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क्या है 'रेयर अर्थ एलिमेंट्स', जिसके लिए चीन को 200 फीसद टैरिफ की धमकी दे रहे ट्रंप

साउथ कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने चीन पर 200 फीसद टैरिफ लगाने की चेतावनी दी

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)
अपडेटेड 26 अगस्त , 2025

25 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से साउथ कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन ने हमें मैग्नेट (रेयर अर्थ एलिमेंट्स) देना बंद कर दिया तो उसे 200 फीसद तक के टैरिफ का सामना करना होगा.

साथ ही उन्होंने इस साल के अंत में चीन की संभावित यात्रा का भी संकेत दिया. उन्होंने कहा, "उन्हें हमें मैग्नेट देना ही होगा." ट्रंप ने माना कि चीन मोटर वाहन से लेकर फाइटर जेट्स और दूसरे रक्षा उपकरणों को बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले रेयर अर्थ एलिमेंट्स के उत्पादन में सबसे आगे है.

उन्होंने कहा, "अगर वे हमें मैग्नेट नहीं देते हैं, तो हमें उनसे 200 फीसद टैरिफ या कुछ और वसूलना होगा. मुझे नहीं लगता कि ऐसा करने में हमें कोई समस्या होगी." दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ बैठक के दौरान ही ट्रंप ने अमेरिका-चीन संबंधों की स्थिति और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी हालिया बातचीत के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को बर्बाद करने की दी धमकी

इसके आगे ट्रंप ने कहा, "किसी समय, शायद इसी साल या उसके तुरंत बाद हम चीन जाएंगे. चीन के साथ हमारे बेहतरीन रिश्ते होंगे." ट्रंप ने बीजिंग के साथ संबंधों को लेकर आशावादी नजरिया व्यक्त किया. ट्रंप ने चीन का जिक्र करते हुए कहा, "उनके पास कुछ कार्ड हैं. लेकिन जवाब में हमारे पास अविश्वसनीय कार्ड हैं. मैं उन कार्डों का इस्तेमाल नहीं करना चाहता. अगर मैंने उन कार्डों का इस्तेमाल किया, तो चीन बर्बाद हो जाएगा."

इस साल की शुरुआत में दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध उस समय तनावपूर्ण हो गए थे, जब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के सामानों पर भारी टैरिफ लगा दिए. इससे दुनियाभर के सप्लाई चेन पर काफी बुरा असर पड़ा. एक समय तो ऐसा आया जब दोनों देशों ने एक-दूसरे पर 100 फीसद से ज्यादा टैरिफ लगा दिए. दुनिया के कई बड़े व्यापारियों को अपने सामानों का शिपमेंट रोकना पड़ा था.

हालांकि, हाल के महीनों में स्थिति स्थिर हुई है. वाशिंगटन और बीजिंग शुल्क कम करने पर सहमत हुए हैं, क्योंकि अमेरिका ने शुल्क घटाकर 30 फीसद कर दिया है और चीन ने अपने शुल्क घटाकर 10 फीसद कर दिए हैं. इस संघर्ष विराम से व्यवसायों को अस्थायी राहत मिली है और बाजार की अस्थिरता कम करने में मदद मिली है.

अमेरिका ने चीन पर 30 फीसद के अतिरिक्त जो टैरिफ लगाए हैं, उसे ट्रंप ने 90 दिनों के लिए टाल दिया है. 12 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया था कि उन्होंने US-चीन टैरिफ डेडलाइन 9 नवंबर तक बढ़ाने के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है.

क्या है 'रेयर अर्थ एलिमेंट्स' और इसके लिए क्यों धमकी दे रहा अमेरिका?

अमेरिकी टैरिफ के जवाब में 4 अप्रैल 2025 को चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने कुल 17 में से 7 रेयर अर्थ एलिमेंट्स के एक्सपोर्ट पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए थे. ये 7 REE हैं- सैमरियम, गैडोलीनियम, टेरबियम, डिस्प्रोसियम, ल्यूटेटियम, स्कैंडियम और यिट्रियम. इस वजह से दुनियाभर में REE की सप्लाई बाधित हो गई.

7 REE में से सैमरियम, गैडोलीनियम, टेरबियम, डिस्प्रोसियम चुम्बकीय गुण होते हैं और मैग्नेट यानी चुम्बक बनाने में इस्तेमाल होते हैं. खासकर स्थायी मैग्नेट बनाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने जिन मैग्नेट के लिए चीन को धमकी दी है, वो यही है.

दुनिया के 90 फीसद रेयर अर्थ एलिमेंट्स को चीन रिफाइन करता है. चीन में 440 लाख मीट्रिक टन REE का भंडार है. दूसरे नंबर पर वियतनाम आता है. रेयर अर्थ एलिमेंट्स को रिफाइन करना काफी मुश्किल है. दुनिया का 90 फीसद रेयर अर्थ एलिमेंट्स चीन में रिफाइन होता है.

इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक मशीनों, हथियार से लेकर, कार, फाइटर जेट और पनडुब्बी बनाने में होता है. अमेरिका के लिए इन सातों एलिमेंट्स में सबसे क्रूशियल है सैमरियम.

इसे कोबाल्ट के साथ मिलाकर मजबूत मैग्नेट बनती हैं, जिनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल डिफेंस इंडस्ट्री में होता है. यही वो मजबूरी है, जिसके कारण अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार चीन पर लगाने वाले अतिरिक्त टैरिफ की तारीख को बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा यही वो वजह है, जिसके कारण ट्रंप चीन को 200 फीसद टैरिफ की धमकी दे रहे हैं.

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