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"उसे एक इंच दो तो वह ....", चीनी राजदूत के ट्रंप पर दिए किस बयान पर मचा हंगामा?

भारत में चीनी राजदूत के ट्रंप पर दिए बयान को भारत और ब्राजील जैसे देशों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के रूप में देखा जा रहा है

भारत में चीन के राजदूत जू फेइहोंग (फाइल फोटो)
भारत में चीन के राजदूत जू फेइहोंग (फाइल फोटो)
अपडेटेड 8 अगस्त , 2025

डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर भारी टैरिफ लगाए जाने के बाद चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने अमेरिका को लेकर विवादित बयान दिया है. उनके इस बयान को भारत और ब्राजील जैसे देशों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि भारत और ब्राजील को 50 फीसद अमेरिकी टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है, जो किसी भी अमेरिकी व्यापार साझेदार पर लगाया गया सबसे अधिक टैरिफ है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का नाम लिए बिना व्हाइट हाउस की तीखी आलोचना करते हुए चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने कहा, "बुली करने वाले बदमाश को एक इंच दो, तो वह मील भर लेगा." दरअसल, चीनी राजदूत का निशाना डोनाल्ड ट्रंप की नई ट्रेड पॉलिसी को लेकर था, जिसमें भारत समेत BRICS देशों पर भारी टैरिफ लगाए गए हैं.

शू ने अपनी टिप्पणी के समर्थन में चीनी विदेश मंत्री वांग यी का हवाला दिया, जिन्होंने हाल ही में ब्राजील के राष्ट्रपति के सलाहकार सेल्सो अमोरिम के साथ बातचीत में कहा था कि ट्रम्प की टैरिफ-प्रथम रणनीति वैश्विक व्यापार मानदंडों के लिए सीधा खतरा है. जू फेइहोंग ने आगे लिखा, "दूसरे देशों को दबाने के लिए टैरिफ को हथियार के रूप में इस्तेमाल करना संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है."

फोन कॉल के दौरान वांग यी ने सीधे तौर पर अमेरिका का नाम नहीं लिया, लेकिन टैरिफ के "दूसरे देशों को दबाने के हथियार" के तौर पर इस्तेमाल की आलोचना की. चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की प्रथाएं "संयुक्त राष्ट्र चार्टर और विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करती हैं."

वांग ने कहा कि चीन ब्राजील को मनमाने टैरिफ लगाए जाने का विरोध करने के लिए मजबूती से समर्थन करता है. उन्होंने विकासशील देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में BRICS समूह ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका में भरोसा जाहिर किया है.

जवाब में ब्राजील के राष्ट्रपति के सलाहकार सेल्सो अमोरिम ने साफ-साफ अमेरिका का नाम लिया और चीन को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. भारत ने टैरिफ़ बढ़ोतरी का विरोध करते हुए इसे "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" बताया है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी इस कदम को "अनुचित, अनुचित और अविवेकपूर्ण" बताया है.

टैरिफ पर चल रही खींचतान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने फोन पर बात की. इस बातचीत के बाद लूला दा सिल्वा ने खुलासा किया कि उन्होंने ट्रंप द्वारा दोनों देशों पर 50 फीसद टैरिफ लगाए जाने को लेकर चर्चा की है. हालांकि, भारत की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में प्रधानमंत्री मोदी की लूला के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान टैरिफ पर हुई चर्चा का जिक्र नहीं किया गया है.

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