इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के दौरान जो बात कही थी, एक बार फिर भारत के रूख के रूप में वही बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में दोहराई है. पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा है कि भारत तटस्थ नहीं है बल्कि यूक्रेन युद्ध में शांति के पक्ष में है.
दिल्ली में 5 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने पुतिन को दूरदर्शी नेता बताते हुए सराहा और जोर देकर कहा कि "यह शांति का युग है. भारत तटस्थ नहीं है. भारत का एक पक्ष है और वह पक्ष शांति का है. हम शांति के लिए होने वाली हर कोशिश का समर्थन करते हैं और शांति के हर प्रयास के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं,"
'रूस भारत का सच्चा दोस्त'
बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच वह गर्मजोशी साफ दिखाई दी, जो रूस और भारत के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती रही है. पिछले 11 सालों में दोनों नेताओं की यह 19वीं मुलाकात थी. चार साल से चल रहा यूक्रेन युद्ध पुतिन को पश्चिमी देशों की नजर में एक तरह से अलग-थलग कर चुका है और पश्चिम ने रूस पर ढेर सारी पाबंदियां लगा रखी हैं.
रूसी राष्ट्रपति का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब ट्रंप प्रशासन यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते के लिए प्रयासरत है. रूस को भारत का "सच्चा मित्र" बताते हुए पीएम मोदी ने तेजी से बदलते भू-राजनीतिक माहौल में भरोसे के महत्व पर जोर दिया और कहा, "यूक्रेन संकट शुरू होने के बाद से हम लगातार संपर्क में हैं. आपने भी समय-समय पर एक सच्चे मित्र की तरह हमें हर बात से अवगत कराया. मुझे लगता है कि भरोसा बहुत बड़ी ताकत है... राष्ट्रों का कल्याण शांति के रास्ते में ही है. हम मिलकर दुनिया को उस रास्ते पर ले जाएंगे."
2001 में जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने रूस का दौरा किया था, उस वक्त पुतिन ही राष्ट्रपति थे. तब अपने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए मोदी ने पुतिन की तारीफ करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि 2001 में आपने जो भूमिका निभाई, वह इस बात का सटीक उदाहरण है कि एक दूरदर्शी नेता कैसे सोचता है - वे कहां से शुरू करते हैं और रिश्तों को कितनी दूर तक ले जा सकते हैं. भारत-रूस संबंध इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं."
उस दौरे के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मोदी भी मौजूद थे और गुजरात तथा रूस के अस्त्राखान क्षेत्र के बीच पेट्रोकैमिकल्स, व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता हुआ था.
यूक्रेन युद्ध पर पुतिन का आश्वासन
यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आश्वासन देते हुए पुतिन ने कहा, "अमेरिका के साथ शांतिपूर्ण समाधान की संभावना को लेकर बातचीत चल रही है. इस समाधान में आपके प्रयासों और आप इस मामले पर निजी तौर पर इतना ध्यान दे रहे हैं, इसके लिए धन्यवाद."
रूसी राष्ट्रपति 4 दिसंबर की शाम को को दिल्ली पहुंचे थे, जहां पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उन्हें लेने पहुंचे थे. एयरपोर्ट पर दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया, गले लगे और फिर एक ही कार में सवार होकर प्रधानमंत्री के सरकारी आवास के लिए रवाना हुए. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के लिए डिनर का भी आयोजन किया था.

