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यूपी के अस्पतालों में शर्तों के साथ शुरू हो सकती है ओपीडी

अनलाक-1 में ढील मिलने के बाद अस्पतालों में आउटडोर पेंशेंट डिपार्टमेंट ओपीडी खोलने के लिए भी प्रदेश सरकार विचार कर रही है.

फोटोः पीटीआइ
फोटोः पीटीआइ
अपडेटेड 4 जून , 2020

अनलॉक-1 में ढील मिलने के बाद अस्पतालों में आउटडोर पेंशेंट डिपार्टमेंट ओपीडी खोलने के लिए भी प्रदेश सरकार विचार कर रही है. गर्मी बढ़ने के साथ मौसमी बीमारियों जैसे वायरल, डायरिया, पीलिया, टायफायड, उल्टी दस्त और दिमागी बुखार का पारा चढ़ने लगा है.

उधर, लॉकडाउन के चलते हार्ट, किडनी, अस्थमा, न्यूरो, शुगर एवं हाइपरटेंशन के मरीजों का नियमित चेकअप भी बंद है. ऐसे में प्रदेश सरकार जल्द ही अस्पतालों की ओपीडी शुरू करने पर विचार कर रही है.

विभाग के लोगों की मानें तो आठ जून से शर्तों के साथ ओपीडी सेवाएं शुरू की जा सकती हैं.

इसमें ओपीडी को कई बार सैनिटाइज करने के साथ ही सीमित संख्या में ही मरीजों को बुलाया जाएगा. उधर चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने राज्य के सभी मेडिकल विवि, कॉलेज और सरकारी अस्पतालों को इलाज के नए दिशा-निर्देश जारी कर ट्रामा, इमरजेंसी और सेमी इमरजेंसी सेवाओं में तेजी लाने को कहा है.

मेडिकल कालेजों में गायनोकोलॉजी, आंकोलॉजी (कैंसर), रेडियोथेरेपी, डायलिसिस, कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक्स सेवाओं को रफ्तार से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. जरूरत पड़ने पर इन सेवाओं के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने को भी कहा गया है.

मरीजों को टेली मेडिसिन के जरिए ओपीडी सेवाएं दी जा रही हैं.

अगर किसी को इमरजेंसी सेवाओं की जरूरत है तो दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. जबकि नॉन कोविड अस्पतालों में सेमी-इमरजेंसी सेवाओं के संबंध में चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति ने कई बिंदुओं पर संस्तुति दी हैं. इसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं.

* टेली मेडीसिन या अन्य माध्यमों से सेमी-इमरजेंसी में इलाज के लिए पंजीकरण नंबर दिया जाएगा.

* मरीज के अस्पताल में आने पर उसके साथ तीमारदार की पीसीआर कोरोना जांच का नेगेटिव होना जरूरी होगा. इसके लिए वह आईसीएमआर से अनुमोदित लैब में जांच करा सकते हैं. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में निर्धारित दरों पर भी जांच की सुविधा है.

* अस्पताल में आने पर मरीज को सोशल डिस्टेंसिंग और थर्मल या लेजर स्कैनिंग के बाद ट्राएज एरिया में देखा जा सकेगा.

* मरीज को अस्पताल के निर्धारित कक्ष में पंजीकरण संख्या के साथ कोरोना जांच करानी होगी. नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ओपीडी एरिया (सेमी-इमरजेंसी) में देखा जाएगा.

* हर अस्पताल की ओपीडी में सेमी-इमरजेंसी एरिया का विभागवार निर्धारण होगा. प्रवेश और निकास द्वार अलग होंगे. प्रवेश द्वार पर ही आर्टी पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव होने की पुष्टि की जाएगी.

* नेगेटिव रिपोर्ट वाले मरीजों को संबंधित ओपीडी केबिन में विशेषज्ञ भौतिक परीक्षण कर सकेंगे.

* अस्पताल में प्रवेश से लेकर निकास तक सभी डॉक्टर, मरीज, तीमारदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे. अपने पास सेनेटाइजर रखेंगे और अनिवार्य रूप से मास्क लगाएंगे.

* नॉन कोविड अस्पतालों में हर 24 घंटों (आठ से आठ बजे) तक की सूचना दोपहर 12 बजे तक हर हाल में भेजेंगे.

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