसार और नरम'

इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जीक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने बताया कि पुतिन उनकी कठोर वैश्विक छवि के ठीक उलट “बहुत दोस्ताना, मिलनसार और नरम” लगे. वे कहती हैं, “पुतिन उन मुद्दों पर भी बात करने को लेकर काफी उत्साहित थे जिनके बारे में हमें लगता है कि वे कभी ध्यान नहीं देते, जैसे पर्यावरण का मामला.” 

पुतिन अपनी भारत यात्रा की शुरुआत 4 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आयोजित निजी डिनर से करेंगे. अगले दिन रूसी नेता, जिनका पीएम मोदी के साथ बहुत अच्छा तालमेल है, उनके साथ व्यापार और रक्षा सहयोग के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा करेंगे.

Advertisement
Advertisement