केंद्र सरकार ने हाइवे यात्रियों के लिए फास्टैग एनुअल पास की सुविधा का ऐलान किया है, जो 15 अगस्त से शुरू हो गई. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसे एक बड़ा कदम बताया है, जिससे खासकर बार-बार हाइवे इस्तेमाल करने वालों को टोल खर्च में बड़ी बचत होगी.
इसके तहत हाइवे यूजर को एकमुश्त 3,000 रुपए चुकाने होंगे और इसके बाद वे साल में 200 बार टोल प्लाजा क्रॉस कर सकेंगे. आम तौर पर इसके लिए करीब 10,000 रुपए लगते. सरकार ने टोल प्लाजा ऑपरेटरों को होने वाले राजस्व नुक्सान की भरपाई के लिए तीन महीने तक मुआवजा देने का फैसला किया है.
गडकरी ने कहा है कि यह पास हाइवे ट्रैफिक के बेहतर फ्लो में मदद करेगा और गाड़ियों के सड़क पर चलने का समय भी घटेगा क्योंकि उन्हें बार-बार टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ेगा.
फास्टैग नरेंद्र मोदी सरकार की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग की बड़ी नीति का हिस्सा है. फास्टैग के तहत टोल प्लाजाओं का नेटवर्क अब 1,228 तक पहुंच गया है, जिनमें से 339 राज्य सरकार के हैं. टोल की कुल वसूली में अब करीब 98 फीसद हिस्सा फास्टैग से ही आता है.
15 अगस्त को शुरू होने के सिर्फ चार दिनों में ही 5 लाख से ज्यादा यूजर्स ने फास्टैग एनुअल पास ले लिया था. अगर आप इस सुविधा का इस्तेमाल करने का सोच रहे हैं तो यहां आपके लिए सारी जरूरी जानकारी है.
फास्टैग एनुअल पास कैसे काम करता है?
फास्टैग एनुअल पास निजी गाड़ियों के लिए एक नई सुविधा है, जिसके जरिए तयशुदा नेशनल हाइवे और नेशनल एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा पर बिना रुके सफर किया जा सकता है. इसमें यूजर को एक बार प्री-पेमेंट करना होता है, जिसके बदले उसे या तो 200 टोल क्रॉसिंग्स या फिर पूरा एक कैलेंडर साल- जो भी पहले पूरा हो, की सुविधा मिलती है. पास खत्म होने के बाद या तय 200 सफर पूरे होने के बाद आपका फास्टैग सामान्य टैग की तरह काम करेगा. इस सुविधा का इस्तेमाल जारी रखने के लिए आपको अगली बार फिर से इसे रिन्यू करना होगा- या तो एक और साल के लिए या 200 ट्रिप्स के लिए.
कौन ले सकता है एनुअल पास?
एनुअल पास सिर्फ गैर-व्यावसायिक गाड़ियों के लिए है, जैसे प्राइवेट कार, जीप या वैन. यह पास तभी मान्य होगा जब गाड़ी की विंडस्क्रीन पर फास्टैग सही तरीके से लगा हो और वो एक वैध व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर (वीआरएन) से जुड़ा हो. जिन फास्टैग को सिर्फ चेसिस नंबर से रजिस्टर किया गया है, उन पर ये पास लागू नहीं होगा. साथ ही इस पास का किसी भी ट्रेड/कमर्शियल काम में इस्तेमाल करना सख्त मना है. अगर ऐसा करते पकड़े गए तो पास बिना किसी सूचना के तुरंत रद्द कर दिया जाएगा.
एनुअल पास कैसे खरीदें और एक्टिवेट करें?
आप अपने मौजूदा फास्टैग पर ही एनुअल पास एक्टिव कर सकते हैं. इसके लिए नया टैग लेने की जरूरत नहीं है. एक्टिवेशन आसानी से राजमर्गयात्रा मोबाइल ऐप या एनएचएआइ (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की वेबसाइट से किया जा सकता है. बेस ईयर 2025-26 के लिए एकमुश्त फीस 3,000 रुपए रखी गई है. ये पेमेंट आपको ऑनलाइन करनी होगी और इसके लिए आपके मौजूदा फासैग वॉलेट के बैलेंस का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. पेमेंट करने के बाद एनुअल आम तौर पर दो वर्किंग आवर्स में एक्टिवेट हो जाता है.
एनुअल पास कहां मान्य है?
एनुअल पास सिर्फ नेशनल हाइवे और नेशनल एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा पर ही इस्तेमाल किया जा सकता है. ये स्टेट एक्सप्रेसवे या स्टेट हाइवे के उन टोल प्लाजा पर लागू नहीं होगा जिन्हें राज्य सरकारें या लोकल बॉडीज चलाती हैं. साथ ही एनुअल पास पार्किंग लॉट्स में भी मान्य नहीं होगा, जबकि साधारण फास्टैग कई जगह पार्किंग में भी काम आता है.
नए पास नियमों में ‘ट्रिप’ किसे माना जाएगा?
टोल प्लाजा पर हर ट्रांजैक्शन को एक अलग क्रॉसिंग यानी एक ट्रिप माना जाएगा, चाहे आप राउंड ट्रिप ही क्यों न कर रहे हों. इसलिए आने-जाने की एक यात्रा को दो अलग-अलग ट्रिप्स गिना जाएगा.
एनुअल पास की ट्रिप्स और वैधता कैसे चेक करें?
हाइवे यूजर्स अपने बचे हुए ट्रिप्स और पास की वैधता राजमार्गयात्रा मोबाइल ऐप या एनएचआइ की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं.
क्या मौजूदा फास्टैग वॉलेट बैलेंस से एनुअल पास खरीदा जा सकता है?
नहीं. एनुअल पास के लिए जरूरी 3,000 रुपए का भुगतान केवल यूपीआइ, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग से किया जा सकता है. आपका मौजूदा फास्टैग वॉलेट बैलेंस इससे प्रभावित नहीं होगा और उसे दूसरी सड़कों पर टोल भरने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा.
क्या एनुअल पास दूसरी गाड़ी पर इस्तेमाल किया जा सकता है?
नहीं. एनुअल पास ट्रांसफरेबल नहीं है. यह उस खास फास्टैग और गाड़ी से जुड़ा होता है जिस पर इसे रजिस्टर किया गया है. अगर इसे किसी दूसरी गाड़ी में इस्तेमाल किया गया तो यह अपने-आप डीएक्टिवेट हो जाएगा.
क्या एनुअल पास पर रिटर्न पॉलिसी है?
नहीं. यह पास प्रीपेड और एकमुश्त पेमेंट पर आधारित है, इसलिए इसमें कोई रिफंड नहीं मिलेगा. अगर आप अपने सालाना कोटे के पूरे 200 ट्रिप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाए तो बची हुई ट्रिप्स अपने-आप खत्म मानी जाएंगी. पास की वैधता खत्म होने के बाद यह साधारण फास्टैग की तरह काम करने लगेगा.
एनुअल पास कैसे रिन्यू करें?
यह पास ऑटो-रिन्यू नहीं होता. इसके फायदे जारी रखने के लिए आपको इसे दोबारा एक्टिवेट करना होगा, यानी राजमार्गयात्रा ऐप या एनएचएआइ की वेबसाइट से फिर से खरीदना होगा. रिन्यूअल की प्रक्रिया में आपकी गाड़ी की जानकारी वेरिफाइ की जाएगी और आपको दोबारा 3,000 रुपए का भुगतान करना होगा.