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NEET परीक्षा के दौरान गोधरा में कैसे हो रही थी धांधली?

हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और कर्नाटक के बहुत से छात्र गुजरात के गोधरा में NEET की परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे और इनमें से कई यहां चल रही धांधलियों में शामिल थे

NEET परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में प्रदर्शन करते छात्र
NEET परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में प्रदर्शन करते छात्र
अपडेटेड 24 जून , 2024

गोधरा का जब भी कभी जिक्र होता है, लोगों के जेहन में 2002 के दंगे उभर आते हैं. आजाद हिंदुस्तान की सबसे बड़ी त्रासदियों में दर्ज इस दंगे की दहशत आज भी गोधरा में महसूस की जा सकती है.

इस घटना के 22 साल बाद 2024 में एक बार फिर गोधरा सुर्खियों में है और बात जुड़ी है बहुचर्चित NEET परीक्षा पेपर लीक घोटाले से. गोधरा का एक स्कूल करोड़ों रुपये के मेडिकल प्रवेश परीक्षा घोटाले के केंद्रबिंदु बनकर उभरे हैं.

गुजरात पुलिस ने खुलासा किया हैं कि कैसे देश भर के कम से कम 30 छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए 10 लाख से 66 लाख रुपये तक अपराधियों को सौंपे. 13 जून को पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर शिक्षकों की तरफ से उम्मीदवारों की आंसर शीट भरवाने के लिए पैसे लेने का आरोप है.

इसके साथ ही पुलिस ने एक और चौंकाने वाली बात उजागर करते हुए बताया कि हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और कर्नाटक के छात्र गुजरात के गोधरा में एक अज्ञात केंद्र पर NEET की परीक्षा देने के लिए पहुंचे. इंडिया टुडे की पत्रकार जुमाना शाह ने अपनी रिपोर्ट में बताती हैं कि गोधरा के कलेक्टर को जब परीक्षा में गड़बड़ी की सूचना मिली, तब उन्होंने 5 मई को देशभर में आयोजित NEET परीक्षा को यहां रुकवाया.

यह घोटाला कथित तौर पर वडोदरा स्थित कोचिंग क्लास रॉय ओवरसीज, गोधरा के परवडी गांव में जय जलाराम स्कूल (यहां परीक्षा हो रही थी) के प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा और स्कूल के शिक्षक और NEET केंद्र के उप अधीक्षक तुषार भट्ट ने मिलकर किया था. नकल करने के आरोपी छात्रों को, जो भी उत्तर वे जानते थे, उन्हें भरना था और खाली छोड़े गए उत्तरों को उत्तर कुंजी जारी होने के बाद शिक्षकों की ओर से भरा जाना था.

गोधरा कलेक्टर ने गुप्त सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी को सचेत किया, जो एडिशनल कलेक्टर के साथ केंद्र पर गए और NEET केंद्र के उप अधीक्षक तुषार भट्ट का फोन जब्त कर लिया. उन्हें कथित तौर पर फोन पर रॉय ओवरसीज के परशुराम रॉय की ओर से भेजे गए संदेश मिले और छह छात्रों के नाम, रोल नंबर और परीक्षा केंद्र सूचीबद्ध थे. भट्ट ने स्वीकार किया कि प्रत्येक छात्र ने 10 लाख रुपये देने पर सहमति व्यक्त की थी.

इसके अलावा परीक्षा केंद्र के बाहर भट्ट की कार से 7 लाख रुपये नकद भी जब्त किए गए. इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने 9 मई को एफआईआर दर्ज की.

11 जून को सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में NEET में गड़बड़ी से जुड़ी कई याचिकाओं को एक साथ जोड़ दिया और बिहार में पेपर लीक और गोधरा में धोखाधड़ी के आरोपों की सीबीआई जांच के संबंध में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी किया. अगले दिन, 12 जून को गुजरात पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया- भट्ट, रॉय, शर्मा, एक शिक्षा सलाहकार विभोर आनंद और स्कूल शिक्षकों से जुड़े एक मध्यस्थ आरिफ वोहरा.

गोधरा के एसपी हिमांशु सोलंकी ने इंडिया टुडे को बताया, "पर्यवेक्षकों को पेपर पैक करने के लिए जो आधे घंटे का समय मिलता है, उसमें भट्ट को खाली उत्तर-पत्र भरने होते थे. आंसर की (जिसमें प्रश्नों के सही उत्तर लिखे होते हैं) रॉय और इसी तरह के कोचिंग संस्थानों द्वारा दी जानी थी, जो परीक्षा के बाद ऑनलाइन आंसर की उपलब्ध कराते हैं."

जुमाना शाह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, "कथित तौर पर रॉय ने अपने कोचिंग संस्थान के जरिए छात्रों को इस काम में शामिल किया था. विभोर आनंद छात्रों को विदेश में मेडिकल की पढ़ाई के लिए भेजने के लिए एक कंसल्टेंसी चलाते हैं. वडोदरा के रहने वाले रॉय और विभोर आनंद बिहार के मूल निवासी हैं. कथित तौर पर योजना 30 छात्रों की मार्कशीट में बदलाव करने की थी. पुलिस ने 27 छात्रों की पहचान की है और उनमें से कम से कम एक दर्जन को आनंद और रॉय से जोड़ा है, जबकि बाकी की जांच की जा रही है."

पुलिस ने रॉय के कार्यालय से सात छात्रों की तरफ से दिए गए 2.82 करोड़ रुपये के चेक बरामद किए हैं, जबकि चार छात्रों ने रॉय के बैंक खाते में 66 लाख रुपये ट्रांसफर किए. यहां तक ​​कि माता-पिता के मोबाइल नंबर लिखे कुछ खाली चेक भी बरामद किए गए, साथ ही माता-पिता के नाम और दो कॉन्टैक्ट लिस्ट भी बरामद की गईं. पुलिस का दावा है कि दूसरे राज्यों के छात्र रॉय और आनंद के संपर्क में थे और उन्हें अपनी परीक्षा लिखने के लिए गोधरा केंद्र चुनने की सलाह दी गई थी. भले ही आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है, लेकिन पुलिस को संदेह है कि गुजरात में एक परीक्षा केंद्र से ज्यादा पर धोखाधड़ी का रैकेट चल रहा है.
 

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