भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़े हुए तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने 8 मई की शाम 5.30 बजे लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें 7 मई की तरह विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं.
इस प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के हर एक झूठ को बेनकाब किया. कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तान ने 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला किया था. इन्हें नाकाम करने के बाद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जबाव दिया गया. भारत ने लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया.
आइए पाकिस्तान के उन पांच प्रपंचों को समझते हैं जिन्हें पड़ोसी मुल्क दुनिया भर में सहानुभूति बटोरने के लिए इस्तेमाल कर रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने उन सभी प्रोपेगंडा का सटीक और तार्किक जवाब दिया है.
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने कहा था कि वो इस जघन्य हमले की तीसरे पक्ष से निष्पक्ष जांच करवाने और इसमें सहयोग करने के लिए तैयार है, और वो एक संयुक्त जांच कमेटी भी बनाना चाहता है. लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने उसके इस प्रोपेगंडा को पूरी तरह बेनकाब कर दिया.
1. क्या भारत ने पाकिस्तान की संयुक्त जांच कमेटी बनाने की मांग को ठुकराया है?
नहीं, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान पर अब भरोसा नहीं है. मिसरी ने बताया, "पठानकोट में ज्वॉइंट इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई थी. पाकिस्तानी टीम को हमने हमले की जगह जाने की इजाजत दी थी. उनसे डीएनए और दूसरी रिपोर्ट शेयर की थी. आतंकवादियों के पते भी हमने बताए थे, जैश के लीडर्स के बारे में हमने जानकारी दी थी. लेकिन जांच में कुछ नहीं हुआ." इसके अलावा भारतीय विदेश सचिव ने मुंबई आतंकी हमले का हवाला भी दिया और बताया कि इसमें भी पाकिस्तान को तमाम सबूत और जानकारियां उपलब्ध कराई थीं. पाकिस्तान ने इसके बाद कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की और एक जांच आयोग भी बनाया लेकिन दोषियों पर कार्रवाई नहीं की.
मिसरी ने बताया, "मुझे लगता है कि हमारा एक्सपीरियंस सकारात्मक नहीं रहा है. हमें अब ऐसे जॉइंट इन्वेस्टिगेशन में भरोसा नहीं है. पाकिस्तान ने उन सबूतों का इस्तेमाल आतंकवादियों को बचाने और घटना को छिपाने में ही किया है. इसके अलावा जांच में रुकावट डाली है."
2. क्या भारत पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ाना चाहता है?
विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत तनाव बढ़ाने का काम नहीं कर रहा है. हमारा मकसद सिर्फ 22 अप्रैल के हमले का जवाब देना है. हमारा मकसद सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था. मिलिट्री हमारा टारगेट नहीं थी.
मिसरी ने कहा, "कुछ चीजें बताना चाहूंगा कि 22 अप्रैल का हमला ही वास्तविक तनाव बढ़ाने वाली घटना थी. इसके बाद ही यह सिलसिला शुरू हुआ. उसका जवाब भारतीय फौज ने कल अपने एक्शन से दिया है. हम सिर्फ जवाब दे रहे हैं. अगर पाकिस्तान कोई हिमाकत करता है तो पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया जाएगा. यह पाकिस्तान को तय करना है कि वो क्या करेगा. 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया भारत सरकार को सपोर्ट कर रही है."
3. क्या भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों पर हमला किया?
विदेश सचिव मिसरी ने कहा, "वे (पाक) दावा कर रहे हैं कि हमारे ऑपरेशन में सिर्फ नागरिक मारे गए. ऑपरेशन सिंदूर में टारगेट केवल आतंकी और उनके ठिकाने थे. उनके यहां आतंकवादियों का अंतिम संस्कार किया गया."
मिसरी ने आतंकवादियों के अंतिम संस्कार की फोटो दिखाते हुए कहा, "अगर सिर्फ सिविलियन मारा गया है तो आर्मी अफसरों की फोटोज आतंकी (लश्कर-ए-तैयबा कमांडर हाफिज अब्दुल रउफ) के साथ क्यों आई, आतंकवादियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया था."
मिसरी ने बताया, "पीओके में एक डैम को निशाना बनाए जाने का पाकिस्तान दावा कर रहा है. हमने सिर्फ आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया है. यह दावा सिर्फ भारतीयों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाए जाने का आधार बनाए जाने के लिए किया जा रहा है. अगर ऐसा किया गया तो भारत माकूल जवाब देगा. पाकिस्तान सिर्फ प्रोपेगैडा फैला रहा."
4. क्या पाकिस्तान ने भारत के फाइटर जेट्स मार गिराए हैं?
मिसरी ने बताया कि जब सही समय होगा तो आधिकारिक तौर पर सूचना दी जाएगी. पाकिस्तान का जन्म लेते ही झूठ शुरू हो गया था. 1947 में संयुक्त राष्ट्र से कहा था कि कश्मीर पर हमला करने वाले कबायली हैं. हमारी फौजों ने देखा था तब कि वहां पर पाकिस्तान की फौज थी. झूठ की यात्रा 75 साल पहले शुरू हो चुकी है.
पाकिस्तान ने 7 मई की रात भारत में कई ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले का प्रयास किया. इन्हें भारत ने नाकाम कर दिया. इनका मलबा कई स्थानों पर बरामद हुआ. आज सुबह भारतीय सशक्त बलों ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर एयर सिस्टम को निशाना बनाया. लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को नाकाम कर दिया गया. पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है. कुपवाड़ा, बारामुला, मेंढर और पुंछ में भारी गोलाबारी की जा रही है.
5. पाकिस्तान में कितने आतंकी ढेर हुए?
मिसरी ने बताया, "मेरे पास इस तरह के सवालों का अभी कोई जवाब नहीं है. कृपया समझें कि अभी ऑपरेशन को सिर्फ 36 घंटे हुए हैं. सही समय आने पर पूरी जानकारी दे दी जाएगी."