मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भले ही दरबार मूव यानी सर्दियों में बर्फीले श्रीनगर से निकलकर गर्म जम्मू में सरकार को शिफ्ट करने की पुरानी परंपरा को फिर से बहाल कर दिया हो, सियासी पारा यहां चढ़ा ही हुआ है.
10 नवंबर को लाल किले पर हुए विस्फोट ने केवल दिल्ली को ही नहीं हिलाया, बल्कि इसकी चोट जम्मू-कश्मीर रिश्तों पर भी पड़ी, और इस कदर पड़ी कि इसका असर राष्ट्रीय और संवैधानिक भी हो सकता है.
चिंगारी कहां से उठी? कटरा में एकदम नए श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सिलेंस (एसएमवीडीआइएमई) में कश्मीरी छात्रों का बड़ी संख्या में एडमिशन. तनाव दो कारण से बढ़ गया है. कथित आत्मघाती बमबाज पुलवामा का एक डॉक्टर था और उसके सभी साथी उसी के प्रोफेशन और धर्म के थे. दूसरा, कॉलेज को वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड चलाता है.
सितंबर में ही एसएमवीडीआइएमई को नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) से 2025-26 एकेडमिक कैलेंडर से 50 सीटों के साथ एमबीबीएस शुरू करने की हरी झंडी मिली थी. कॉलेज का मुख्य परिसर अभी बन रहा है और कॉलेज नवंबर में खुला है. इसका 34 एकड़ का कैंपस है जो त्रिकुटा पहाड़ियों की गोद में और 2,700 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, इसमें एक सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और एक नर्सिंग कॉलेज भी है. बोर्ड के पास 2,000 करोड़ रुपए के लिक्विड एसेट्स हैं और आखिरी पेंट होने तक वह 350 करोड़ रुपए खर्च कर चुका होगा.
कश्मीरियों को सीटें
एडमिशन खुलते ही, कश्मीरी मुसलमानों ने नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट) के तहत पहले बैच की लगभग 90 प्रतिशत सीटें हासिल कर लीं. भाजपा और उसके सहयोगी, जम्मू-कश्मीर बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन की सलेक्शन लिस्ट पर डर और गुस्से से लाल-पीले हो रहे हैं. भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा कहते हैं, ''उनमें से ज्यादातर एक खास समुदाय के हैं. पूरे भारत के लोग सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के लिए यहां दान देते हैं.''
संवैधानिक विशिष्टता
जल्द ही हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों ने परिसर पर धरना शुरू कर दिया. उनकी मांग थी: सलेक्शन लिस्ट रद्द की जाए और हिंदुओं के लिए एडमिशन रिजर्व किए जाएं. नवंबर के आखिर तक शर्मा ने लेफ्टिनेंट-गवर्नर मनोज सिन्हा के साथ एक बैठक में इसे औपचारिक रूप दे दिया. शर्मा कहते हैं, ''हमने अनुरोध किया कि सिर्फ वैष्णो देवी में आस्था रखने वाले छात्रों को ही यहां दाखिला दिया जाए.'' एलजी, जो श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, ने ज्ञापन ले लिया है.
इस दिशा में कदम बढ़ते हैं तो हिंदुओं के लिए आरक्षण संवैधानिक तौर पर एक नई बात होगी. यह आध्यात्मिक मूल और गैर-आध्यात्मिक उद्देश्य के बीच उलझा हुआ तर्क है. वैष्णो देवी बोर्ड जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 1988 के अधिनियम से बना है, जबकि कॉलेज के संसाधन तीर्थ-स्थल को मिलने वाले दान से आते हैं, जहां अब हर साल 90 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री आते हैं.
कश्मीर के नेता गुस्से में हैं और एकजुट हैं. मुख्यमंत्री का कहना है कि मेरिट आधारित नीति में किसी भी बदलाव को सुप्रीम कोर्ट ले जाया जा सकता है. उन्होंने पूछा, ''क्या कल्याण का पैसा धर्म के हिसाब से बांटा जाना चाहिए? क्या राशन की दुकानें धर्म पूछना शुरू कर देंगी? क्या पुलिस को इस तरह काम करना चाहिए?'' उन्होंने हिंदू कोटा चाहने वाले लोगों को चुनौती दी कि वे एसएमवीडीआइएमई को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कर दें.
महबूबा मुफ्ती ने 'मुस्लिम विरोधी भेद' की बात की तो सज्जाद लोन ने कहा कि भाजपा साइंस को सांप्रदायिक बनाने का प्रयोग कर रही है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के तनवीर सादिक ने आधिकारिक दस्तावेज ट्वीट किए, जिनमें श्राइन बोर्ड संचालित विश्वविद्यालय एसएमवीडीयू को 24 करोड़ (2024) और 28 करोड़ रुपए (2025) की अनुदान सहायता बताई गई. यह एफिलिएटेड कॉलेज सेंट्रल पूल के तहत एडमिशन देना चाहता था, लेकिन उसे इजाजत नहीं दी गई.
जम्मू-कश्मीर कोटे को लेकर घाटी में चिंताएं हैं: हाल में विधानसभा में बताए गए आंकड़ों से पता चलता है कि जम्मू के लोगों का सरकारी नौकरियों में हिस्सा बहुत ज्यादा है, जो इसकी निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि क्या कल्याण का पैसा धर्म के हिसाब से बांटा जाना चाहिए? क्या राशन की दुकानें धर्म पूछना शुरू कर देंगी? क्या पुलिस को इस तरह काम करना चाहिए?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और BJP नेता सुनील शर्मा ने कहा कि चयनित छात्रों में से ज्यादातर एक खास समुदाय के हैं. पूरे भारत के लोग सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के लिए यहां दान देते हैं.
खास बातें -
> नीट के जरिए श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सिलेंस के पहले बैच में कश्मीरियों को 50 में से 42 सीटें मिलीं
> 10 नवंबर को लाल किले पर हुए धमाके के पीछे घाटी के डॉक्टरों का हाथ होने के आरोप पर हंगामा
> मेरिट लिस्ट रद्द करें, सभी एडमिशन हिंदुओं के लिए आरक्षित करें: भाजपा-विहिप
- कलीम गीलानी

