अमेरिका इस वक्त भारतीय सामानों के आयात पर 50 फीसद तक टैरिफ वसूल रहा है. अमेरिका के बाद अब उसके पड़ोसी देश मैक्सिको ने भी 2026 से भारतीय सामानों पर 50 फीसद तक टैरिफ लगाने का ऐलान किया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 दिसंबर को मैक्सिको की सीनेट ने भारत समेत कई एशियाई देशों से आयात होने वाले सामानों पर 50 फीसद तक टैरिफ लगाने की मंजूरी दी है. ऐसा लगता है कि मेक्सिको ने यह फैसला USMCA रिव्यू से पहले ट्रंप को खुश करने के लिए किया है.
USMCA रिव्यू क्या है?
USMCA तीन देशों यूनाइटेड स्टेट अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा के बीच हुआ एक ट्रेड एग्रीमेंट है. डोनाल्ड ट्रंप के प्रयास से यह संगठन 1 जुलाई 2020 को बनवाया गया है. ये तीनों देशों के बीच एक तरह का ट्रेड समझौता है. इस समझौते में शामिल एक खास क्लॉज के मुताबिक, 6 साल में इस समझौते का रिव्यू तीनों देश मिलकर करेंगे.
6 साल बाद 1 जुलाई 2026 को तीनों देश (अमेरिका, मैक्सिको, कनाडा) एक साथ बैठेंगे. माना जा रहा है कि इस रिव्यू से पहले अमेरिका को खुश करने के लिए मैक्सिको ने यह कदम उठाया है. दरअसल, मेक्सिको को डर है कि अगर उसने अभी से ट्रंप को खुश नहीं किया, तो 2026 के रिव्यू में ट्रंप USMCA को तोड़ने की धमकी दे सकते हैं या मेक्सिको पर भारी टैरिफ लगा सकते हैं.
कब से भारतीय सामानों पर टैरिफ वसूलेगा मैक्सिको?
खबर है कि 1 जनवरी 2026 से मैक्सिको भारतीय समेत दूसरे देशों के सामानों पर टैरिफ वसूलना शुरू कर देगा. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत समेत दूसरे देशों से आने वाली वस्तुओं जैसे ऑटोमोबाइल, ऑटो पार्ट्स, वस्त्र, प्लास्टिक और स्टील पर मैक्सिको सरकार 50 फीसद तक टैरिफ वसूलेगी. खासकर उन देशों से जिनका मैक्सिको के साथ कोई व्यापार समझौता नहीं है. इसका अर्थ है कि भारत, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देश इससे प्रभावित होंगे.
मैक्सिको ने इस फैसले के पीछे क्या तर्क दिए हैं?
मैक्सिको ने बताया है कि इस कदम का उद्देश्य अगले साल 3.76 बिलियन डॉलर (लगभग 33.91 हजार करोड़ रुपये) का अतिरिक्त राजस्व हासिल करना है. इसके अलावा, पिछले कुछ हफ्तों में ट्रंप ने मैक्सिकन स्टील और एल्यूमीनियम पर 50 फीसद टैरिफ लगाने की धमकी दी है. ऐसे में मैक्सिको इस तरह के फैसलों के जरिए अमेरिका को खुश कर अपनी बात मनवाना चाहता है.
भारत पर मैक्सिको के फैसले से कितना असर पड़ने की संभावना?
भारत पर 50 फीसद तक टैरिफ लगाने के मैक्सिको के फैसले से द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित होने की संभावना है, जो 2024 में 11.7 अरब डॉलर था. यह अब तक का सबसे ज्यादा द्विपक्षीय व्यापार था. मैक्सिको में सबसे ज्यादा सामान भेजने वाले देशों में भारत 9वें स्थान पर आता है.
फिलहाल भारत का मैक्सिको के साथ ट्रेड सरप्लस काफी ज्यादा है. मतलब ये हुआ कि भारत मैक्सिको से कम सामान खरीदता है और ज्यादा बेचता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में मेक्सिको को भारत का निर्यात लगभग 8.9 अरब डॉलर था, जबकि आयात 2.8 अरब डॉलर था. यही वजह है कि मैक्सिको के साथ व्यापार भारत के पक्ष में है.
2024 में भारत से मुख्य रूप से मैक्सिको को व्हीकल, ऑटो पार्ट्स और अन्य यात्री वाहन निर्यात किए गए थे. अब, मैक्सिको की तरफ से लगाए जा रहे 50 फीसदी तक के टैरिफ के कारण दोनों देशों के व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.

