हाशिए के खिलाड़ियों के लंबे शिकार के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लिए यह दिग्गजों की धरपकड़ का दौर लगता है. छत्तीसगढ़ का अपना 'शराब घोटाला' कहे जाने वाले केस में ताजातरीन गिरफ्तारी चैतन्य बघेल की हुई है.
उन पर लगे आरोप, 2019-20 में जब उनके पिता भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे, तब बगैर आबकारी शुल्क के शराब की बिक्री के मामले से जुड़े हैं. इससे सरकारी खजाने को 2,200 करोड़ रुपए की चपत लगने के अलावा ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि चैतन्य की निर्माण कंपनी ने शराब के बड़े कारोबारियों से रिश्वत की रकम बटोरी.
जनवरी में ईडी ने कांग्रेस के आदिवासी विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था. ईडी 18 जुलाई को जब गिरफ्तारी के लिए रायपुर में बघेल के आवास पहुंची तो जबरदस्त हंगामा मच गया. यह विधानसभा के मॉनसून सत्र का आखिरी दिन और चैतन्य का जन्मदिन भी था.
आगबबूला बघेल ने एक ट्वीट में याद किया कि पिछले अगस्त में उनके अपने जन्मदिन पर भी ईडी ने उनके ओएसडी के ठिकानों पर छापा मारा था. उन्होंने लिखा, ''मोदी-शाह जन्मदिन पर जैसे तोहफे देते हैं, किसी भी लोकतंत्र में कोई भी नहीं दे सकता. धन्यवाद... मैं उन्हें जिंदगी भर याद रखूंगा.'' मार्च में जन्मदिन न होते हुए भी एक तोहफा आया था, जब सीबीआइ ने महादेव ऐप घोटाले में उनके परिसरों पर छापे मारे.
बघेल को इस बात का दुखड़ा रोते भी सुना गया कि उनके करीबी बताए जा रहे आरोपी पप्पू बंसल को ईडी के दफ्तर में बेतकल्लुफ आते-जाते देखा जा सकता था. यह ईडी की रणनीति—'बड़ी मछली' के करीबी को पकड़ो और उगलवाओ—का हिस्सा था. सूत्रों का दावा है कि यह बंसल ही थे जिन्होंने चैतन्य तक पहुंचाने वाले वित्तीय लेनदेन के राज बताए थे. चैतन्य के सहयोगी पप्पू ढिल्लों, जो अब जेल में हैं, इसी तरह की भूमिका अदा कर सकते हैं. बघेल के करीबी 'तांत्रिक/ज्योतिषी' के.के. श्रीवास्तव को अलहदा शिकायत पर भोपाल से गिरफ्तार किया गया था, जो उन्हें भविष्य अच्छी तरह पढ़ने में मदद करने के लिए भी था.
बड़े पेड़ नहीं गिरते
बघेल रायगढ़ के जंगलों में अदाणी की कोयला परियोजना के लिए पेड़ों की कटाई पर मुखर रहे हैं. उनका दावा है कि चैतन्य की गिरफ्तारी उससे ध्यान भटकाने के लिए है. भाजपा इससे इनकार करती है. अपनी पार्टी में बघेल की हैसियत इससे अप्रभावित नहीं रहेगी. एक तबका उन्हें पसंद करता है—प्रियंका गांधी ने उनके समर्थन में ट्वीट किया. लेकिन एक अड़चन भी है—उनके आलोचक चरणदास महंत को नेता विपक्ष बनाया गया है. पूर्व मुक्यमंत्री ऐसे नेता हैं जिन्हें भाजपा भी अपना सबसे लोकप्रिय प्रतिद्वंद्वी मानती है. इसे बनाए रखने के लिए बघेल को लड़ाई लड़नी होगी.
खास बातें
> ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया.
> उन पर रिश्वत लेकर शराब कारोबारियों को करों से बचने में मदद करने का आरोप.