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राजपूत नेता गोगामेड़ी की हत्या से राजस्थान में उजागर हुईं गैंगवॉर की परतें

बलात्कार और अनुसूचित जाति के खिलाफ अत्याचारों में राजस्थान पिछले तीन-चार साल से देश में सबसे ऊपर बना हुआ है. वहीं, दिल्ली के बाद देश में सबसे ज्यादा बलात्कार जयपुर में सामने आए हैं

खूनी खेल सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का फुटेज; और (इनसेट में) गोगामेड़ी
अपडेटेड 27 दिसंबर , 2023

राजपूत समाज के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या ने राजस्थान में गैंगवॉर की छिपी परतों को फिर से उजागर कर दिया है. 24 जून, 2017 को कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि राज्य में गैंगवॉर की घटनाओं पर विराम लग जाएगा. लेकिन 3 दिसंबर, 2022 को सीकर में राजू ठेहट और अब हाल ही में 5 दिसंबर को जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की एक ही गैंग की ओर से घर में घुसकर की गई हत्या ने राजस्थान में फिर से उबाल ला दिया है. 

राजस्थान और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की 12 टीमों ने मिलकर गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल शूटर्स नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, गोगामेड़ी और ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला गैंगस्टर रोहित गोदारा और दोनों हत्याकांडों में शूटर्स और हथियार उपलब्ध कराने वाला वीरेंद्र चारण अभी विदेश में है. रोहित गोदारा कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के लिए काम करता रहा है. 13 जून, 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट के जरिए वह दुबई भाग गया था. 

वीरेंद्र सिंह चारण चूरू जिले के सुजानगढ़ का रहने वाला है और एक लाख रुपए का इनामी बदमाश है. 2015 में रामलाल मेघवाल हत्याकांड में उसका नाम आया था. इस मामले में जेल जाने पर वह आनंदपाल सिंह और रोहित गोदारा जैसे गैंगस्टर्स के संपर्क में आया. चारण भी ठेहट की हत्या के बाद नेपाल होते हुए दुबई पहुंच गया था. माना जा रहा है कि वह अभी दुबई में ही है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि चारण ने ही गैंगस्टर पूजा के मार्फत दोनों शूटर्स को हथियार मुहैया कराए थे. पूजा जयपुर के जगतपुरा में रहती है और अपने हिस्ट्रीशीटर पति महेंद्र मेघवाल के साथ मिलकर अवैध हथियारों का धंधा करती है. 

रंगदारी, फिरौती और जमीनों के कारोबार में गोगामेड़ी की बढ़ती दखल को उसकी हत्या का प्रमुख कारण माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि गोदारा और लॉरेंस गैंग के जमीनों पर कब्जे से जुड़े कई मामलों में गोगामेड़ी उनकी राह का रोड़ा बने हुए थे. जाहिर है, इस हत्याकांड ने राज्य में गैंगस्टरों के नेटवर्क और उनके बीच वर्चस्व की खूनी जंग को फिर से बेपरदा कर दिया है.

जयपुर में गोगामेड़ी की हत्या के दिन ही एनसीआरबी की 2022 में अपराधों की स्थिति पर रिपोर्ट जारी हुई. इस रिपोर्ट में राजस्थान में हत्या, हत्या के प्रयास, बलात्कार, अपहरण और दलित तथा आदिवासियों पर हिंसा के मामलों में स्थिति काफी चिंताजनक उभरी है. 

गैंगवॉर की जड़ शूटर्स नितिन फौजी (बाएं) और रोहित राठौड़ (बीच में), दोनों शूटर्स को फरार करने वाला उधम सिंह (दाएं)

इस रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में 2021 के मुकाबले 2022 में हत्या के मामलों में जहां सात फीसद बढ़ोतरी हुई है, वहीं अपहरण के मामलों में भी 14.35 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है. बलात्कार और अनुसूचित जाति के खिलाफ अत्याचारों में राजस्थान पिछले तीन-चार साल से देश में सबसे ऊपर बना हुआ है. वहीं, दिल्ली के बाद देश में सबसे ज्यादा बलात्कार जयपुर में सामने आए हैं. 2022 में दिल्ली में 1,204 और जयपुर में 497 बलात्कार की घटनाएं दर्ज हुई हैं. राजस्थान में बलात्कार के मामलों में सजा की दर 17.9 फीसद है. मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों की तरह अब जयपुर भी अपहरण सिटी बनता जा रहा है. वर्ष 2022 में दिल्ली में 5,585, मुंबई में 1,784 और बेंगलूरू 946 अपहरण की घटनाएं हुईं, वहीं इस दौरान जयपुर में अपहरण की 787 वारदातें सामने आईं.

पिछले कुछ वर्षों में राज्य में भ्रष्टाचार भी बेतहाशा बढ़ा है. दो साल में ही राजस्थान में भ्रष्टाचार के मामलों में 41 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2020 में राजस्थान में भ्रष्टाचार के 363 मामले सामने आए थे, जबकि 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 511 पहुंच गई.

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