टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की एक नई रिसर्च ने उन नौकरियों के बारे में पता किया है, जिनपर AI के आने से सबसे ज्यादा खतरा है. इस रिसर्च ने उस बहस को भी आगे बढ़ाया है कि AI के आने से दफ्तरों और काम-काज की जगहों पर क्या-क्या बदलाव देखने को मिल सकता है.
अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट के 'कोपायलट चैटबॉट' ने अलग-अलग प्रोफेशन से जुड़े 2 लाख से ज्यादा लोगों के साथ बातचीत के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है. इस रिसर्च में यह पता लगाया गया कि कौन से पेशे AI की क्षमताओं से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.
इस रिपोर्ट को देखने से पता चलता है कि संचार जैसे क्षेत्रों की नौकरियों पर इससे सबसे ज्यादा असर पड़ने वाला है. इसके अलावा प्रोसेसिंग और एनालाइजिंग यानी कि विश्लेषणात्मक कामों से जुड़ी नौकरियां भी कम हो सकती है.
किस प्रोफेशन की नौकरियों पर सबसे ज्यादा खतरा है?
माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च के मुताबिक ट्रांसलेटर यानी अनुवादक और दुभाषिए की नौकरी पर बड़ा खतरा है. इन कामों में AI को एक में से 0.49 अंक मिले हैं. इसके बाद इतिहासकार की नौकरियां हैं. इस प्रोफेशन में AI को 0.48 अंक मिले हैं. अब देखते हैं कि कौन-कौन सी 40 नौकरियां खतरे में हैं-
अनुवादक और दुभाषिए, पैसेंजर अटेंडेंट्स सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स, राइटर और ऑथर्स कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव्स, CNC टूल प्रोग्रामर्स, टेलीफोन ऑपरेटर, ट्रैवल एजेंट्स और टिकट क्लर्क्स, रेडियो जॉकी और ब्रॉडकास्ट अनाउंसर, ब्रोकर क्लर्क्स एजुकेटर्स (फार्म-होम मैनेजमेंट), टेलीमार्केटर कॉन्सिएर्ज, पॉलिटिकल साइंटिस्ट्स, रिपोर्टर, पत्रकार, न्यूज एनालिस्ट्स, मैथमेटिशियन.
टेक्निकल राइटर्स प्रूफरीडर और कॉपी मार्कर होस्ट, होस्टेस, एडिटर्स, पोस्ट ग्रेजुएट बिजनेस टीचर्स, पब्लिक रिलेशन स्पेशलिस्ट्स, प्रोडक्ट प्रमोटर और डेमोंस्ट्रेटर एडवरटाइजिंग, सेल्स एजेंट्स न्यू अकाउंट क्लर्क, स्टैटिस्टिकल असिस्टेंट्स, रेंटल काउंटर क्लर्क.
डेटा साइंटिस्ट्स, फाइनेंशियल एडवाइजर, आर्काइविस्ट्स इकोनॉमिक्स टीचर्स (पोस्टग्रेजुएट), वेब डेवेलपर्स मैनेजमेंट एनालिस्ट्स, जियोग्राफर्स, मॉडल्स, मार्केट रिसर्च एनालिस्ट्स, पब्लिक सेफ्टी टेलीकम्युनिकेटर्स, स्विचबोर्ड ऑपरेटर्स, लाइब्रेरी साइंस टीचर्स (पोस्टग्रेजुएट).
ये नौकरियां खतरे में क्यों हैं?
माइक्रोसॉफ्ट ने पाया कि इनमें से ज्यादातर प्रोफेशन ऐसे हैं, जिनमें रिसर्च, राइटिंग, ट्रांसलेशन और कम्युनिकेशन जैसे काम शामिल हैं और यही वो काम हैं जिन्हें आज AI तेजी से सीख रहा है. इनमें से कई पदों पर बार-बार दोहराए जाने वाले काम शामिल होते हैं, जिन्हें एआई आसानी से कर सकता है, जैसे कि बड़ी मात्रा में जानकारी जमा कर उसका सारांश तैयार कर सकता है. सामान्य प्रश्नों का उत्तर दे सकता है.
दिलचस्प बात यह है कि रिपोर्ट अनुमान लगाने से चूक जाती है कि क्या ये नौकरियां पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी? इसके बजाय, यह इस बात पर जोर देती है कि AI का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसका प्रभाव संभवतः इस बात पर निर्भर होगा कि काम-काज के जगहों पर AI का इस्तेमाल किस तरह से और कितने बड़े पैमाने पर होता है. कुछ लोग बड़े पैमाने पर सफेदपोश नौकरियों को जोखिम में बताते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि एआई अंततः प्रोडक्टिविटी बढ़ाएगा. इससे नई नौकरियों के अवसर कम होंगे.