प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी सोनल मोदी को 21 फरवरी को होने जा रहे अहमदाबाद नगर निगम के चुनावों में टिकट देने से हाल ही भाजपा ने इनकार कर दिया.
फरवरी के पहले हफ्ते में गुजरात भाजपा ने नए नियमों की फेहरिस्त जारी की. इसके तहत पार्टी के किसी नेता के रिश्तेदार को टिकट नहीं दिया जाएगा. ऐसे में सोनल का रसूखदार पारिवारिक रिश्ता भी प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटील को अपवाद स्वरूप मंजूरी देने के लिए राजी नहीं कर पाया.
इससे झुंझलाई सोनल ने दावा किया कि वे गंभीर भाजपा कार्यकर्ता के नाते टिकट चाहती हैं, न कि मोदी की रिश्तेदार होने के नाते. मगर उनका यह तेवर भी काम नहीं आया.
अलबत्ता पाटील को अपने अडिग फैसले की वजह से प्रधानमंत्री की तारीफ जरूर मिल गई. तो क्या यह भगवा पार्टी में वंशवाद चलाने वालों के लिए कोई संदेश है?